‘शाह के घर की मीटिंग, हमारे विधायकों को खिलाई मिठाई’, पायलट का नाम लिए बगैर गहलोत ने सुनाई 2020 की पूरी कहानी

40
‘शाह के घर की मीटिंग, हमारे विधायकों को खिलाई मिठाई’, पायलट का नाम लिए बगैर गहलोत ने सुनाई 2020 की पूरी कहानी

‘शाह के घर की मीटिंग, हमारे विधायकों को खिलाई मिठाई’, पायलट का नाम लिए बगैर गहलोत ने सुनाई 2020 की पूरी कहानी

जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में सियासी घमासान (Rajasthan Crisis Update) और सीएम पर फंसे पेंच को लेकर सभी की निगाहें पार्टी आलाकमान पर टिकी हुई हैं। बड़ा सवाल यही है कि क्या राजस्थान में मुख्यमंत्री बदले जाएंगे? इन चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का बड़ा बयान दिया है। 2020 में सरकार के खिलाफ कुछ विधायकों के बगावती तेवर का जिक्र करते हुए उन्होंने सचिन पायलट पर तगड़ा वार किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी तो हमेशा ये कोशिश करेगी कि कैसे हमारी सरकार को डिस्टर्ब करे, अस्थिर करे। बगावत के समय अमित शाह के घर हमारे कुछ विधायक गए थे, मीटिंग हुई थी, सब जानते हैं। अमित शाह हमारे विधायकों को मिठाई खिला रहे थे। थोड़ा इंतजार की बात कर रहे थे आखिर में सच्चाई की जीत हुई।’

‘हम कैसे भूल सकते हैं उन 102 विधायकों को’
गहलोत ने आगे कहा कि हम कैसे भूल सकते हैं उन 102 विधायकों को। जिन्होंने उस समय सरकार बचाने अहम भूमिका निभाई थी। मैं उनका अहसान नहीं भूल सकता हूं। उनको मैंने कहा कि मैं उनका अभिभावक हूं। आज दो-चार विधायक मेरे खिलाफ कमेंट भी करते हैं तो भी मैं उनका बुरा कैसे मान सकता हूं बताइये। मैं कहां रहूं या नहीं रहूं, यह अलग बात है। विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये मिल रहे थे। होटल से बाहर जाने पर ही 10 करोड़ का ऑफर था।

आलाकमान गुट से हूं, मंत्री धारीवाल पर हो कार्रवाई… गलहोत खेमे पर भड़कीं कांग्रेस MLA दिव्या मदेरणा
गहलोत का बीजेपी पर वार- ये हॉर्स ट्रेडिंग कर लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग
सीएम गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब गवर्नर ने विधानसभा की मीटिंग बुलाया तो ऑफर 10-20-30-40 करोड़ कुछ भी ले लीजिए। इस प्रकार ये लोग खेल कर रहे। ये हॉर्स ट्रेडिंग करके लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग हैं। मणिपुर, गोवा छोड़ दे तो कर्नाटक, मध्य प्रदेश में उन्होंने हॉर्स ट्रेडिंग करके सरकारें बदल दी। महाराष्ट्र में भी सरकार बदल दी लेकिन राजस्थान में इनका जोर नहीं चला। गहलोत ने यह भी बताया कि 2020 में अमित शाह के घर जब हमारे कुछ विधायकों की मीटिंग हुई थी उस समय धर्मेंद्र प्रधान और जफर इस्लाम भी मौजूद थे।

navbharat times -राजस्थान कांग्रेस में बवाल के बीच प्रियंका गांधी की एंट्री, गहलोत खेमे की बगावत को दबाने की बड़ी जिम्मेवारी
पायलट का नाम लिए बगैर सीधा अटैक
2020 के सियासी घटनाक्रम, अमित शाह के संग विधायकों की मीटिंग का जिक्र तो गहलोत ने किया लेकिन सचिन पायलट का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया। उन्होंने बिना नाम लिए ही बगावती विधायकों पर टारगेट किया। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस नेतृत्व 102 विधायकों की बात का सम्मान नहीं कर रहा तो राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस पर रिएक्ट किया। उन्होंने कहा कि कई बार, कुछ कारणों से ऐसे फैसले हो जाते हैं जिन्हें मानना होता है। मुझे नहीं मालूम की किस स्थिति में यह फैसला हुआ, मैं उस पर जाना नहीं चाहता। मैं किसी को दोष नहीं देता।

Rajasthan Crisis: राजस्थान की सियासत पर सीनियर सिटीजन की बेबाक टिप्पणी, बोले – विकास रुका, आमजन परेशान

हमारे लिए अभी राजस्थान चुनाव जीतना जरूरी- गहलोत
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षकों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि विधायकों के भड़कने की नौबत क्यों आई? हमारे नेताओं को और भी पक्षों को सोचना चाहिए। विधायकों में आक्रोश पैदा क्यों हुआ है? कांग्रेस विधायकों की बैठक से पहले क्यों पर्यवेक्षकों के खिलाफ आक्रोश पैदा हुआ, इस पर विचार करना चाहिए। हमें प्रयास करना चाहिए इसे दूर करने की। अभी हमारे सामने राजस्थान चुनाव जीतना आवश्यक है। राजस्थान जीतेंगे तो आगे चुनाव जीतने की संभावना कांग्रेस में बढ़ेगी। तानाशाही प्रवृति खत्म हो। हमारी सरकार यहां रिपीट हो यही हम चाहते हैं। यही बात मैंने सोनिया गांधी, अजय माकन से भी कह चुका हूं। हमें केंद्रीय आलकमान से सहयोग मिले तो फिर हमारी सरकार बने तो हम मजबूत बनकर उभरेंगे। देश को बचाने के लिए हमे एकजुट होना होगा।

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News