18 प्रतिशत तुवर दाल के दाम घटने का सरकारी अनुमान | Government estimates 18 percent decline in price of Toor dal | News 4 Social

6
18 प्रतिशत तुवर दाल के दाम घटने का सरकारी अनुमान | Government estimates 18 percent decline in price of Toor dal | News 4 Social

18 प्रतिशत तुवर दाल के दाम घटने का सरकारी अनुमान | Government estimates 18 percent decline in price of Toor dal | News 4 Social

इंदौरPublished: Dec 21, 2023 06:13:52 pm

तुवर दाल का औसत खुदरा मूल्य फरवरी 2024 तक घटकर 130 रुपए प्रति किलो के आसपास आ सकता है

18 प्रतिशत तुवर दाल के दाम घटने का सरकारी अनुमान

18 प्रतिशत तुवर दाल के दाम घटने का सरकारी अनुमान

इंदौर बाजार ….. 21-12-2023
18 प्रतिशत तुवर दाल के दाम घटने का सरकारी अनुमान
इंदौर. केन्द्र सरकार को उम्मीद है कि तुवर दाल का औसत खुदरा मूल्य फरवरी 2024 तक घटकर 130 रुपए प्रति किलो के आसपास आ सकता है जो नवम्बर 2023 में प्रचलित भाव 160 रुपए प्रति किलो से 18 प्रतिशत या 50 रुपए कम होगा। केन्द्रीय उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह के अनुसार तुवर की नई फसल की आवक शुरू होने से घरेलू प्रभाग में उपलब्धता बढ़ेगी जबकि मांग कुछ नरम रहेगी। इसे देखते हुए तुवर दाल का दाम फरवरी के प्रथम सप्ताह तक घटकर 130 रुपए प्रति किलो के करीब आने की आशा है। विदेशों से भी इसका आयात जारी है। उल्लेखनीय है कि घरेलू उत्पादन में गिरावट आने से तुवर का भाव पिछले अनेक महीनों से काफी ऊंचे स्तर पर मौजूद है। इसे नीचे लाने के लिए सरकार की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसका प्रभाव धीरे-धीरे दिखने लगा है। अखिल भारतीय स्तर पर तुवर दाल का औसत खुदरा मूल्य कुछ गिरकर 154 रुपए प्रति किलो पर आ गया जो एक माह पूर्व 156.50 रुपए प्रति किलो चल रहा था। खरीफ कालीन दलहन फसलों-उड़द एवं मांग की आवक पहले से हो रही है जबकि अब तुवर के नए माल की आपूर्ति भी शुरू हो गई है। इसके अलावा विदेशों से तुवर का आयात भी बढ़ा है। आयात के नियमों को काफी उदार बनाया गया है। तुवर की मांग में सीजन गिरावट भी देखी जा रही है। मंडियों में दलहनों की आपूर्ति एवं उपलब्धता में बढ़ोत्तरी होने तथा कीमतों में नरमी आने का असर तुवर पर भी पडऩे लगा है जो खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख दलहन फसल है। मोजाम्बिक, कनाडा, रुस एवं ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों से दलहनों की खेप पहुंचने वाली है जिससे इसकी आपूर्ति में सुधार होगा। सरकार ने 8 दिसम्बर को पीली मटर का आयात भी शुल्क रहित कर दिया और इस पर लगे नियंत्रणों को वापस ले लिया। मसूर का आयात पहले से ही जोरदार ढंग से हो रहा है। केन्द्र सरकार ने बफर स्टॉक बनाने के लिए प्रचलित बाजार मूल्य पर किसानों से तुवर खरीदना शुरू कर दिया है जिसे उस समय खुले बाजार में उतारा जाएगा जब वहां इसकी कीमतों में तेजी आएगी। इसकी खरीद के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष में आवंटित धन राशि का उपयोग किया जा रहा है। जाड़े के दिनों में तुवर की नई फसल की कटाई तैयारी जोर पकड़ेगी।
मुंबई पोट पर आयातित चना तंजानिया नया 5300, काबुली सूडान 7200, मसूर कनाड़ा 6100, तुवर लेमन नई 9300, गजरी 8000 व उड़द एफएक्यू 8500 रुपए।
दलहन- चना 5700 से 5750, विशाल 5600, डंकी 5300 से 5350, मसूर 5850, तुवर महाराष्ट्र 9500 से 9800, कर्नाटक 9800 से 10000, निमाड़ी 8000 से 8600, मूंग 8500, बारिश का मूंग 9000 से 9600, एवरेज 7000 से 8000, उड़द बेस्ट 8200 से 8700, मीडियम 7000 से 7700, हल्का 3000 से 5000 रुपए क्विंटल।
दालें- चना दाल 7400 से 7500, मीडियम 7600 से 7700, बोल्ड 7800 से 7900, मसूर दाल मीडियम 7350 से 7450, बोल्ड 7550 से 7650, तुवर दाल सवा नंबर 11300 से 11400, फूल 12400 से 12500, बेस्ट तुवर दाल 13400 से 14600, ब्रांडेड तुवर दाल 15000, मूंग दाल मीडियम 10000 से 10100, बोल्ड 10200 से 10300, मूंग मोगर 10600 से 10700, बोल्ड 10800 से 10900, उड़द दाल मीडियम 10600 से 10700, बोल्ड 10800 से 10900, उड़द मोगर 11100 से 11200, बोल्ड 11300 से 11400 रुपए।
काबली चना कंटेनर भाव
काबली चना (40-42) 15700, (42-44) 15500, (44-46) 15300, (58-60) 13800 रुपए।

मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News