शिंदे मंत्रिमंडल विस्तार से पहले फड़णवीस के घर नेताओं का जमावड़ा, ये वो नाम जिन्हें मिल सकती है कैबिनेट में जगह

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शिंदे मंत्रिमंडल विस्तार से पहले फड़णवीस के घर नेताओं का जमावड़ा, ये वो नाम जिन्हें मिल सकती है कैबिनेट में जगह

शिंदे मंत्रिमंडल विस्तार से पहले फड़णवीस के घर नेताओं का जमावड़ा, ये वो नाम जिन्हें मिल सकती है कैबिनेट में जगह

मुंबई: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट विस्तार की खबरों के बीच सोमवार की शाम डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस के घर पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का जमावड़ा हुआ। फड़णवीस के घर पर पहुंचे नेताओं में से अधिकांश के मंगलवार को शपथ ग्रहण करने की बात सामने आई है। फड़णवीस ने सभी नेताओं को डिनर पर बुलाया था। उनके आवास पर पहुंचे नेताओं के साथ मंथन जारी रहा। इस बीच भाजपा खेमे से मंत्री पद की शपथ लेने वाले नौ नामों की खासी चर्चा है। इनमें से कई पहले भी देवेंद्र फड़णवीस सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

भाजपा कोटे के संभावित मंत्रियों के नाम
चंद्रकांत पाटिल : चंद्रकांत पाटिल देवेंद्र फडणवीस की सरकार में भी मंत्री का पद संभाल चुके हैं। तब फडणवीस ने उन्हें राजस्व मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। इस बार भी उनके कैबिनेट में शामिल होने की चर्चा है।

सुधीर मुनगंटीवार : सुधीर मुनगंटीवार भी फडणवीस सरकार के दौरान वित्त, योजना और वन मंत्रालयों के प्रभारी रह चुके हैं। एक बार फिर उन्हें मंत्री पद दिया जा सकता है।

आशीष शेलार : फडणवीस सरकार में स्कूली शिक्षा, खेल और युवा कल्याण विभाग संभालने वाले आशीष शेलार को एक बार फिर मंत्री पद मिल सकता है। पिछली बार वे कुछ महीने ही मंत्री रह पाए थे। हालांकि, उनके प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा है।

गिरीश महाजन : फडणवीस सरकार में गिरीश महाजन ने जल संसाधन और चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री का पद संभाला था। शिंदे सरकार में भी उनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है7

राधाकृष्ण विखे पाटील : फड़णवीस सरकार के कार्यकाल के आखिर में भाजपा में शामिल हुए राधाकृष्ण विखे पाटील को मंत्री बनाया गया था। उन्हें आवास विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। इस बार वे पहले ही मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

सुरेश खाडे : सुरेश खाडे 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। वे अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। ऐसे में पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जातीय समीकरण को साधने के लिए उन्हें मंत्री बना सकती है।

अतुल सावे : औरंगाबाद पूर्व से विधायक अतुल सावे के जरिए पार्टी नगर निकाय चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करन की कोशिश करती दिख रही है। दूसरी बार विधायक बने अतुल सावे का औरंगाबाद शहर क्षेत्र में प्रभाव माना जाता है। उनके जरिए पार्टी निकाय चुनाव को जीतने की कोशिश करेगी।

रवींद्र चव्हाण : रवींद्र चव्हाण को भाजपा और शिंदे गुट को साथ लाने में बड़ी भूमिका निभाने का इनाम मिल सकता है। डोंबीवली से लगातार तीन बार विधायक रवींद्र चव्हाण फड़णवीस सरकार में राज्य मंत्री का पद संभाल चुके हैं।

गणेश नाइक : एनसीपी छोड़कर महाराष्ट्र चुनाव 2019 में भाजपा का दामन थामने वाले गणेश नाइक को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। ऐरोली से जीत कर आए नाइक पहले श्रम, उत्पाद शुल्क और पर्यावरण जैसे विभागों के मंत्री पद पर रह चुके हैं।

विजयकुमार गावित : विजयकुमार गावित वर्ष 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद से वे लगातार पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी उनके अनुभवों का लाभ उठाने की कोशिश करेगी। गावित पहले भी गठबंधन सरकारों में मंत्री रह चुके हैं।

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