शराब ठेकेदार के गुर्गाें के साथ अवैध शराब पकड़ने गए आबकारी अमले से झूमाझटकी, गुर्गों ने युवक व महिलाओं को पीटा | Excise department took action on liquor smuggler | Patrika News
IMAGE CREDIT: patrika पहली एफआइआर: अधिकारी की शह पर गुर्गों ने डंडे से पीटा
ग्रामीण रामनिवास रावत की शिकायत पर आबकारी उप निरीक्षक विजय बहादुर सिंह और उनके साथ आए चार अन्य लोगाें पर मारपीट व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 506, 34 आइपीसी और एससीएसटी एक्ट का अपराध कायम हुआ। मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। फरियादी रामनिवास का आरोप है कि आबकारी अधिकारी के साथ शराब ठेकेदार के लोग घर आ धमके और शराब तलाशने के नाम पर महिलाओं से अभद्रता करने लगे। रावत जब घर पहुंचा तो उसकी डंडे से पिटाई की गई। इसके चलते माथे पर गंभीर चोट लगी। बीच-बचाव करने आई पत्नी व बहुओं से भी अधिकारी के साथ आए लोगों ने मारपीट की।
दूसरी एफआइआर: रावत ने महिलाओं को आगे कर अमले से धक्का-मुक्की की
आबकारी विभाग के एसआइ विजय बहादुर सिंह की शिकायत पर रामनिवास रावत, उसकी पत्नी सहित परिवार की दो अन्य महिलाओं के खिलाफ मारपीट व शासकीय काम में बाधा डालने बाधा के आरोप में केस दर्ज हुआ। आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 353, 34 आइपीसी का अपराध कायम हुआ। मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। फरियादी आबकारी एसआइ का आरोप है कि अवैध लाहन होने की सूचना पर रामनिवास रावत के यहां टीम पहुंची। कार्रवाई से बचने उसने घर की महिलाओं को आगे कर टीम से बदसलूकी और धक्का-मुक्की की थी।
आबकारी की कार्रवाई के दौरान पहले भी हुए कई बवाल
अवैध शराब पकड़ने की कार्रवाई के दौरान आबकारी अमले की मौजूदगी में पहले भी कई बवाल जिले में हो चुके हैं। बीते साल अमरपाटन थाना इलाके के कृष्णगढ़ में रेड के दौरान एक बुजुर्ग की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ था। मृतक के परिजनों ने आबकारी और ठेकेदार के गुर्गों पर बुजुर्ग की पिटाई करने का आरोप लगाया था। परिजनों ने जब दो दिन तक शव को सड़क पर रख मार्ग बंद कर रखा, तब शराब ठेकेदार के कर्मचारियों सहित 25 अज्ञात लोगों पर हत्या का मामला कायम किया गया था। बताया गया कि उस कार्रवाई में भी आबकारी एसआइ विजय सिंह शामिल था। करीब दो माह पहले कोटर थाना इलाके में पूर्व सरपंच के यहां आबकारी अमले ने शराब ठेकेदार के गुर्गों के साथ दबिश दी थी। ग्रामीणों ने विरोध कर जब आबकारी अमले को घेरा तब पुलिस की सुरक्षा में सब को गांव से बाहर निकाला गया था।
ग्रामीण रामनिवास रावत की शिकायत पर आबकारी उप निरीक्षक विजय बहादुर सिंह और उनके साथ आए चार अन्य लोगाें पर मारपीट व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 506, 34 आइपीसी और एससीएसटी एक्ट का अपराध कायम हुआ। मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। फरियादी रामनिवास का आरोप है कि आबकारी अधिकारी के साथ शराब ठेकेदार के लोग घर आ धमके और शराब तलाशने के नाम पर महिलाओं से अभद्रता करने लगे। रावत जब घर पहुंचा तो उसकी डंडे से पिटाई की गई। इसके चलते माथे पर गंभीर चोट लगी। बीच-बचाव करने आई पत्नी व बहुओं से भी अधिकारी के साथ आए लोगों ने मारपीट की।
दूसरी एफआइआर: रावत ने महिलाओं को आगे कर अमले से धक्का-मुक्की की
आबकारी विभाग के एसआइ विजय बहादुर सिंह की शिकायत पर रामनिवास रावत, उसकी पत्नी सहित परिवार की दो अन्य महिलाओं के खिलाफ मारपीट व शासकीय काम में बाधा डालने बाधा के आरोप में केस दर्ज हुआ। आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 353, 34 आइपीसी का अपराध कायम हुआ। मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। फरियादी आबकारी एसआइ का आरोप है कि अवैध लाहन होने की सूचना पर रामनिवास रावत के यहां टीम पहुंची। कार्रवाई से बचने उसने घर की महिलाओं को आगे कर टीम से बदसलूकी और धक्का-मुक्की की थी।
आबकारी की कार्रवाई के दौरान पहले भी हुए कई बवाल
अवैध शराब पकड़ने की कार्रवाई के दौरान आबकारी अमले की मौजूदगी में पहले भी कई बवाल जिले में हो चुके हैं। बीते साल अमरपाटन थाना इलाके के कृष्णगढ़ में रेड के दौरान एक बुजुर्ग की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ था। मृतक के परिजनों ने आबकारी और ठेकेदार के गुर्गों पर बुजुर्ग की पिटाई करने का आरोप लगाया था। परिजनों ने जब दो दिन तक शव को सड़क पर रख मार्ग बंद कर रखा, तब शराब ठेकेदार के कर्मचारियों सहित 25 अज्ञात लोगों पर हत्या का मामला कायम किया गया था। बताया गया कि उस कार्रवाई में भी आबकारी एसआइ विजय सिंह शामिल था। करीब दो माह पहले कोटर थाना इलाके में पूर्व सरपंच के यहां आबकारी अमले ने शराब ठेकेदार के गुर्गों के साथ दबिश दी थी। ग्रामीणों ने विरोध कर जब आबकारी अमले को घेरा तब पुलिस की सुरक्षा में सब को गांव से बाहर निकाला गया था।