वो एक शब्द, जिसे सुनकर गुस्से से पागल हो गया था खिलाड़ी, ऐसी है महानायक के विलेन बनने की कहानी

168
वो एक शब्द, जिसे सुनकर गुस्से से पागल हो गया था खिलाड़ी, ऐसी है महानायक के विलेन बनने की कहानी


वो एक शब्द, जिसे सुनकर गुस्से से पागल हो गया था खिलाड़ी, ऐसी है महानायक के विलेन बनने की कहानी

नई दिल्ली: कतर फीफा वर्ल्ड कप 2022 का बुखार फैंस के सिर चढ़कर बोल रहा है। टूर्नामेंट 20 नवंबर से शुरू हो रहा है, जिसमें 32 टीमें चैंपियन बनने के लिए जोर लगाएंगी। फीफा वर्ल्ड कप की बात हो और 2006 एडिशन की चर्चा न हो ऐसा कैसे हो सकता है। टूर्नामेंट का खिताकी मुकाबला इटली और फ्रांस के बीच खेला जा रहा था। जर्मनी के ओलिंपिया स्टेडियम में हजारों फैंस के बीच रोमांच चरम पर था और फ्रांस को विनर माना जा रहा था, लेकिन एक ऐसी घटना घटी, जिसने न केवल फ्रांस को खिताब से दूर कर दिया, बल्कि हीरो जिनेदिन जिदान को विलेन बना दिया।

पहला गोल जिनेदिन जिदान ने दागा था
9 जुलाई को खेले गए इस मुकाबले के 7वें मिनट में फ्रांस के महान खिलाड़ी जिनेदिन जिदान ने गोल दागते हुए टीम को इंटली पर 1-0 की बढ़त दिला दी। दूसरी ओर, इटली के डिफेंडर मार्को माटेराजी ने 19वें मिनट में जवाबी गोल से स्कोर बराबर कर दिया। फाइनल में दोनों ही टीमों एक-दूसरे को हराने के लिए हर हथकंडे अपना रही थी। मैच एक्स्ट्रा टाइम में गया।

मार्को को मारा हेडबट और पलट गया पासा
फ्रांस को धुधली सी उम्मीद जिदान से थी कि वह टीम के लिए विजयी गोल दागेंगे, लेकिन अचानक से 110वें मिनट में टीम के हीरो को विपक्षी डिफेंडर मार्को को हेडबट मारते देखा गया। प्रहार इतना तेज था कि मार्को मैदान पर ही गिर पड़े। अंपायर ने रेड कार्ड दिखाया और जिदान को बाहर जाना पड़ा। इसके बाद पेनाल्टी शूटआउट में इटली ने जिदान की टीम फ्रांस को 5-3 से हरा दिया।

मार्को ने कही थी जिदान की मां और बहन के लिए अपशब्द
मार्को ने बहन और मां के लिए अपशब्द कहे थे, जिसके बाद जिदान ने हेडबट मार दिया था। मार्काे ने जिदान की बहन और मां को प्रोस्टिट्यूट कहा था। इसके साथ ही जिदान का करियर भी खत्म हो गया था। उन्होंने टूर्नामेंट के लिए रिटायरमेंट से वापसी की थी और टीम को जीत के करीब भी ले गए थे, लेकिन एक गलती ने सबकुछ बर्बाद कर दिया।

जिनेदिन जिदान ने जताया था अफसोसा
बाद में जिनेदिन जिदान ने 2006 विश्व कप फाइनल में हुई इस घटना पर अफसोस जताया। जिदान ने कहा था, ‘2006 में जो कुछ हुआ, उस पर मुझे गर्व नहीं है। मैं किसी भी खिलाड़ी को इस तरह का बर्ताव करने की सलाह नहीं देता हूं।’ बतौर खिलाड़ी वो फाइनल मुकाबला इस महान फ्रांसिसी फुटबालर का अंतिम मुकाबला था। जिदान ने 1998 में ब्राजील के खिलाफ फाइनल में दो गोल कर फ्रांस को पहली बार विश्व कप ट्रॉफी दिलाई थी। तीन बार के ‘फीफा प्लेयर ऑफ द इयर’ रहे जिदान बाद में मशहूर स्पेनिश क्लब रियल मैड्रिड के मैनेजर बने और क्लब को टॉप पर भी पहुंचाया।

फ्रांस इस बार कतर में भी ट्रॉफी जीतने का दावेदार है। अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी ने उसे ब्राजील और इंग्लैंड के साथ उन टीमों में शामिल किया है, जो टूर्नामेंट जीतने के लिए फेवरिट हैं।

FIFA World Cup: लियोनेल मेसी ने बताया कौन-से 3 देश जीत सकते हैं वर्ल्ड कप, रोनाल्डो की टीम नहीं है शामिलnavbharat times -Fifa World cup: एक दो नहीं, पूरे 17 खिलाड़ी फीफा वर्ल्ड कप में मचाएंगे कोहराम, इस क्लब की बोल रही तूतीnavbharat times -Fifa World Cup: टीम इंडिया पर भी चढ़ा फुटबॉल वर्ल्ड कप का खुमार, फाइनल में देखना चाहते हैं रोनाल्डो-मेसी की टक्कर



Source link