सरकारी राजस्व की रक्षा के साथ ही पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे रोहित मेहरा

105
सरकारी राजस्व की रक्षा के साथ ही पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे रोहित मेहरा

सरकारी राजस्व की रक्षा के साथ ही पर्यावरण की रक्षा भी कर रहे रोहित मेहरा

चंडीगढ़, सात अगस्त (भाषा) वह आयकर अधिकारी हैं जो सरकारी राजस्व की रक्षा के लिए कर चोरों पर पैनी नजर रखने के साथ ही साथ ही हरित आवरण बढ़ाकर पर्यावरण की रक्षा करने में भी लगे हैं।

अतिरिक्त आयकर आयुक्त रोहित मेहरा वर्तमान में अमृतसर में तैनात हैं। उन्होंने पिछले पांच साल में अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, संगरूर, गुरदासपुर, मोहाली, दिल्ली, जम्मू, सूरत और बड़ौदा जैसे स्थानों पर 12 लाख पेड़-पौधे लगाए हैं तथा 700 वर्टिकल गार्डन और 250 शहरी वन उगाए हैं।

भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 2004 बैच के अधिकारी मेहरा का कहना है, “हरित आवरण बढ़ाने के लिए पौधे उगाना मेरा जुनून है। यह पर्यावरण के लिए मेरी सेवा है।”

पर्यावरण रक्षा से संबंधित उनकी यात्रा लगभग पांच साल पहले तब शुरू हुई थी जब उनके बेटे के स्कूल ने धुंध और खराब वायु गुणवत्ता के कारण छुट्टी घोषित कर दी थी।

मेहरा ने नवंबर 2017 की इस घटना को याद करते हुए कहा, “उस समय मैंने सोचा था कि मैं अपने बच्चों के लिए स्वच्छ हवा सुनिश्चित नहीं कर सकता। इसने मुझे पर्यावरण के लिए कुछ करने को प्रेरित किया।”

उन्होंने कहा, “जीवन में आपके पास हमेशा दो विकल्प होते हैं, या तो किसी भी स्थिति पर प्रतिक्रिया दें या आप जाएं और कार्रवाई करके स्थिति को बदल दें, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो। मैंने उसे बदलने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाने शुरू कर दिए।”

उनका परिवार उस समय लुधियाना में रह रहा था।

मेहरा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”हम तभी स्वस्थ रह सकते हैं, जब हमारे आसपास स्वच्छ वातावरण हो।”

उन्होंने वर्टिकल गार्डन स्थापित करने के साथ पर्यावरण रक्षा संबंधी अपनी यात्रा की शुरुआत की थी और ऐसा पहला उद्यान लुधियाना में आयकर कार्यालय में स्थापित किया गया।

मेहरा ने प्लास्टिक की बेकार बोतलों का इस्तेमाल वर्टिकल गार्डन स्थापित करने के लिए किया, जिन्हें हरी दीवार के रूप में भी जाना जाता है।

आयकर अधिकारी ने कहा, ”हम तिहाड़ जेल, रेलवे स्टेशन, थाने, स्कूल, कॉलेज, सरकारी भवनों समेत कई जगहों पर 700 से अधिक वर्टिकल गार्डन पहले ही स्थापित कर चुके हैं।”

उन्होंने कहा कि अब तक 70 टन बेकार प्लास्टिक का इस्तेमाल वर्टिकल गार्डन उगाने में किया जा चुका है।

वर्टिकल गार्डन के अलावा, मेहरा ने विभिन्न भूमि आकारों में केवल देशी प्रजातियों के 250 शहरी वन उगाए हैं।

मेहरा ने स्वयंसेवकों की एक टीम के साथ कई कचरा स्थलों को मिनी-जंगलों में बदल दिया है। इसके अलावा, औद्योगिक क्षेत्रों में, पंचायत भूमि पर और नहरों के पास शहरी वन स्थापित किए हैं।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News