वेब सीरीज रिव्‍यू: कैट

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वेब सीरीज रिव्‍यू: कैट

वेब सीरीज रिव्‍यू: कैट

‘कैट’ की कहानी
रणदीप हुड्डा अपने डेब्‍यू वेब सीरीज CAT में पुलिस के मुखबिर बने हैं। Randeep Hooda के किरदार का नाम गुरनाम सिंह है। पुलिस अफसर सहताब सिंह (सुविंदर विक्‍की) गुरनाम को पंजाब में जड़ तक पसरे ड्रग रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए चुनता है। गुरनाम सिंह का भाई ड्रग पेडलर है। उसे अपने भाई को बचाना है। गुरनाम के इस मिशन में कई तरह की पेचीदगी है। भाई की जिंदगी है। कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, गुरनाम को बीती जिंदगी के कुछ काले पन्‍नों का सामना करना है। क्‍या वह इन सब में कामयाब हो पाएगा? ‘कैट’ इसी की कहानी है।

इस सीरीज के क्रिएटर बलविंदर सिंह जंजुआ ने इससे पहले 2019 में रिलीज फिल्‍म ‘सांड की आंख’ का स्‍क्रीनप्‍ले लिखा था। ‘कैट’ एक क्राइम थ्र‍िलर है, जिसका प्‍लॉट पंजाब और वहां फैला ड्रग माफिया है। कोकीन और भ्रष्‍ट अध‍िकारियों का एक पूरा नेक्‍सस है। यह शो एक सिख लड़के गैरी (अभिशांत राणा) की कहानी कहते हुए आगे बढ़ता है। गैरी ड्रग तस्‍करी की साजिश में फंस गया है। यह ड्रग्‍स रैकेट इस धंधे के आकाओं, पुलिस और राजनीतिक ताकतों की मदद से चल रहा है। गैरी के माता-पिता की आतंकवादी बलजीत राजपुरिया (गुरिंदर मकना) ने हत्‍या कर दी। इसके ठीक बाद गैरी 1990 के विद्रोह के दौरान पुलिस का मुखबिर बन गया, जिसे ‘कैट’ के नाम से जाना जाता है। गैरी बाद में गुरनाम सिंह बन जाता है और अपने छोटे भाई-बहनों की परवरिश की जिम्‍मेदारी उठाने के लिए एक सीधा-सादा जीवन जीने लगता है।

गुरनाम की जिंदगी तब बदलने लगती है जब उसका छोटा भाई सनी (दानिश सूद) ड्रग्‍स की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हो जाता है। पुलिस महकमे में गुरनाम को उसकी पहचान का एक पुराना पुलिस अध‍िकारी मिलता है सहताब सिंह। गुरनाम को अपने भाई को बचाना है, ऐसे में वह सहताब सिंह की मदद लेने के लिए मजबूर है। सहताब चाहता है कि गुरनाम उसकी कोर टीम- चंदन (प्रमोद पाठक) और बबीता (हसलीन कौर) के साथ मिलकर ड्रग्‍स के धंधे को बंद करने के मिशन में साथ दे।

‘कैट’ का ट्रेलर | CAT Netflix Trailer


‘कैट’ का रिव्‍यू | CAT Web Series Review
इस सीरीज के आठ एपिसोड हैं और एपिसोड की लंबाई 40-45 मिनट है। अपराध, भाईचारे, जासूसी और पारिवारिक प्रेम की इस कहानी में आगे कई ट्विस्‍ट आते हैं। बलविंदर जंजुआ ने जिमी सिंह और रुपिंदर चहल के साथ शो की कहानी भी लिखी है और इसका डायरेक्‍शन भी किया है। सीरीज की कहानी बड़ी चुस्‍त है। एक एपिसोड की कहानी दूसरी पर आधारित है। यहां तक कि मेकर्स ने गुरनाम के न‍जरिए से सीरीज के दूसरे कैरेक्‍टर्स की बीती जिंदगी की कहानी को भी मुख्‍य कहानी में जोड़ा है, ताकि दर्शकों को क्‍लाइमेक्‍स सीक्‍वेंस में रोमांच मिले।

