हम सावरकर की सेना से नहीं, राहुल गांधी की सेना से हैं… जमानत पर बाहर आए विक्रांत भूरिया ने कसा तंज
हम सावरकर की सेना से नहीं- भूरिया
विक्रांत भूरिया ने कहा कि वह गिरफ्तारी से नहीं डरते। उन्होंने बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहा कि भूल गए हैं कि हम सावरकर की सेना से नहीं बल्कि राहुल गांधी की सेना से हैं। मामले में जमानत पर रिहा होने के एक दिन बाद भूरिया ने यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से कहा, हम गिरफ्तारी से नहीं डरते। राहुल गांधी के सिपाही के रूप में मैं जेल जाने के लिए तैयार हूं। हम कांग्रेसी हैं, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए जेलों में समय बिताया।
झाबुआ से हुई थी गिरफ्तारी
विक्रांत भूरिया ने यह भी कहा कि उन्हें इसके बावजूद भी गिरफ्तार किया गया कि जिन धाराओं के तहत उन पर आरोप लगाया गया है उसके लिए सजा दो साल से कम है। भूरिया ने दावा किया, अदालतों के अनुसार, अगर आरोप में सात साल से कम की सजा है तो गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। लेकिन भोपाल (रेलवे) पुलिस मुझे गिरफ्तार करने के लिए 350 किलोमीटर की दूरी तय करके झाबुआ आई। मध्य प्रदेश सरकार ने पुलिस को अपनी कठपुतली बना लिया है।
राहुल गांधी के अयोग्य घोषित होने के बाद से हो रहे प्रदर्शन
मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हाल में गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद कांग्रेस शुक्रवार से पूरे मध्य प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रही है। अंडमान और निकोबार जेल से बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगने को लेकर राहुल गांधी अक्सर सावरकर पर निशाना साधते हैं।