सबसे ऊंचा होगा RRTS का गाजियाबाद स्टेशन, शहर की इन तीन सड़कों से लिंक होगा

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सबसे ऊंचा होगा RRTS का गाजियाबाद स्टेशन, शहर की इन तीन सड़कों से लिंक होगा

सबसे ऊंचा होगा RRTS का गाजियाबाद स्टेशन, शहर की इन तीन सड़कों से लिंक होगा


गाजियाबाद: मार्च 2023 तक 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता वाले खंड पर हाईस्पीड ट्रेन चलाने का टारगेट है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) इसका जल्द ट्रायल भी करने वाला है, इसलिए ट्रायल से पहले ही स्टेशनों को तेजी से डिवेलप किया जा रहा है। गाजियाबाद स्टेशन कॉरिडोर का सबसे ऊंचा स्टेशन है, जिसकी भूमि स्तर से ऊंचाई 26 मीटर है। इस स्टेशन की लंबाई करीब 215 मीटर और चौड़ाई लगभग 42 मीटर है। इस स्टेशन में 4 लेवल हैं, ग्राउंड, कॉनकोर्स (कॉनकोर्स एक ऐसी जगह है जहां रास्ते या सड़कें मिलती हैं), मैज़नीन (एक्स्ट्रा फ्लोर) और प्लैटफॉर्म। इस स्टेशन का सिविल निर्माण करीब 90 प्रतिशत हो चुका है।

इस तरह मिलेगी लोगों को कनेक्टिविटी

गाजियाबाद स्टेशन सबसे ज्यादा व्यस्त लोकेशन पर है इसलिए लोगों को सुविधा देने के लिए यहां सबसे ज्यादा 5 प्रवेश-निकास द्वार बनाए जाएंगे। यह स्टेशन तीनों ओर से सड़कों से घिरा है, इसी वजह से यात्रियों को सुरक्षित स्टेशन तक पहुंचाने के लिए तीन प्रवेश-निकास द्वारों को इन तीनों सड़कों के साथ बनाया जाएगा, ताकि लोग यातायात के संपर्क में आए बिना स्टेशन में आ-जा सकें। इन तीनों प्रवेश निकास द्वारों को फुट ओवरब्रिज (FOB) के जरिए स्टेशन से जोड़ा जाएगा। FOB के जरिए स्टेशन से जुड़ने वाला एक प्रवेश-निकास द्वार दिल्ली-गाजियाबाद रोड पर चौधरी चरण सिंह पार्क में (मेरठ तिराहा)Ṇ, एक प्रवेश-निकास द्वार आर्य नगर की ओर (जीटी रोड की तरफ) और एक प्रवेश-निकास द्वार पटेल नगर (मेरठ रोड तिराहा) की ओर बनाया जाएगा। पटेल नगर की ओर बनाए जा रहे द्वार को स्काईवॉक के जरिए मेट्रो के शहीद स्थल न्यू बस अड्डा स्टेशन से जोड़ा जाएगा। 2 प्रवेश निकास द्वार स्टेशन के नीचे बनाए जा रहे हैं। इन इलाकों के अलावा गाजियाबाद स्टेशन गाजियाबाद के सेवा नगर, भीम नगर, हिंडन विहार, मुकुन्दपुर, माधोपुर, इस्लाम नगर, कैला खेरा, जस्सीपुरा, ब्रह्मपुरी और लोहिया नगर समेत अन्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी यातायात की सुविधा प्रदान करेगा।

प्लैटफॉर्म लेवल पर चल रही फिनिशिंग

गाजियाबाद स्टेशन का सिविल निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। स्टेशन में प्लैटफॉर्म लेवल पर फिनिशिंग का कार्य जारी है। यहां स्टेशन की मेन लाइन पर ट्रैक बिछाने का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। इस स्टेशन में 2 फ्यूचर ट्रैक भी बनाए जा रहे हैं। रुफ शेड का निर्माण भी जारी है। दुहाई डिपो स्टेशन और गुलधर में 2-2 प्रवेश और निकासी के लिए गेट बनाए जा रहे हैं। बता दें कि NCRTC ने इस परियोजना का निर्माण 2019 में शुरू किया था। मार्च 2023 में 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता खंड को शुरू करने का लक्ष्य है। गुजरात के सावली से 4 ट्रेनसेट पहले ही दुहाई डिपो पहुंच चुके हैं। पूरे कॉरिडोर में टेस्टिंग ट्रायल भी शुरू हो चुका है।

तीन तरफ से जुड़ेगा साहिबाबाद स्टेशन

साहिबाबाद के यात्रियों की सुविधा को देखते हुए स्टेशन पर 3 गेट बनाए जा रहे हैं। एक प्रवेश निकास द्वार साहिबाबाद बस अड्डे (UPSRTC) की ओर, दूसरा वसुंधरा की ओर और तीसरा साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र की ओर बनाया जा रहा है। मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के तहत पहले प्रवेश निकास द्वार को साहिबाबाद बस अड्डे (UPSRTC) से जोड़ा जाएगा।

पार्क की तरफ बनेगा एक गेट

दुहाई स्टेशन पर प्रवेश और निकासी के लिए 4 गेट होंगे। इस स्टेशन के पास ही वाटर एंड एम्यूजमेंट पार्क है। उसकी तरफ भी एक गेट बनाया जा रहा है, जिससे गाजियाबाद, मेरठ और मोदीनगर के लोगों को पार्क तक पहुंचना आसान हो सके। यह वाटर एंड एम्यूजमेंट पार्क दिल्ली से मेरठ की दिशा में चलते हुए दुहाई स्टेशन से पहले बाईं ओर स्थित है। इस स्टेशन के चारों ओर आईटी एजुकेशन इंस्टिट्यूट हब हैं, जिसमें 20 से अधिक आईटी शिक्षण संस्थान हैं और यहां बड़ी संख्या में छात्र पढ़ते हैं। दुहाई स्टेशन ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से ठीक पहले बनाया जा रहा है। इस स्टेशन से उन छात्रों को भी सहूलित होगी, जो इस क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी न होने के कारण पढ़ाई करने के लिए यहीं रहने को मजबूर हैं।

रिपोर्ट: अखण्ड प्रताप सिंह

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