हमें किसी सिंधिया की जरूरत नहीं, वे तोप हैं ग्वालियर क्यों हार गए?… Jyotiraditya Scindia का नाम सुन उखड़े Kamalnath
बीजेपी के संगठन से हमारी लड़ाई
कमलनाथ ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी के संगठन है। मेरी कोशिश है कि मैं कांग्रेस के संगठन को ज्यादा मजबूत करूं। उन्होंने चुनावी मुद्दे के सवाल पर कहा कि हम बीजेपी से उनके 18 वर्षों का हिसाब मांगेंगे। साथ ही हम भी अपनी सरकार का हिसाब देंगे। इस चुनाव में हमें किसी सिंधिया की आवश्यकता नहीं है। अगर सिंधिया बीजेपी के साथ हैं और इतनी बड़ी तोप हैं तो ग्वालियर का महापौर क्यों हारे? मुरैना का महापौर क्यों हारे?
चुनाव के प्रमुख मुद्दों की यदि बात करें तो भारतीय जनता पार्टी से उनके 18 वर्षों का हिसाब मांगेंगे और साथ ही अपने 15 वर्ष माह की सरकार का हिसाब भी अवश्य देंगे।
ओल्ड पेंशन स्कीम लागू होगी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करेंगे, यह हमारा प्रण है। बीजेपी कुछ चुनिंदा इकोनॉमिस्ट से सांठगांठ करके लेख प्रकाशित करवा रही है। ओल्ड पेंशन स्कीम की आवश्यकता नहीं है। कमलनाथ ने कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम बहुत आवश्यक है। हम इसे लागू अवश्य करेंगे।
जातिगत आरक्षण की मांग
वहीं, कमलनाथ ने कहा है कि जातिगत जनगणना करना बेहद आवश्यक हो चुका है। आखिर यह लोग किस चीज से डर रहे हैं और क्या छुपाने का प्रयास कर रहे हैं। ये तो फौरन फैसला करना चाहिए कि जातिगत जनगणना की जा सके। आज हमारे प्रदेश में कितनी विभिन्नता बुंदेलखंड को लीजिए, महाकौशल को ले लीजिए, ग्वालियर चंबल को ले लीजिए। हमारे संभागों में कितनी जातीय विभिन्नता है, यह बात जनगणना में खुलकर सामने आ जाएगी।
सौदा कर हमारी सरकार गिरा दी गई
कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार सौदे की राजनीति के चलते गिरा दी गई। मैं भी सौदा कर सकता था। मैं मुख्यमंत्री था। मध्यप्रदेश की पहचान सौदे की राजनीति से नहीं बनने देना चाहता था। सरकार गिराने की साजिश है। तीन महीनों से चल रही थी। हमारे विधायक स्वयं जाकर बताया करते थे कि हमें इतने पैसे दिए जा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें