हिंडनबर्ग का एक और धमाका, निशाने पर गौतम अडानी नहीं ये कारोबारी, धड़ाम हुए कंपनी के शेयर

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हिंडनबर्ग का एक और धमाका, निशाने पर गौतम अडानी नहीं ये कारोबारी, धड़ाम हुए कंपनी के शेयर

हिंडनबर्ग का एक और धमाका, निशाने पर गौतम अडानी नहीं ये कारोबारी, धड़ाम हुए कंपनी के शेयर


नई दिल्ली: अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिडनबर्ग ने आज सुबह इशारा किया था कि वो एक बार फिर से बड़ा खुलासा करने वाले है। शाम होते-होते उन्होंने धमाका कर दिया। इस बार हिंडनबर्ग के निशाने पर गौतम अडानी नहीं बल्कि ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी है। जैक डोर्सी की पेमेंट कंपनी ब्लॉक इंक को लेकर हिंडनबर्ग ने बड़ा खुलासा किया है। ट्विटर पर हिंडनबर्ग ने लंबा-चौड़ा दस्तावेज अपलोड किया है। अपनी रिपोर्ट में शॉर्ट सेलिंग कंपनी ने कहा कि ब्लॉक इंक ने अपने यूजर्स को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया है। कंपनी पर गंभीर आरोप लगे हैं। हिंडनबर्ग ने कहा है कि ब्लॉक इंक ने अपने कस्टमर एक्वीजिशन कॉस्ट को भी कम कर दिखाया गया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद ब्लॉक इंक के शेयरों में 20 फीसदी तक गिर गए। शेयरों में गिरावट से कंपनी को अरबों को नुकसान हुआ है।

24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने इसी तरह से गौतम अडानी की कंपनी अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाए थे। कंपनी पर अकाउंट में हेराफेरी, कर्ज छिपाने , शेयर की ओवरप्राइसिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। इस आरोप के बाद अडानी के शेयर भरभराकर गिर गए। एक महीने के भीतर अडानी समूह का मार्केट कैप 145 अरब डॉलर तक गिर गया। खुद गौतम अडानी की संपत्ति 127 अरब डॉलर से गिरकर 37 अरब डॉलर पर पहुंच गई। हिंडनबर्ग के आरोपों के कारण अडानी के निवेशकों का भरोसा हिला, जिसके असर कंपनी के मार्केट कैप पर देखने को मिला।

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ट्विटर के एक्स सीईओ हैं जैक डोर्सी

हिंडनबर्ग के निशाने पर इस बार ट्विटर के एक्स सीईओ जैक डोर्सी है। उनकी कंपनी Block Inc पर गंभीर आरोप लगा है। कंपनी का पुराना नाम Square है । अगर मार्केट कैप की बात करें तो कंपनी का मार्केट कैप 44 अरब डॉलर का है। अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि कंपनी स्क्वॉयर ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी की मदद से धोखाधड़ी की है। कंपनी पर आरोप लगाया है कि उसने अनबैंक्ड और अंडरबैंक्ड को एम्पॉवर किया। ये वो लोग होते हैं, जिनका कोई बैंक खाता नहीं होता या फिर जो बैंक खाता होने के बावजूद दूसरे फाइनेंशियल सर्विसेज का इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें जैक डोर्सी की ये कंपनी कोरोना के समय खूब चमकी थी ।

कैश ऐप प्लेटफॉर्म है ब्लॉक इंक

ब्लॉक इंक का कारोबार कोरोना महामारी के समय खूब बूस्ट हुआ था। इस दौरान इस कैश ऐप के जरिए हर महीने 5.1 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजैक्शन हुआ। कैश ऐप ने मोटी कमाई की। अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने कहा कि कोरोना के वक्त सरकार की ओर से मिल रही राहतों का कंपनी ने गलत इस्तेमाल किया है।

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