विभागों में स्वच्छता प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे कर्मचारी, उठाया सरकारी कार्यालय के सुधार का बीड़ा

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विभागों में स्वच्छता प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे कर्मचारी, उठाया सरकारी कार्यालय के सुधार का बीड़ा

– शासकीय कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने की है, सरकारी विभागों में स्वच्छता प्रतियोगिता की घोषणा

– नापतौल विभाग के कर्मचारियों ने खुद के खर्चे पर कार्यालय परिसर के बाहर लगवाए पेवर ब्लॉक्स

– पानी बचाने, टंकियों में लगवाए सेंसर अलार्म तो पर्यावरण सुधार के लिए परिसर में किया पौधरोपण

प्रवीण मालवीय
भोपाल. सामान्य सोच है कि सरकारी कर्मचारी अपने काम से लेकर कार्यालय तक से लगाव नहीं रखते है और उन्हें मजबूरी की तरह देखते हैं। लेकिन शहर में ही नापतौल विभाग के कर्मचारी इस छवि को तोडऩे में लगे हैं। इस विभाग के कर्मचारियों ने अपने कार्यालय को साफ -सुथरा और हरा-भरा रखने से लेकर संवारने तक बीड़ा उठा रखा है। यही कारण है कि कुछ ही महीनों में कार्यालय की तस्वीर भी बदल गई है। कार्यालय का स्वरूप बदल चुके इस विभाग के कर्मचारी अपने कार्यालय को स्वच्छता में नम्बर वन लाने की तैयारियों में जुट गए हैं।

स्वच्छता को बढ़ावा देने और इसे आदत में शामिल करने के लिए सरकार सरकारी विभागों के बीच प्रतियोगिता कराएगी। इस बात की घोषणा मंत्री विश्वास सारंग कर चुके हैं। ऐसे में सरकारी विभागों और कार्यालयों के कर्मचारियों के बीच स्वच्थ्य प्रतियोगिता शुरू होगी। लेकिन जेके रोड स्थित नापतौल विभाग के कर्मचारी पहले से ही इस तैयारी में जुटे हैं जोकि शासकीय कार्य के साथ -साथ पर्यावरण और जल के संरक्षण और स्वच्छता को बढ़ाने में लगे हैं।

पहले बंद कराई तम्बाकू, कर्मचारियों ने अपनाई स्वच्छता
नापतौल विभाग का उपनियंत्रक कार्यालय जेके रोड पर शिफ्ट हुआ तो उमाशंकर तिवारी को कार्यालय में प्रभारी कार्यालय अधीक्षक बनाया गया। तिवारी ने कार्यालय की दशा सुधारने के लिए साथी कर्मचारियों को जोड़कर प्रयास शुरू किए। पहला नियम बना, कार्यालय में कोई थूकेगा नहीं। पहले-पहल कुद दिक्कत हुई,लेकिन इसके बाद तम्बाकू खाने वाले कर्मचारी भी खुद पर नियंत्रण रखने में सफल हुए। इसके बाद पूरे कार्यालय भवन और परिसर की सफाई पर जोर दिया गया।

छोटे-छोटे बदलावों से स्वच्छता

कर्मचारियों ने छोटी-छोटी आदतों को अपना कर कार्यालय को स्वच्छ बना दिया। स्वच्छता में एक कदम आगे बढ़कर यहां हाथ धोने के प्रत्येक नल के पास हैंडवॉश नजर आता है। वहीं डस्टबिन, साफ सीढिय़ां और कोने से लेकर बाथरूम की सफाई भी इन्हीं बातों को दिखा रही हैं।

पेवर ब्लॉक लगवाए, टंकियों में अलार्म सेंसर

कार्यालय परिसर में पेवर ब्लॉक लगे थे, लेकिन कार्यालय की दीवार से लगे खुले हिस्से में कीचड़ होती थी। मीटर और तौलकांटों में सील लगवाने आने वाले ऑटो चालकों से लेकर व्यापारियों को असुविधा होती थी। ऐसे में कर्मचारियों ने परिसर से लगे खुले हिस्से पेवर ब्लॉक लगवाने का बीड़ा उठाया। 400 वर्गफीट से अधिक जगह पर ब्लॉक लगवाने में 18 हजार रुपए का खर्चा आया जिसे 16 कर्मचारियों ने मिलकर उठाया। कार्यालय में बोरिंग और दो टंकियां थी, लेकिन मोटर चालू छूट जाने पर पानी बहता रहता था। ऐसे में कर्मचारियों ने ही मिलकर वॉटर सेंसर अलार्म लगवाए हैं। अब टंकी भरते ही अलार्म बजता है, जिससे पानी की बरबादी नहीं होती। कार्यालय के कर्मचारी मिलकर परिसर में अब एक दर्जन से अधिक पौधे भी लगा चुके हैं।



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