वेबसाइट के लिए… राजस्थान भाजपा नेताओं को आलाकमान की नसीहत- पोस्टर वार बंद करो, एकजुट रहो

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वेबसाइट के लिए… राजस्थान भाजपा नेताओं को आलाकमान की नसीहत- पोस्टर वार बंद करो, एकजुट रहो

 

– मिशन 2023 पर ध्यान देने के निर्देश

– दो दिन की बैठक के बाद बोले पूनिया, कहा- मंथन में विष और अमृत दोनों निकले
– सरकार के तीन साल पूरे होने पर भाजपा मनाएगी काला दिवस, तीन लाख कार्यकर्ताओं को जयपुर में एकत्रित करने का दिया लक्ष्य

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी का दो दिवसीय चिंतन शिविर बुधवार को खत्म हो गया। दो दिन में बड़े नेताओं की कमी खली, वहीं पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष कई नसीहतें देकर गए। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने यह साफ कर दिया है कि पार्टी में गुटबाजी का कोई स्थान नहीं है। पोस्टर वार को बंद करो। सभी को एकजुट रहकर मिशन 2023 में जुटना है। दो दिन की बैठक में संगठन मजबूती से लेकर प्रदेश की राजनीतिक-सामाजिक स्थिति को लेकर खूब चर्चा हुई और हर चर्चा खत्म मिशन 2023 पर ही हुई।
दो दिन की बैठक में अगले दो साल के रोडमेप पर भी चर्चा हुई। संगठन को कैसे मजबूत किया जाए। सत्ता के खिलाफ आंदोलन किया जाए। यह भी तय किया गया कि राज्य की कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे होने वाले दिन को भाजपा काला दिवस के रूप में मनाएगी। इस दिन राजधानी में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसमें तीन लाख कार्यकर्ताओं को बुलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिलों में भी प्रदर्शन होंगे। कोर कमेटी के सदस्यों के साथ अलग से चर्चा भी हुई, लेकिन यह चर्चा मात्र 15-20 मिनट तक ही सिमट कर रह गई। चिंतन बैठक में आए सभी नेताओं को यह साफ कर दिया गया कि कोर कमेटी का जो निर्णय होगा, उसे सभी मानेंगे।

पूनिया बोले- मंथन और विष दोनो निकले
बैठक खत्म होने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस मंथन में विष और अमृत दोनों निकले हैं, जो संगठन की मजबूती में काम आएंगे। अमृत देश की जनता और विष कांग्रेस के काम आएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है, किसान परेशान है। युवा दुखी है। महिलाओं, दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं।

राजे और मंत्रियों के नहीं आने का कारण राजनीतिक नहीं

पत्रकारों के सवालों के जवाब में प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं भूपेंद्र यादव के नहीं पहुंचने का कारण राजनीतिक नहीं रहा। वे अपनी निजी समस्याओं के चलते यहां नहीं पहुंच पाए हैं।

दो दिन यह प्रमुख नेता रहे मौजूद
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, ओम प्रकाश माथुर, अशोक परनामी, अरुण चतुर्वेदी, वासुदेव देवनानी, सांसद सी पी जोशी, दीया कुमारी, सांसद सुमेधानन्द, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विधायक मदन दिलावर, निर्मल कुमावत, राम लाल शर्मा, बिहारी लाल विश्नोई, जोगेश्वर गर्ग, प्रभु लाल सैनी।

काफी चर्चा में रहा था पोस्टर वार

दो दिन की चिंतन बैठक में जिस पोस्टर वार से बचने की सलाह दी गई, वो पिछले विधानसभा उपचुनाव से ही काफी चर्चा में है। विधानसभा उपचुनावों में उम्मीदवार के फार्म भरने के समय दो स्थानों पर वसुंधरा राजे की फोटो गायब थी, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर के होर्डिंग में से वसुंधरा राजे की फोटो हट गई थी। हाल ही में भूपेन्द्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा हुई तो यह पोस्टर वार खत्म करने की कोशिश की गई और वसुंधरा राजे की फोटो फिर से पोस्टरों में दिखाई दी। इसको लेकर भी काफी चर्चा हुई थी।



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