सीरीज में मुख्‍य कहानी के साथ कई ट्रैक चल रहे हैं। इस कारण कई बार हर चीज पर नजर रखना मुश्किल हो जाता है। जैसे, मैडम औलख (गीता अग्रवाल) एक ताकतवर राजनेता है। उसकी बेटी किमी (काव्या थापर) है, जो पंजाबी रॉक स्टार रॉकी रांझा (एकलव्‍य कश्यप) की फैन है। मैडम औलख अपने भाईसाहब शमशेर (जयप्रीत सिंह), उनके बेटे मोंटी (मनीष गुलाटी) और पार्टनर लाडी (दक्ष अजीत सिंह) की मदद से बेखौफ ड्रग्स का धंधा चलाती है। इनमें से हर किरदार की एक पुरानी कहानी है। हर किसी की बीती जिंदगी की कहानी सुनाने, उनके आज को बताने के फेर में सीरीज में इतना कुछ दिखाया जाता है कि आख‍िर तक दर्शक के पास इतना कुछ हो जाता है कि वह उसे संभाल नहीं पाते।

इसमें कोई दोराय नहीं है कि ‘कैट’ वेब सीरीज के असली तारणहार रणदीप हुड्डा हैं। वह गुरनाम के किरदार को एक मजबूत मानवता की भावना से भर देते हैं। हुड्डा ने अपने किरदार के लिए एक खास और जरूरी तरह की गंभीरता अपनाई है, जो हर फ्रेम में आपका ध्‍यान खींचती है। गुरनाम के बचपन या यह कहें कि युवा किरदार को अभिशांत राणा ने निभाया है और उनके एक्‍सप्रेशंस आपका दिल जीतते हैं। अपने भाई को ड्रग्स नहीं लेने की बात कहते हुए पर्दे पर गुरनाम की जो बेबसी दिखती है, वह आपको झकझोर सकती है। इसके साथ ही मैडम औलख ने किरदार की बीती जिंदगी की कहानी वाले सीन्‍स आपको रिझाते हैं। सुविंदर विक्की को हमने हाल ही में इवान आयर की ‘माइलस्टोन’ (2020) में देखा है। सहताब सिंह के रोल में उन्‍होंने जबरदस्‍त काम किया है। उनके किरदार में शुरू से एक रहस्‍य छिपा हुआ लगता है।

हालांकि, बीच में यह सीरीज थोड़ी सुस्‍त पड़ जाती है। कहानी में कई डार्क ट्विस्‍ट्स हैं, हत्‍याएं हैं, जो आपको परेशान करती हैं। शो में जो महिला किरदार दिखाए गए हैं, उनमें से अध‍िकतर शारीरिक शोषण की शिकार हैं और वह अपने राक्षसों से लड़ रही हैं। गीता अग्रवाल ने अपनी बॉडी लैंग्वेज और एटिट्यूड से मैडम औलख के किरदार में जान डाल दी है। हसलीन कौर भी जोशीली पुलिस अफसर बबीता के रोल में चमकती हैं।

किसी भी दूसरे जासूसी थ्रिलर की तरह ‘कैट’ में भी एक्शन सीन्‍स पर मेहनत की गई है और यह अच्‍छे बन पड़े हैं। अरविंद कृष्णा की सिनेमेटोग्राफी में आप असली पंजाब और उसके देहातीपन को महसूस करते हैं। सीरीज में जोशीले पंजाबी गीत हैं, खासकर ‘जट्ट वेख लुगा’ और ‘गोली चल्दी’ अच्‍छे लगते हैं। जैम8 और जोएल क्रैस्टो का बैकग्राउंड म्‍यूजिक कहानी के हिसाब से सटीक है।

क्‍यों देखें: कुल मिलाकर ‘कैट’ एक दमदार और मजेदार थ्रिलर है, जिसमें रणदीप हुड्डा और बाकी कलाकारों की जबरदस्‍त परफॉर्मेंस ने रंग भर दिया है। इसलिए, अगर आप कुछ ऐसा देखना चाहते हैं जिसकी स्‍टोरी डार्क और सीरियस है, जिसमें थ्र‍िल है, तो ‘कैट’ आपको अच्‍छी लगेगी।