हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में जमा किए सिर्फ 600 रुपये और ले लिया करोड़ों कीमत का प्लॉट, खुला फर्जीवाड़ा
HSVP की जांच के मुताबिक पालम विहार के डी ब्लॉक निवासी एक शख्स ने सेक्टर 23-23ए के प्लॉट नंबर 3760 की ई-ऑक्शन में हिस्सा लिया था। इस व्यक्ति के नाम पर करीब 4.89 करोड़ में बोली छोड़ी गई थी। अलॉटी ने पिछले साल जुलाई से लेकर सितंबर तक HSVP में ऑनलाइन 100-100 रुपये की 6 बार पेमेंट की, लेकिन PPM सिस्टम पर करीब 4.40 करोड़ रुपये जमा दिख रहे हैं।
13 अक्टूबर को हुई रजिस्ट्री
इस राशि के जमा होने के बाद HSVP ने पिछले साल 12 सितंबर को इस अलॉटी को प्लॉट का पजेशन दे दिया। 10 अक्टूबर को बिल्डिंग प्लान मंजूर हो गया। 13 अक्टूबर को रजिस्ट्री हो गई। 2 दिसंबर को डीसीपी सर्टिफिकेट जारी हो गया, जिसके बाद अलॉटी ने निर्माण शुरू कर दिया।
HSVP के एस्टेट ऑफिसर वन ने अलॉटमेंट लेटर, बिल्डिंग प्लान मंजूरी, रजिस्ट्री और डीपीसी सर्टिफिकेट को कैंसल करने के आदेश जारी किए हैं। एसडीओ सर्वे को आदेश दिए हैं कि वे इस प्लॉट को अपने कब्जे में लें। तहसीलदार से आग्रह किया है कि इस प्लॉट की एवज में हुई रजिस्ट्री को कैंसल किया जाए।
अलॉटी ने सेक्टर 23-23ए में प्लॉट की एवज में 600 रुपये जमा करवाए हैं, लेकिन पीपीएम में 4.40 करोड़ जमा दिख रहे हैं। मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देश के बाद इस प्लॉट की अलॉटमेंट, रजिस्ट्री, मंजूर बिल्डिंग प्लान और डीसीपी सर्टिफिकेट कैंसल करने के आदेश दिए हैं।
विकास ढांडा, एस्टेट ऑफिसर वन, HSVP
अलॉटी की पत्नी का नाम आ चुका फर्जीवाड़े में
इससे पहले इस अलॉटी की पत्नी पर HSVP के साथ फर्जीवाड़ा कर पालम विहार और सेक्टर 23-23ए में रिहायशी और व्यावसायिक प्लॉट हासिल करने का आरोप है। इस अलॉटी की पत्नी के नाम 4 रिहायशी और व्यावसायिक प्लॉट की अलॉटमेंट को HSVP ने कैंसल कर दिया है। इस महिला के खिलाफ HSVP मुख्यालय ने पंचकूला स्थित ईओडब्ल्यू (इकोनॉमिक अफेंस विंग) में एफआईआर दर्ज करवा दी है।