सराय टोल पाल करते ही सामने लगा दी कार, दिल्ली-मथुरा नैशनल हाइवे पर बदमाशों ने स्क्रैप कारोबारी को लूटा
फरीदाबाद : तंग गलियों की बात छोड़िए, लोग नैशनल हाइवे पर भी सुरक्षित नहीं हैं। अंधेरे के कारण बेखौफ बदमाश यहां भी लोगों से लूटपाट कर रहे हैं। सोमवार रात दिल्ली-मथुरा नैशनल हाइवे पर कार सवार बदमाशों ने कारोबारी और उनके दोस्त को रोककर मारपीट की। आरोपियों ने हथियार दिखाकर मोबाइल और कैश लूट लिया। पीड़ित ने लोगों की मदद से सूचना दी तो मौके पर सराय थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच बदरपुर की टीम पहुंच गई। चार बदमाशों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
सराय टोल पार करते ही बदमाशों ने रोका
कुरैशीपुर गांव में रहने वाले स्क्रैप व्यापारी मो.इबरार ने बताया कि वह अपने दोस्त मो.मुफुम के साथ अपनी कार से दिल्ली से लौट रहे थे। रात करीब 10 बजे उन्होंने सराय टोल पार किया ही था कि कुछ देर में हाइवे पर ही उनकी कार के आगे दिल्ली नंबर की सिल्वर आई-10 कार आकर रुकी। उसमें से चार लड़के उतरे। बदमाशों ने उन्हें कार से उतारकर पीटना शुरू कर दिया। मारपीट करते हुए आरोपियों ने उन्हें कट्टा दिखाकर मोबाइल और पांच हजार रुपये लूट लिए। इबरार ने बताया कि विरोध करने पर युवकों ने और ज्यादा पीटा, फिर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।
गेट नहीं खोला तो हथियार दिखाए
पीड़ित मो.इबरार ने बताया कि बदमाशों ने जिस जगह उनकी कार रोकी, वहां नैशनल हाइवे की लाइट बंद थीं। वहां लाइट बंद होने से अंधेरा था। हाइवे पर गाड़ियां आ-जा रही थीं, लेकिन किसी ने भी रोककर मदद नहीं की। मो.इबरार ने बताया कि जैसे ही सराय टोल पार किया वैसे ही कुछ दूर चलकर बदमाशों ने कार के आगे अपनी कार लगाई। इस कारण उन्हें अचानक ब्रेक लगानी पड़ी। इसके बाद चार बदमाश कार से उतरकर आए और कार का शीशा खोलने को कहा। ऐसा न करने पर बदमाशों ने शीशे पर मुक्के मारने शुरू कर दिए। उन्होंने कट्टा दिखाया और दो बदमाश बोनट के सामने खड़े हो गए। बदमाशों के डर से जैसे ही गेट खोला तो उन्होंने पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों ने लात-घूंसों से पीटा। विरोध करने पर बदमाश ने कट्टे की बट से मारा और लूटपाट की। पीड़ित ने बताया कि लूट के बाद हाइवे पर कॉल के लिए बूथ खोजा, लेकिन ऐसा बूथ नहीं मिला। इसके साथ ही आसपास मौजूद पुलिस चौकी पर ताला लटका हुआ था। उन्होंने राहगीर से फोन लेकर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल की। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
पुराने ने कर्मचारी ने कॉल कर पूछी लोकेशन, फिर की वारदात
क्राइम ब्रांच बदरपुर प्रभारी इंस्पेक्टर सेठी मलिक ने बताया कि लूट के मामले में टीम ने एक घंटे में चार आरोपियों को कार सहित पाली रोड से काबू किया है। घटना में मुख्य आरोपी आसिफ पीड़ित के पास डेढ़ साल पहले काम कर करता था। आरोपी ने पीड़ित को कॉल कर पहले पूछा था कि वो कहां है। पीड़ित ने अपनी लोकेशन बताई तो आरोपी आसिफ अपने तीन साथियों संग सराय टोल के आगे पहुंच गया। आरोपी को लगा था कि पीड़ित के पास मोटी रकम होगी। आरोपी आसिफ अपने साथी इरफान के साथ दयालपुर दिल्ली में रहता है। उसके दो और साथी शकील खान और हुम्मकदीन यूपी के बुलंदशहर निवासी हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
50 मीटर दूर था पुलिस सहायता बूथ
