विश्व कप का वह मैच जब सचिन ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाई थी

22
विश्व कप का वह मैच जब सचिन ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाई थी


विश्व कप का वह मैच जब सचिन ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाई थी

नई दिल्ली: 30 मार्च 2011, पंजाब के मोहाली में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मुकाबला खेला गया था। यह कोई आम मैच नहीं था। दोनों टीमों की यह भिड़ंत विश्व कप 2011 का सेमीफाइनल था। इतने बड़े मैच में जब आमने सामने भारत और पाकिस्तान की टीमें हो तो रोमांच की सभी सीमाएं टूटनी तय थी। विश्व कप के सेमीफाइनल में ऐसा ही हुआ। सेमीफाइनल मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। ओपनिंग के लिए सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग मैदान पर उतरे।टीम इंडिया के दोनों ही ओपनर अपने परिचित अंदाज में पारी की शुरुआत की। एक छोड़ से वीरेंद्र सहवाग ने आते ही विस्फोट करना शुरू कर दिया तो दूसरी ओर सचिन अपने ही अंदाज में पारी को बढ़ाने में लग गए। हालांकि इस बीच सहवाग 25 गेंद में 38 रन बनाकर आउट हो गए।

सचिन ने ली पाकिस्तानी गेंदबाजों की खबर

वीरेंद्र सहवाग के आउट होने के बाद सचिन ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया। इस दौरान पाकिस्तान फील्डरों ने भी उनका भरपूर साथ दिया। सेमीफाइनल जैसे इस मैच में पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने सचिन को एक नहीं चार-चार जीवनदान दिए थे। इसके अलावा उन्हें DRS से भी फायदा मिला।

इसके बाद फिर सचिन कहां रुकने वाले थे। सचिन ने जीवनदान का पूरा फायदा उठाया और मैच में 115 गेंद में 85 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने कुल 11 चौके लगाए। सचिन की इस दमदार पारी के बदौलत ही टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवर के खेल में 260 रन का स्कोर खड़ा किया।

सचिन के अलावा मैच में गौतम गंभीर ने भी 27 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा सुरेश रैना ने 36 गेंद में 39 रन बनाए जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने 25 और हरभजन सिंह ने 12 रनों का योगदान दिया।

भारत ने 29 रनों से जीता था मैच

बल्लेबाजी के अब भारतीय टीम के गेंदबाजों की बारी थी। मैच में टीम इंडिया के जिस गेंदबाज ने भी गेंद थामी सबने विकेट लिया है। मुकाबले में जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने गेंदबाजी की, जिसमें सभी को दो-दो विकेट मिले।

इस तरह पाकिस्तान की पूरी पारी 49.5 ओवर में 239 रन बनाकर सिमट गई। पाकिस्तानी टीम के लिए सबसे अधिक मिस्बाह उल हक ने 76 गेंद में 56 रनों की पारी खेली। इसके अलावा मोहम्मद हफीज ने 43 रनों का योगदान दिया जबकि उमर अकमल ने 29 रन बनाए थे लेकिन सेमीफाइनल में भारत ने बाजी मार ली।

पाकिस्तान को फिर मिलेगा चैंपियंस कोच का साथ, LSG के दिग्गज को भी दिया बड़ा पद
Navbharat Times -Sachin Tendulkar: जब क्रिकेट के भगवान पर लगा था सबसे बड़ा दाग, बॉल टेंपरिंग के मामले में हुए थे बैनNavbharat Times -इस्लामाबाद में दिखेगी हारिस रऊफ की पुलिसगिरी, DSP बनने के बाद छोड़ देंगे क्रिकेट?



Source link