15 साल बाद न्याय: अब ये 13 डकैत ताउम्र रहेंगे जेल में | these 13 dacoits will remain in jail for life | Patrika News

63
15 साल बाद न्याय: अब ये 13 डकैत ताउम्र रहेंगे जेल में | these 13 dacoits will remain in jail for life | Patrika News


15 साल बाद न्याय: अब ये 13 डकैत ताउम्र रहेंगे जेल में | these 13 dacoits will remain in jail for life | Patrika News

जिन अभियुक्तों को सजा दी गई है उनमें धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ नरेंद्र उर्फ धर्मेंद्र भदोरिया उर्फ भैया उर्फ धर्मेंद्र सिंह, रामबाबू पटेल, किशोरी पटेल, कल्याण सिंह पटेल, धनीराम, शिव नरेश पटेल, नत्थू पटेल, अशोक पटेल उर्फ अंग्रेज पटेल, चुनूबाद पटेल, देव शरण पटेल, ज्ञान सिंह, शंकर सिंह पटेल तथा राम प्रसाद विश्वकर्मा शामिल हैं।

यह था मामला
22 जुलाई 2007 को यूपी एसटीएफ ने उस समय के दुर्दांत डकैत शिवकुमार उर्फ ददुआ, ठोकिया व छोटवा पटेल के लिए एक ही दिन एक ही समय पर तीन टीमों ने अलग-अलग जगहों में डकैतों की गैंग पर धावा बोला।

ददुआ, छोटवा पटेल समेत 10 डकैतों को झलमल और इटवा जंगल में ढेर कर दिया। ठोकिया बच निकला। उसका साथी मइयादीन पटेल मारा गया। ददुआ की मौत से बौखलाए ठोकिया ने उसी रात लौट रही यूपी एसटीएफ पर बघोलन के पास हमला किया। इसमें एसटीएफ के 6 जवान राजेश चौहान, बृजेश यादव, लक्ष्मण शर्मा, गिरीश चंद्र नागर, उमाशंकर यादव और ईश्वर देव सिंह तथा मुखबिर रामकरन की मौत हो गई थी।

इधर,मानवता शर्मसार: गोद लिए बेटे ने कर दी मां की हत्या…
वहीं एक अन्य इंदौर के पंढरीनाथ में महिला की मौत का मामला मानवता को शर्मसार करने वाला निकला। फ्लैट बेचने के विवाद में गोद लिए बेटे ने मुंह-नाक दबाकर मां की हत्या कर दी। घटना की सूचना बेटे ने पुलिस को दी थी। तब झूठी कहानी गढ़ कर बताया था जहर खाने से मां की जान गई। पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई है।

एडिशनल डीसीपी प्रशांत चौबे ने बताया, किरणबाला (65) पति मनोहरलाल जैन निवासी नृसिंह बाजार की हत्या बेटे आदित्य जैन ने की थी। उसे गिरफ्तार किया है। बुधवार को बेटे ने मां की जहर खाने से मौत की सूचना दी थी। मामला संदिग्ध लगा। आदित्य से सख्ती से पूछताछ हुई तो जुर्म कबूल लिया। बोला- पिता का देहांत हो चुका है। मां व उसके नाम पर फ्लैट हैं। मां फ्लैट बेचना चाहती थी, वह सहमत नहीं था। इसी विवाद में हत्या की। तीन साल की उम्र में आदित्य को परिवार ने गोद लिया था।





Source link