सड़क पर अकेले पड़ गए Kirori Lal Meena, आखिर धरने में क्यों नहीं मिला बीजेपी नेताओं का साथ?

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सड़क पर अकेले पड़ गए Kirori Lal Meena, आखिर धरने में क्यों नहीं मिला बीजेपी नेताओं का साथ?

सड़क पर अकेले पड़ गए Kirori Lal Meena, आखिर धरने में क्यों नहीं मिला बीजेपी नेताओं का साथ?


जयपुर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा (Kirori Lal Meena) सड़क पर प्रदर्शन करने में अकेले पड़ गए हैं। अलग-अलग आंदोलन के दौरान डॉ. मीणा के समर्थक तो उनके साथ नजर आए लेकिन उनकी पार्टी के पदाधिकारी ही उनका साथ देते नहीं दिख रहे हैं। पार्टी के नेता उनको समर्थन देने का झांसा तो देते हैं लेकिन सड़क पर आंदोलन में नहीं उतरने से किरोड़ीलाल मीणा अकेले पड़ जाते हैं। बीते दिनों उन्होंने पेपर लीक मामलों की जांच सीबीआई से कराने और राजस्थान की सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवाओं को 95 फीसदी आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर जयपुर कूच किया था। कड़ाके की ठंड और बारिश के दौरान भी 12 दिन तक बीजेपी सांसद धरने पर डटे रहे। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने धरना स्थल पर कुछ देर जाकर समर्थन तो दिया लेकिन सड़क पर उतरकर आंदोलन करने में पूरी तरह से साथ नहीं दिया।

अपनी ही पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पर उठाए सवाल

किरोड़ीलाल मीणा ने 4 जनवरी की दोपहर कहा कि जिस मुद्दे पर बीजेपी को खड़ा होना था, उस पर सतीश पूनिया बिल्कुल आक्रामक नहीं दिखे। डॉ. मीणा ने सतीश पूनिया को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि 31 जनवरी को पूनिया उनके धरना स्थल पर आए थे। उस दौरान उन्होंने वादा किया था कि युवा मोर्चा के कार्यकर्ता पेपर लीक मामले को लेकर प्रदेशभर में सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इसके बाद आंदोलन की बात तो दूर विरोध प्रदर्शन तक नहीं किए गए।

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इसलिए नहीं मिलता आंदोलन को पार्टी का सपोर्ट

राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा आए दिन विभिन्न मुद्दों को लेकर आंदोलन करते हैं। लगातार धरना प्रदर्शन भी करते हैं। चूंकि धरना प्रदर्शन के ये कार्यक्रम डॉ. मीणा अपने स्तर पर तय करते हैं। पार्टी से इतर आंदोलन होने के कारण पार्टी के पदाधिकारी उनके आंदोलनों में हिस्सा नहीं लेते हैं। खुद बीजेपी सांसद मीणा ने भी यह शिकायतें की हैं कि पार्टी उनके आन्दोलनों को महत्व नहीं देती। इसी के चलते वे पिछले 3 साल से प्रदेश संगठन से अलग आंदोलन करते रहते हैं।

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डेढ़ साल पहले भी अकेले पड़ गए थे किरोड़ीलाल मीणा

अक्टूबर 2021 में रीट पेपर लीक मामले को लेकर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने आंदोलन शुरू किया था। उन्होंने कई दिनों तक शहीद स्मारक पर धरना दिया था। इसके बावजूद भी पार्टी के नेता उनके साथ नहीं पहुंचे। बाद में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने उन्हें बीजेपी कार्यालय बुलाया और कहा कि आप धरना स्थगित कीजिए। आने वाले दिनों में बीजेपी के सभी विधायक सरकार के खिलाफ धरने पर बैठेंगे। इसके बाद डॉ. मीणा पिंकसिटी प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू हुए और धरना स्थगित किया।

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डेढ़ साल बीतने के बाद भी किरोड़ीलाल मीणा के उठाए मुद्दे पर आज तक बीजेपी के विधायकों ने सामूहिक रूप से धरना नहीं दिया। 24 जनवरी 2023 को उन्होंने दौसा से जयपुर कूच किया। आगरा रोड पर 12 दिन तक धरने पर बैठे रहे। बीजेपी के नेता कुछ मिनट के लिए धरना स्थल पर जरूर पहुंचे लेकिन सड़क पर उतर कर आंदोलन करने में साथ नहीं दिया। आखिर शनिवार 4 फरवरी को राज्य सरकार के कार्रवाई का आश्वासन लेकर डॉ. मीणा को धरना स्थगित करना पड़ा।
रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर

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