वारदात वाली जगह से महज 50 मीटर दूर हाइवे पर पुलिस सहायता बूथ है। दावा है कि वहां 24 घंटे पुलिस तैनात रहती है। इसके बावजूद उन्हें लूटपाट की भनक तक नहीं लगी। पीड़ित ने बताया कि देर रात वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। बदमाश दिल्ली की ओर भागने के लिए पाली रोड से जाते समय पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
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सराय टोल पार करते ही बदमाशों ने रोका
कुरैशीपुर गांव में रहने वाले स्क्रैप व्यापारी मो.इबरार ने बताया कि वह अपने दोस्त मो.मुफुम के साथ अपनी कार से दिल्ली से लौट रहे थे। रात करीब 10 बजे उन्होंने सराय टोल पार किया ही था कि कुछ देर में हाइवे पर ही उनकी कार के आगे दिल्ली नंबर की सिल्वर आई-10 कार आकर रुकी। उसमें से चार लड़के उतरे। बदमाशों ने उन्हें कार से उतारकर पीटना शुरू कर दिया। मारपीट करते हुए आरोपियों ने उन्हें कट्टा दिखाकर मोबाइल और पांच हजार रुपये लूट लिए। इबरार ने बताया कि विरोध करने पर युवकों ने और ज्यादा पीटा, फिर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए।
गेट नहीं खोला तो हथियार दिखाए
पीड़ित मो.इबरार ने बताया कि बदमाशों ने जिस जगह उनकी कार रोकी, वहां नैशनल हाइवे की लाइट बंद थीं। वहां लाइट बंद होने से अंधेरा था। हाइवे पर गाड़ियां आ-जा रही थीं, लेकिन किसी ने भी रोककर मदद नहीं की। मो.इबरार ने बताया कि जैसे ही सराय टोल पार किया वैसे ही कुछ दूर चलकर बदमाशों ने कार के आगे अपनी कार लगाई। इस कारण उन्हें अचानक ब्रेक लगानी पड़ी। इसके बाद चार बदमाश कार से उतरकर आए और कार का शीशा खोलने को कहा। ऐसा न करने पर बदमाशों ने शीशे पर मुक्के मारने शुरू कर दिए। उन्होंने कट्टा दिखाया और दो बदमाश बोनट के सामने खड़े हो गए। बदमाशों के डर से जैसे ही गेट खोला तो उन्होंने पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों ने लात-घूंसों से पीटा। विरोध करने पर बदमाश ने कट्टे की बट से मारा और लूटपाट की। पीड़ित ने बताया कि लूट के बाद हाइवे पर कॉल के लिए बूथ खोजा, लेकिन ऐसा बूथ नहीं मिला। इसके साथ ही आसपास मौजूद पुलिस चौकी पर ताला लटका हुआ था। उन्होंने राहगीर से फोन लेकर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल की। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
पुराने ने कर्मचारी ने कॉल कर पूछी लोकेशन, फिर की वारदात
क्राइम ब्रांच बदरपुर प्रभारी इंस्पेक्टर सेठी मलिक ने बताया कि लूट के मामले में टीम ने एक घंटे में चार आरोपियों को कार सहित पाली रोड से काबू किया है। घटना में मुख्य आरोपी आसिफ पीड़ित के पास डेढ़ साल पहले काम कर करता था। आरोपी ने पीड़ित को कॉल कर पहले पूछा था कि वो कहां है। पीड़ित ने अपनी लोकेशन बताई तो आरोपी आसिफ अपने तीन साथियों संग सराय टोल के आगे पहुंच गया। आरोपी को लगा था कि पीड़ित के पास मोटी रकम होगी। आरोपी आसिफ अपने साथी इरफान के साथ दयालपुर दिल्ली में रहता है। उसके दो और साथी शकील खान और हुम्मकदीन यूपी के बुलंदशहर निवासी हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
50 मीटर दूर था पुलिस सहायता बूथ
वारदात वाली जगह से महज 50 मीटर दूर हाइवे पर पुलिस सहायता बूथ है। दावा है कि वहां 24 घंटे पुलिस तैनात रहती है। इसके बावजूद उन्हें लूटपाट की भनक तक नहीं लगी। पीड़ित ने बताया कि देर रात वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। बदमाश दिल्ली की ओर भागने के लिए पाली रोड से जाते समय पुलिस के हत्थे चढ़ गए।