शिव की सोची-समझी चाल से बेघर हुईं अर्चना, बिग बॉस ने हिंसा तो रोकी, न्याय नहीं कर पाए

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शिव की सोची-समझी चाल से बेघर हुईं अर्चना, बिग बॉस ने हिंसा तो रोकी, न्याय नहीं कर पाए

शिव की सोची-समझी चाल से बेघर हुईं अर्चना, बिग बॉस ने हिंसा तो रोकी, न्याय नहीं कर पाए

‘बिग बॉस 16’ अब तक के सीजन्स में सबसे अलग रहा है। इसके एक या दो नहीं बल्कि कई कारण हैं। इस साल भी बिग बॉस के घर में कई तरह के अतरंगी कंटेस्टेंट्स हैं, जो कि लगभग हर बार होता है। घर में दो टीमें हैं। एक है हाई-फाई शहजादे और शहजादियों की, जिनमें हैं निमृत कौर, टीना दत्ता, शालीन भनोट, साजिद खान और अब्दू रजिक। एक टीम है दुनिया के रखवालों यानी बिग बॉस के घर के कर्ता-धर्ताओं की। इसमें हैं प्रियंका चाहर चौधरी, अंकित गुप्ता, गोरी नागोरी, सौंदर्या शर्मा, गौतम विज और अर्चना गौतम। लेकिन एक मिनट! अर्चना गौतम तो बीती रात ही घर से बेघर हो गईं, वो भी एक सीधी और सोची-समझी चाल के तहत। समझना चाहते हैं कैसे? आइए इत्मिनान से बताते हैं।

बायस्ड मत होना..गलत है शिव!
अगर आपने बिग बॉस के 10 नवंबर यानी कि बीती रात का एपिसोड देखा होगा तो कई चीजें बड़ी आसानी से समझ गए होंगे, लेकिन हां ये तभी जब आप बायस्ड नहीं होंगे और बिग बॉस को एक सच्चे आलोचक की तरह देखे होंगे। ध्यान रखने की बात बस ये है कि आप ‘बायस्ड’ नहीं होंगे। लड़ाई शुरू होने से पहले ही उस लड़ाई को एक सोची-समझी साजिश के तहत रचा गया था। वो भी बड़े सलीके से।

अर्चना को चालें चलकर शिव ने निकाला
दरअसल कल के एपिसोड में हुआ क्या कि शिव ठाकरे ने ये बात शुरू की कि अगर अर्चना को परेशान करना है, तो उसके सामने बस दीदी (यानी प्रियंका गांधी) और उसकी पार्टी का नाम ले लो। देखना वो चिढ़ जाएगी और उन्होंने ठीक वैसा ही किया। वो जानबूझकर अर्चना से लड़ाई मोल लेने लगे। इसके पहले उन्होंने एक और बात कही थी कि इस घर में जब-जब भी हिंसा हुई है, तब-तब उस कंटेस्टेंट को बाहर निकाला गया है, चाहे वो कोई भी हो। इस तरह से शिव ने अपनी एक चाल चली और अर्चना से लड़ाई करने निकल पड़े।

अर्चना को तब तक उकसाया, जब तक झापड़ ना पड़ जाए!
अर्चना के बार-बार समझाने पर भी शिव नहीं माने और वो लगातार उनकी दीदी का नाम लेकर उन्हें चिढ़ाते रहे, जब तक कि अर्चना गुस्से से न फट जाए। जैसे ही अर्चना गुस्से से फटी, शिव तब तक समझ गया था कि उसे अर्चना को ऐसे ही इंस्टिगेट करते रहना है ताकि उसका खून खौलने लगे और वो झापड़ मार दे। वो लगे रहे और चिल्लाते रहे कि आ मार…मार ना…मार मुझे…वो भी इनके मुंह पर चढ़कर। इतने में अपना आपा खो बैठीं अर्चना ने शिव का गला पकड़ लिया और पीछे धक्का दे दिया। उनके ऐसा करने से शिव के गले पर नाखून के निशान भी आ गए। बस फिर क्या! यहां मिल गया विक्टिम को अपना सबूत।

अर्चना का रातोंरात एविक्शन
इसके बाद जब बिग बॉस ने इस पूरे हंगामे को देखने के बाद शिव को कंफेशन रूम में बुलाया और उनसे पूछा कि वो क्या चाहते हैं अर्चना रहे या जाए। इसपर शिव ने उन्हें घर से बेघर करने का फैसला लिया और फिर अर्चना रोते-बिलखते रात के 3 बजे बिग बॉस के घऱ के बाहर आ गईं। इस तरह से पूरी हुई शाने शिव का भयंकर साजिश।

मराठी शो जीतकर यहां हीरो बनने चला है शिव
इससे पहले शिव मराठी बिग बॉस के विनर रह चुके हैं। उन्हें बहुच अच्छे से पता है कि कौन सा पासा कब फेंकना है और किस तरीके से फेंकना है। बस वही काम वो यहां भी कर रहे हैं और किस्मत से उस कोशिश में कामयाब भी हो रहे हैं। शिव ठाकरे को कुछ दिन बाद ही पता चल गया था कि उसके सामने अर्चना दीवार बनकर खड़ी है, इसलिए उसने अर्चना को हटाने का सबसे अच्छा तरीका निकाला, जिससे सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे।

घर में शिव के प्यादे
इसके अलावा, घर में शिव के दो-चार प्यादे भी हैं, जिनकी दिमाग केवल शिव के हिसाब से ही चलता है। इनमें से सबसे बड़ी है निमृत अहलूवालिया, जो कि पेशे से वकील हैं। लेकिन उन्होंने न जाने कौन सी यूनिवर्सिटी से ये डिग्री ली है, सबसे पहले तो उसपर ही सवाल खड़े होने चाहिए। निमृत का खुद का दिमाग काम ही नहीं करता है, बात जब तक खाने तक न आए। शिव के साथ अर्चना के ऐसा करते ही उनके अंदर जैसे मां काली आ गई हों। दरअसल शिव का बटन निमृत ही है। शिव ने बटन दबा दिया और निमृत समझ गई कि अब बवाल करना है, इसी से काम बनेगा। उसने चिखना शुरू कर दिया।

न्याय करने में चूक जाते हैं बिग बॉस
इस तरह से, बिग बॉस के घर में एक और बार हिंसा की आड़ में एक काबिल कंटेस्टेंट को घर से बेघर होना पड़ा और हमेशा की तरह इस बार भी बिग बॉस ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली। इससे एक बात तो तय हो गई है कि बिग बॉस के घर में हिंसा की कोई जगह नहीं है लेकिन अन्याय अपने पैर पसार सकता है। चाहे तरीका कोई भी हो। अब बस एक ही कामना है कि बिग बॉस अपना खेल बदल लें वरना शो को लेकर नजरिया पूरी तरह से बदल जाएगा।

नोट: लेखक के राय उसके निजी हैं।