विभाजन का दर्द झेल चुकी है आनंद एल राय की फैमिली, फिर ‘मैजिक’ हुआ और ‘जीरो’ से हीरो बन गए

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विभाजन का दर्द झेल चुकी है आनंद एल राय की फैमिली, फिर ‘मैजिक’ हुआ और ‘जीरो’ से हीरो बन गए

1947 में हुआ भारत-पाकिस्तान का बंटवारा कौन भूल सकता है? यह एक ऐसी त्रासदी है, जिसकी हर किसी के जेहन में सिर्फ कड़वी यादें ही हैं। ऐसा दर्द है, जिसे याद कर सिर्फ सिहरन ही पैदा होती है। भले ही उस बंटवारे के जख्म अब भर गए हों, लेकिन दर्द और रुदन आज भी ताजा है। बंटवारे का वह दर्द डायरेक्टर आनंद एल राय के परिवार ने भी झेला। उस समय आनंद एल राय के पिता परिवार के साथ सिंध में रहते थे। लेकिन बंटवारे के बाद उन्हें अपना घर-बार छोड़ना पड़ा। परिवार पाकिस्तान छोड़कर देहरादून और फिर दिल्ली में बस गया। यहीं पर आनंद एल राय का जन्म और परवरिश हुई। 28 जून को आनंद एल राय का बर्थडे है और इस मौके पर हम आपको डायरेक्टर की जिंदगी से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बता रहे हैं।

आनंद एल राय इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद एक कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करने लगे थे। लेकिन जब फिल्मों में शुरुआत की तो असफलता ही हाथ लगी। इस कारण कोई उनके साथ काम करने को राजी नहीं हुआ। पर लाइफ में जब ‘तनु और मनु’ के साथ-साथ ‘कुंदन’ की एंट्री हुई, तो आनंद एल राय की जिंदगी के साथ-साथ करियर में भी रंग भर गए। जहां शाहरुख खान ने उनके साथ ‘जीरो’ में काम किया तो वहीं अब आनंद एल राय, अक्षय के साथ ‘रक्षा बंधन’ लेकर आ रहे हैं।

1. Aanand L Rai ने एक इंजीनियर के रूप में करियर की शुरुआत की थी। लेकिन इंजीनियरिंग में मन नहीं लगा तो वह सबकुछ छोड़कर मुंबई आ गए। आनंद एल राय ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। बाद में वह एक कंपनी में बतौर इंजीनियर काम करने लगे और फिर मुंबई आ गए।

फोटो: Insta/aanandlrai

2. उन दिनों आनंद एल राय के बड़े भाई रवि राय टीवी शोज डायरेक्ट करते थे। आनंद एल राय ने भाई को डायरेक्शन में असिस्ट करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद आनंद एल राय अपने खुद के शोज डायरेक्ट करने लगे।

3. आनंद एल राय को एक डायरेक्टर के तौर पर सफलता 2011 में आई फिल्म ‘तनु वेड्स मनु’ से मिली थी। लेकिन इससे पहले उन्होंने दो फिल्में डायरेक्ट की थीं, जो फ्लॉप रहीं। डायरेक्टर के तौर पर आनंद एल राय की पहली फिल्म 2007 में आई थी, जिसका नाम Strangers था। इस फिल्म में जिमी शेरगिल लीड रोल में थे। यह फिल्म कुछ खास कमाल नहीं कर पाई। फिर आनंद एल राय ने ‘थोड़ी लाइफ थोड़ा मैजिक’ नाम से एक और फिल्म बनाई, लेकिन यह भी फ्लॉप रही। इसमें अर्चना पूरन सिंह, परमीत सेठी और जैकी श्रॉफ लीड रोल में थे।

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अक्षय के साथ आनंद एल राय, फोटो: Insta/aanandlrai

4. लगातार दो फिल्में फ्लॉप होने के बाद आनंद एल राय के साथ कोई निर्माता तो क्या कोई हीरो भी काम नहीं करना चाहता था। तब आनंद एल राय ने 3 साल का ब्रेक लिया और 2011 में ऐसी दमदार वापसी की कि हर किसी ने तारीफ की। फिल्म में कंगना रनौत और आर माधवन नजर आए। बाद में आनंद एल राय ने इस फिल्म का सीक्वल भी बनाया जो सुपरहिट रहा।

5. आनंद एल राय ने फिर अपने प्रोडक्शन हाउस ‘कलर येलो प्रोडक्शन्स’ की शुरुआत की, जिसके बैनर तले उन्होंने फिल्म ‘रांझणा’ बनाई। इस फिल्म से उन्होंने साउथ के स्टार धनुष को बॉलिवुड में लॉन्च किया।

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रांझणा के सेट पर धनुष के साथ आनंद एल राय, फोटो: Insta/aanandlrai

6. 2011 में आई फिल्म ‘तनु वेड्स मनु’ ने आनंद एल राय की किस्मत बदल दी। इसके बाद उन्होंने ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, ‘रांझणा’, ‘निल बटे सन्नाटा’, ‘शुभ मंगल सावधान, ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’, ‘हसीन दिलरुबा’ और ‘जीरो’ जैसी फिल्में शामिल हैं। आनंद एल राय अब फिल्म ‘रक्षा बंधन’ को लेकर चर्चा में हैं, जिसके ट्रेलर को खूब पसंद किया गया। इस फिल्म में अक्षय कुमार और भूमि पेडनेकर लीड रोल में हैं।

7. आनंद एल राय का पाकिस्तान से भी गहरा कनेक्शन रहा है। दरअसल आनंद एल राय का परिवार भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से पहले सिंध में रहता था। बंटवारे के बाद आनंद एल राय के पिता परिवार के साथ देहरादून आकर बस गए। यहां से फिर वो दिल्ली आकर रहने लगे। आनंद एल राय का जन्म और परवरिश दिल्ली में ही हुई।



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