सुरक्षित बैंकिंग से दी जा सकती है साइबर क्राइम को मात, DCP (शाहदरा) ने दिए साइबर सेफ्टी के टिप्स

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सुरक्षित बैंकिंग से दी जा सकती है साइबर क्राइम को मात, DCP (शाहदरा) ने दिए साइबर सेफ्टी के टिप्स

सुरक्षित बैंकिंग से दी जा सकती है साइबर क्राइम को मात, DCP (शाहदरा) ने दिए साइबर सेफ्टी के टिप्स

तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल के बीच साइबर क्राइम का ग्राफ भी ऊंचा उठ रहा है। अब आम आदमी तक इसका शिकार बन रहा है। एनबीटी साइबर सुरक्षा कवच अभियान इसी क्राइम पर शिकंजा कसने के लिए चलाया जा रहा है। हंसराज स्मारक सीनियर सेकेंडरी स्कूल दिलशाद गार्डन में आज पुलिस अफसर छात्रों को साइबर क्राइम से बचने के टिप्स देंगे। इससे पहले डीसीपी रोहित मीणा (शाहदरा) से की शंकर सिंह ने खास बातचीत:

किस तरह से साइबर क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है?

सोशल मीडिया और ऑनलाइन पैसों के लेन-देन का इस्तेमाल कर ठग ऐसे अपराध को अंजाम दे रहे हैं। इसलिए लोगों को इनका इस्तेमाल करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी लालच या झांसे में नहीं आना चाहिए। फोन पर आने वाले किसी भी अनजान लिंक या क्यूआर कोड को स्कैन करने से बचना चाहिए। ठग लगातार नए-नए तरीके अपनाते हैं, इसलिए लोगों को भी तकनीक को लेकर हमेशा अपडेट रहना होगा।

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किस तरह से लोग खुद को ठगी से बचा सकते हैं?

साइबर क्राइम की चपेट में आने से बचने का सबसे अहम तरीका है सुरक्षित बैंकिंग। अपराधी इस तरह के क्राइम में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का सहारा लेते हैं। इसलिए कभी भी अगर कहीं पैसा ट्रांसफर करना है तो उसके बारे में पूरी तरह से पड़ताल कर लें। बगैर फूलप्रूफ जानकारी के किसी को भी पैसा नहीं भेजें। अनजान शख्स से ओटीपी शेयर करना, लिंक क्लिक करना और क्यूआर कोड स्कैन करना लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाने का काम करते हैं।

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पुलिस साइबर क्राइम के केसों को देर में दर्ज क्यों करती है?

साइबर फ्रॉड होते ही सबसे पहले 1530 पर कॉल करना चाहिए या www.cybercrime.gov.in पर कंप्लेंट करनी चाहिए, ताकि ठगों ने जिस खाते में पैसा ट्रांसफर किया है, उसे फ्रीज किया जा सके। इसके बाद साइबर थाना पुलिस शुरुआती जांच करती है, जिसमें तमाम तरह के दस्तावेज, फोन नंबर और बैंक अकाउंट खंगाले जाते हैं। इसके बाद पुलिस मुकदमा दर्ज करती है। इसलिए थोड़ा समय लग जाता है।

लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम पर शिकंजा कैसे कसा जाएगा?

पुलिस ने कई हॉटस्पॉट की पहचान की है, जहां से खास तरह के साइबर क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है। इसी तरह साइबर पोर्टल पर आने वाली शिकायतों में कुछ खास फोन नंबर से ठगी होने की बात सामने आती है, तो उन नंबरों के आईएमईआई नंबर को ब्लॉक कराया जाता है। उन बैंक अकाउंट्स को भी फ्रीज कराया जाता है, जिनमें पीड़ितों से पैसा ट्रांसफर कराने की बात सामने आती है। स्पेशल ऑपरेशन भी चलाए जाते हैं।

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NBT साइबर सुरक्षा कवच: हंसराज स्कूल के छात्रों को आज मिलेंगे टिप्स

  • मौजूदगी : डीसीपी (शाहदरा ): रोहित मीणा
  • एसीपी (एसएचओ साइबर थाना) : संजय कुमार
  • एसएचओ (सीमापुरी) विनय यादव
  • इंस्पेक्टर (साइबर) : राहुल कुमार
  • स्कूल चेयरमैन: भूपेंद्र महाजन
  • स्कूल मैनेजर : अरुण कुमार महाजन
  • प्रिंसिपल : अंजू सिंह

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