हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह का जवाब, कहा- FPO में नहीं होगा कोई बदलाव

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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह का जवाब, कहा- FPO में नहीं होगा कोई बदलाव

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह का जवाब, कहा- FPO में नहीं होगा कोई बदलाव


नई दिल्ली: अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट (Hindenburg Report) के आने के बाद से अडानी समूह की मुश्किल बढ़ गई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण गौतम अडानी की संपत्ति में बड़ी गिरावट हुई है। उनके शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। इस रिपोर्ट के कारण अडानी के फॉलो अप पब्लिक ऑपरिंग को झटका लगा है। हालांकि कंपनी के 2.5 अरब डॉलर के इस फॉलो-अप पब्लिक ऑफरिंग (Adani FPO) को लेकर अडानी समूह ने बड़ा बयान दिया है। उसने कहा है कि एफपीओ की निर्धारित कीमतों में, उसके क्लोजिंग डेट में किसी तरह के बदलाव नहीं होगा।

अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह ने अपनी अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) के तहत निर्धारित कीमतों या बिक्री की तारीखों में किसी तरह के बदलाव की संभावना से शनिवार को इनकार किया। अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज समेत समूह की सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गयी है।

समूह के प्रवक्ता ने कहा कि अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का एफपीओ निर्धारित समय और घोषित मूल्य दायरे के अनुसार चल रहा है। निर्गम मूल्य के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। प्रवक्ता ने कहा कि बैंकरों और निवेशकों सहित हमारे सभी हितधारकों को एफपीओ पर पूरा भरोसा है। हम एफपीओ की सफलता को लेकर बेहद आश्वस्त हैं। अडाणी समूह ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण और फर्जी है और उसके एफपीओ को नाकाम करने के इरादे से लाई गई है।

अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ को शुक्रवार को आवेदन के पहले दिन केवल एक प्रतिशत अभिदान मिला था। यह एफपीओ 31 जनवरी को बंद होगा। शेयर बाजार बीएसई पर उपलब्ध सूचना के अनुसार अडाणी एंटरप्राइजेज लि. के एफपीओ के पहले दिन 4.55 करोड़ शेयर के बदले केवल 4.7 लाख शेयरों के लिए ही बोली आई।

कंपनी ने एफपीओ के लिये कीमत दायरा 3,112 से 3,276 रुपये प्रति शेयर रखा हुआ है। हालांकि शुक्रवार को इसका शेयर बीएसई में 2,762.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ। खुदरा निवेशकों ने चार लाख शेयरों के लिये आवेदन किये जबकि उनके लिये 2.29 करोड़ शेयर आरक्षित हैं। वहीं पात्र संस्थागत खरीदारों की श्रेणी में 1.28 करोड़ शेयर के मुकाबले केवल 2,656 शेयर के लिये बोली आई। गैर-संस्थागत निवेशकों ने 60,456 शेयर के लिये बोली लगायी जबकि पेशकश 96.16 लाख शेयर की है।

एफपीओ खुलने के पहले अडाणी एंटरप्राइजेज ने एंकर यानी बड़े निवेशकों से 5,985 करोड़ रुपये जुटाए थे।हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यह रिपोर्ट आने के बाद विविध कारोबार से जुड़े अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।

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