व्यापार में बहार है… एक साल में ढाई हजार फर्मों ने कराया जीएसटी पंजीयन | spring in business in jabalpur | Patrika News

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व्यापार में बहार है… एक साल में ढाई हजार फर्मों ने कराया जीएसटी पंजीयन | spring in business in jabalpur | Patrika News

व्यापार में बहार है… एक साल में ढाई हजार फर्मों ने कराया जीएसटी पंजीयन | spring in business in jabalpur | Patrika News


जबलपुर में उद्योगों की स्थापना में तेजी, राजस्व भी बढ़ा

जबलपुर। जीएसटी का पंजीयन करवाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। यह इस बात का संकेत है कि व्यापार करने वाले पहले की तुलना में ज्यादा हो गए हैं। छोटे और बडे़ उद्योग इस दौरान स्थापित हुए हैं। केंद्रीय जीएसटी आयुक्तालय के अंतर्गत एक साल में ढाई हजार नए लोगों ने पंजीयन कराए हैं। इसका एक बड़ा फायदा राजस्व में बढ़ोतरी के रूप में देखने मिल रहा है।
किसी भी कारोबार या सेवाएं देने के लिए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) का रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होता है। इसके नियम बने हुए हैं। यदि किसी फर्म की बिक्री या माल का टर्नओवर 40 लाख रुपए प्रतिवर्ष है तो जीएसटी पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। वहीं दूसरी तरफ यदि आप एक सेवा प्रदाता हैं और बिक्री या टर्नओवर 20 लाख प्रतिवर्ष से अधिक है उस िस्थति में भी जीएसटी पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। इससे कम टर्नओवर या बिक्री वाले व्यक्ति या फर्म भी पंजीयन करवा सकती हैं।
जबलपुर सेंट्रल जीएसटी आयुक्तालय कार्यालय में हर माह 200 से 300 नए रजिस्ट्रेशन हर माह हो रहे हैं। ऐसी ही संख्या स्टेट जीएसटी कार्यालय की रहती है। ज्यादातर पंजीयन व्यापार क्षेत्र में हो रहे हैं। लगातार नई कंपनियां इस क्षेत्र में आकर काम कर रही हैं। यह सभी अलग-अलग प्रकार का कारोबार कर रही हैं। इसमें कुछ संख्या उद्योगाें की है। स्वरोजगार योजना या स्वयं के बल पर लोग अपना छोटा और मध्यम आकार का उद्यम स्थापित कर रहे हैं। वे भी पंजीयन करवा रहे हैं।
52 हजार से ज्यादा करदाता
आयुक्तालय के अंतर्गत अप्रेेल 2021-22 में 16 हजार 787 नए पंजीयन हुए थे। अप्रेल 2022 से जनवरी 2023 तक 18 हजार 480 नए पंजीयन हुए। कुल करदाताओं की संख्या 52 हजार से ज्यादा हो गई है। सभी प्रकार के कारोबार एवं सेवाएं इसमें रजिस्टर्ड हैं। लेकिन बडे़ क्षेत्रों की बात करें तो उनमें कोयला और एल्युमिनियम कंपनियां, सीमेंट कंपनियां, रेलवे, आयुध निर्माणियां शामिल हैं। कारोबार में गारमेंट, होटल, रेस्टारेंट, रियल एस्टेट, ज्वेलरी, फर्नीचर, टिम्बर जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
कर संग्रहण पहले से ज्यादा
पंजीयन बढ़ने के साथ राजस्व में भी इजाफा हुआ है। यह हर महीने 700 करोड़ तक पहुंच रहा है। जनवरी माह में सबसे ज्यादा 828 करोड़ रुपए कर आया है। इस प्रकार अभी तक आयुक्तालय को 7 हजार 470 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। यह पिछले साल इसी अवधि में 6 हजार 917 करोड़ रुपए की तुलना में कहीं ज्यादा है।

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