2 करोड़ की डोडा-पोस्त तस्करी में 2 आरोपी गिरफ्तार: सर्विलांस से बचने के लिए करते थे जंगी ऐप का इस्तेमाल; एस्कॉर्ट करती थी स्कॉर्पियो – Bharatpur News h3>
भरतपुर जिले की चिकसाना थाना पुलिस ने 11 मई को एक कंटेनर से करीब 2 करोड़ रुपए का डोडा पोस्त जब्त किया था। साथ ही चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था। आज कोतवाली थाना पुलिस ने इस मामले में 2 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस इस बात का पता
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स्कॉर्पियो से एस्कॉर्ट करते थे नशे की खेप
दरअसल 11 मई को भरतपुर रेंज स्पेशल टीम और हरियाणा STF की सूचना मिली थी कि एक अवैध मादक पदार्थ से भरा कंटेनर आगरा की तरफ से जयपुर की तरफ जा रहा है। जिसे एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी एस्कॉर्ट कर रही है। ऊंचा नगला चौकी पर नाकाबंदी कर दोनों वाहनों को जब्त किया गया। कंटेनर (HR 62 A 8858) के ड्राइवर बाबू सिंह (39) निवासी जावर (जोधपुर), स्कॉर्पियो (RJ 21 UE 0978) सवार रेवंत राम (30) निवासी फलोदी, मुख्तियार (25) निवासी जाखण थाना मतोड़ा जिला फलौदी, मोहम्मद (34) निवासी जाखण थाना मतोड़ा जिला फलौदी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
99 कट्टों में करीब 1996 किलो से अधिक डोडा पोस्त
पुलिस की टीम ने कंटेनर पर लगे ताले को खोलकर देखा तो 99 कट्टों में करीब 1996 किलो से अधिक डोडा पोस्त मिला। पूछताछ में चारों आरोपियों में से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। आरोपियों के पास से 28 हजार रुपए कैश, 5 मोबाइल भी मिले थे। पूछताछ में सामने आया कि तस्कर श्रवण निवासी बाड़मेर ने बाबू सिंह की परचून की दुकान पर आकर संपर्क किया था। उससे कहा था कि झारखंड से जोधपुर नशे की खेप लेकर आनी है। इसके लिए उसने 50 हजार रुपए देने का लालच दिया था। वहीं स्कॉर्पियो से एस्कॉर्ट करने वाले तीनों को 80 हजार रुपए का लालच दिया था।
मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश जारी
पूछताछ में सामने आया कि चारों आरोपी आगरा से एक दूसरे से जंगी ऐप के जरिए कनेक्ट थे। एक दूसरे से इसी के जरिए बात कर रहे थे। ताकि पुलिस के सर्विलांस सिस्टम से बच सकें। पकड़े गए माल इसकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपए आंकी गई है। कोतवाली थाना पुलिस ने चारों आरोपियों से पूछताछ करते हुए। मकसूद (33) निवासी जामसर जिला बीकानेर और महबूब निवासी मुसलमानों का बास मोखेरी थाना फलौदी जिला फलौदी को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जिससे अवैध मादक पदार्थों से जुड़े बाकी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके।