‘सचिन ने सड़कों पर किया था संघर्ष, तब मिली थी सत्ता… अब पायलट को बनाया जाए सीएम’, राजस्थान में फिर उठी आवाज

129
‘सचिन ने सड़कों पर किया था संघर्ष, तब मिली थी सत्ता… अब पायलट को बनाया जाए सीएम’, राजस्थान में फिर उठी आवाज

‘सचिन ने सड़कों पर किया था संघर्ष, तब मिली थी सत्ता… अब पायलट को बनाया जाए सीएम’, राजस्थान में फिर उठी आवाज

कोटा: राजस्थान कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन का मामला ठंडा हुआ नहीं हैं। अभी सर्द मौसम में भी मामला आग की तरह सुलग रहा हैं। कोटा देहात कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष सरोज मीणा ने नेतृत्व परिवर्तन के मामले को आज रविवार को फिर से सुलगा दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थन में राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लेकर पहुंचे, उसके पहले प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन हो जाना चाहिए। अगर आलाकमान राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन करता हैं और पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाता हैं तो प्रदेश में पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी सत्ता में वापसी करेगी। सरोजा मीणा, गहलोत खेमे की धुर विरोधी मानी जाती हैं। दरअसल सरोज मीणा लगातार पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी करती आई हैं लेकिन उन्हें अबतक मौका नहीं मिला। इसके लिए मीणा गहलोत को ही जिम्मेदार समझती हैं।

कोटा देहात जिला अध्यक्ष सरोज मीणा ने आज कोटा शहर में प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के कोटा जिले में आने की तैयारियों को लेकर बातचीत की। सरोज ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी की यात्रा के पहले आलाकमान नेतृत्व परिवर्तन का फैसला करें। सरोज मीणा ने उदाहरण देते हुए कहा कि मानसून में बारिश आती हैं तो किसानों को बड़ी उम्मीदें बरसात से होती है। लेकिन बीच में बरसात थम जाती है, तो अरमानों पर पानी फिर जाता है। इसी तरह कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर एक माहौल बना था। लेकिन फिलहाल आलाकमान के स्तर पर कांग्रेस में वह माहौल ठंडा पड़ गया। ऐसे में कार्यकर्ता मायूस हैं। नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी का युवा कार्यकर्ता पार्टी आलाकमान की तरफ देख रहा है।

‘पायलट के सड़कों पर संघर्ष के बाद ही मिली था सत्ता’
सरोज मीणा ने कहा कि विधानसभा चुनाव को 1 साल का समय रह गया है । 12 महीने का वक्त बाकी है। साल 2023 का विधानसभा चुनाव पार्टी संगठन को जीतना है, तो नेतृत्व परिवर्तन का फैसला आलाकमान को जल्द से जल्द लेना होगा। उन्होंने कहा कि आलाकमान को विधायकों से वन टू वन बातचीत करनी चाहिए। इसको भी मुख्यमंत्री आलाकमान बनाए लेकिन सचिन पायलट की बात करें उन्होंने विपक्ष में रहते हुए सड़कों पर संघर्ष किया है। सचिन पायलट के सड़कों पर संघर्ष के परिणाम स्वरूप ही राजस्थान में पार्टी सत्ता में आई थी। सरोज मीणा ने कहा कि राहुल गांधी की राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा आने के पहले नेतृत्व परिवर्तन हो जाता है तो सत्ता वापसी में चार चांद लग जाएंगे।

‘गहलोत के बाद परिवर्तन की बात हुई थी’
जिला अध्यक्ष सरोज ने कहा कि आलाकमान एक-एक विधायक से बातचीत करें और फैसला जल्द करें। जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद परिवर्तन की बात हुई थी, ऐसे में पायलट के नेतृत्व में ही राजस्थान में दोबारा सरकार आएगी। देहात जिलाध्यक्ष ने यहां तक कहा कि पहले से ज्यादा सीटें कांग्रेस को प्रदेश में मिलेगी।

संगठन से सरकार बनती है ना कि सरकार से संगठन: सरोज मीणा
सरोज मीणा ने कहा कि संगठन से सरकार बनती है ना कि सरकार से संगठन बनता है। कांग्रेस देहात जिला अध्यक्ष ने आलाकमान को भी नसीहत दी और कहा कि आलाकमान को संगठन पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यहां तक कि कहा अगर हाइकमान ने संगठन पर ध्यान दिया, तो राजस्थान में सरकार को कोई हिलाने वाला कोई नहीं है। सरोज मीणा ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के कोटा जिले के सुकेत में आने की तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा कि तमाम तैयारियों को लेकर जिम्मेदार कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। राहुल गांधी की भारत जोड़ा यात्रा को लेकर राजस्थान कोटा देहात कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों में बड़ा उत्साह देखने को मिल रहा है।

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News