15 अगस्त के बाद राजस्थान से भी कीजिए वंदे भारत ट्रेन में सफर, दिल्ली -वाराणसी से ज्यादा होगी स्पीड, जानिए A टु Z खासियत

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15 अगस्त के बाद राजस्थान से भी कीजिए वंदे भारत ट्रेन में सफर, दिल्ली -वाराणसी से ज्यादा होगी स्पीड, जानिए A टु Z खासियत

15 अगस्त के बाद राजस्थान से भी कीजिए वंदे भारत ट्रेन में सफर, दिल्ली -वाराणसी से ज्यादा होगी स्पीड, जानिए A टु Z खासियत

कोटा: राजस्थान के कोटा रेल मंडल में वंदे भारत ट्रेन का हाई स्पीड ट्रायल होगा। वंदे भारत ट्रेन के अपग्रेडेड दूसरे वर्जन का ट्रायल भी कोटा मंडल में होगा। इसके 28 अगस्त से शुरु होने की पूरी उम्मीद है। ट्रेन ट्रायल की सबसे ज्यादा स्पीड 180km रहेगी। ट्रायल के बाद ट्रेन को देश के विभिन्न रेल खंडों पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने की तैयारी है। उन रेल खंड में कोटा-जयपुर भी शामिल है। वंदे भारत ट्रेन कोटा-निजामुद्दीन के बीच दौड़ रही जनशताब्दी की जगह भी ले सकती है। इसका मुख्य कारण ट्रेन को अधिकतम 5 घंटे के रूट पर दौड़ाने को माना जा रहा है।

गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन को सबसे अधिक रफ्तार से दौड़ने का खिताब मिला है। वंदे मातरम ट्रेन का पहला वर्जन 160km प्रति घंटे की रफ्तार से दिल्ली-कटरा और दिल्ली-वाराणसी के बीच दौड़ रहा है।

15 अगस्त तक 75 वंदे भारत ट्रेन दौड़ाने की योजना
रेलवे की योजना अगले साल 15 अगस्त तक 75 वंदे भारत ट्रेन दौड़ाने की योजना है। एक ट्रेन इसी साल 15 अगस्त को दौड़ सकती है। चेन्नई स्थित आईसीएफ फैक्ट्री में हर महीने 6 से 7 वंदे भारत ट्रेनें बनाई जा रही हैं। जरूरत होने पर इस संख्या को 10 तक बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण कपूरथला में रेल कोच फैक्ट्री और रायबरेली में मॉडर्न कोच फैक्ट्री में भी किया जाएगा।

तीसरे वर्जन की स्पीड 220km
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद रेलवे की योजना वंदे भारत ट्रेन के तीसरे वर्जन लाने की भी है। जिसकी अधिकतम रफ्तार 220km होगी। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार अपग्रेडेड वंदे भारत ट्रेन में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। इसकी तकनीक भी बेहतर होंगी। अभी जो ट्रेन में सस्पेंशन या स्प्रिंग है, वह मेटल का बना होता है। वंदे भारत-2 में एयर स्प्रिंग लगाए जाएंगे।

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उल्लेखनीय है कि कोच की बॉडी और कोच के व्हील के बीच स्प्रिंग लगे होते हैं जो कि शॉक आबजर्बर का काम करते हैं। एयर स्प्रिंग लग जाने से ट्रेन की राइड क्वालिटी काफी बेहतर हो जाएगी।

पहले वर्जन का परीक्षण भी कोटा में हुआ था
उल्लेखनीय है कि वंदे भारत ट्रेन के पहले वर्जन का परीक्षण भी 2018 में कोटा मंडल में हुआ था। उस समय भी ट्रेन को अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया था।

रिपोर्ट : अर्जुन अरविंद

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