16.5 किलो सोने की स्मगलिंग का करोल बाग से गहरा लिंक, दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार हुई थीं दो विदेशी महिलाएं
दोनों आरोपियों के पकड़े जाने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। 11 जून को एयरपोर्ट पर कस्टम कमिश्नर जुबैर रियाज कामिली के पास एक कॉल आई थी। इसमें स्मगलिंग के बारे में इनपुट दिया गया था। हालांकि इनपुट में केवल नानी का नाम था। कस्टम को इनकी पहचान नहीं पता थी। शक जताया जा रहा है कि यह इनपुट गोल्ड स्मगलिंग करने वाले इनके किसी दुश्मन गैंग ने दिया था।
इनपुट मिलने के बाद कस्टम विभाग ने होमवर्क शुरू किया। इमिग्रेशन के साथ उज्बेकिस्तान की उन महिलाओं की लिस्ट निकाली गई, जो पहले कभी टी-3 आई हों। तीन नाम सामने आए। आरोपी महिला का नाम संदिग्ध सूची में डाल दिया गया। 13 जून की सुबह दोनों आरोपी उज्बेकिस्तान एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचीं। उनके साथ दो और विदेशी महिलाएं थीं। चारों कस्टम के ग्रीन चैनल पर आईं। यहां उनकी जांच में कुछ नहीं मिला।
दिल्ली एयरपोर्ट पर बरामद हुआ गोल्ड की चेन से भरा बैग (फोटोः BCCL)
सूत्रों का कहना है कि इस स्टेप पर कस्टम से चूक हुई। फिर बड़े अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और सीसीटीवी फुटेज देखी गई। इसमें नातिन एक बैग को बेल्ट नंबर 9 पर एक जगह छोड़कर जाती दिख रही थी। कस्टम ने बैग देखा। उसमें सोने की 265 चेन और नौ ब्रेसलेट समेत कुछ और सामान था। खोजबीन में पता लगा कि 21 साल की आरोपी नातिन सुबह 10 बजे टी-3 से ही अल्माटी के लिए टेक ऑफ करने वाली है। उसे पकड़ लिया गया। पता लगा कि नानी पहाड़गंज के एक होटल में है। दोपहर करीब 1 बजे होटल में छापा मारा। तब तक नानी वहां से निकल चुकी थी। फिर इनपुट मिला की नानी भी विदेश भागने की तैयारी में है। कस्टम ने आरोपी महिला को 13 जून की शाम 5 बजे एयरपोर्ट के पास से पकड़ लिया।
जांच आगे बढ़ी तो करोल बाग के कुछ जूलर्स के नाम सामने आ गए। आरोपियों ने बताया कि सोने की चेन करोल बाग और दिल्ली के कुछ और जूलर्स को दी जानी थी। कुछ जूलर्स से भी पूछताछ की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से बाहर के भी कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। इसके तार लाजपत नगर, कूचा महाजनी और दिल्ली-6 में जुड़े मिल सकते हैं। मामले की तहकीकात की जा रही है।