लखनऊ में कुत्ता पालना होगा महंगा, डॉग लाइसेंस फीस बढ़ाने की तैयारी, रजिस्ट्रेशन न कराने पर 5000 जुर्माना

263
लखनऊ में कुत्ता पालना होगा महंगा, डॉग लाइसेंस फीस बढ़ाने की तैयारी, रजिस्ट्रेशन न कराने पर 5000 जुर्माना

लखनऊ में कुत्ता पालना होगा महंगा, डॉग लाइसेंस फीस बढ़ाने की तैयारी, रजिस्ट्रेशन न कराने पर 5000 जुर्माना

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिटबुल केस के सामने आने के बाद प्रशासन सतर्क होता दिख रहा है। नगर निगम ने डॉग लाइसेंस फीस बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। पशु कल्याण विभाग ने 500 से बढ़ाकर 1000 रुपये शुल्क करने का प्रस्ताव बनाया है। संयुक्त निदेशक, पशु कल्याण डॉ. अरविन्द राव के अनुसार ये प्रस्ताव कार्यकारिणी के सामने रखा जाएगा। इसके बाद सदन से मंजूरी ली जाएगी और शासन स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद ही फीस बढ़ाई जाएगी। इस प्रस्ताव में कई ब्रीड को खतरनाक की श्रेणी में भी रखा गया है। हालांकि किसी के पालने पर रोक की तैयारी नहीं की गई है। इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन नहीं करवाने पर 5000 हजार रुपये जुर्माना लगाने और एक परिवार को सिर्फ दो कुत्ते पालने की बात भी कही गई है। बताया जा रहा है कि केन कोर्सो, पिटबुल, रॉटविलर, जर्मन शेफर्ड और डॉबरमैन को खतरनाक की श्रेणी में रखा जाएगा।

बता दें पिछले दिनों घर में पाले गए पिटबुल कुत्ते ने अपनी ही मालकिन पर हमला करके उन्हें मार डाला था। मामला देश भर में सुर्खियां बना। इस घटना के सामने आने के बाद पालतू कुत्तों के लिए नियम चर्चा में आ गए। कई तरह की शिकायतें नगर निगम तक पहुंची।

नहीं थम रहा स्ट्रे डॉग्स का आतंक
उधर गाजियाबाद में सोसायटियों में रहने वाले लोग डॉग बाइट का शिकार हो रहे हैं। इंदिरापुरम की 2 सोसायटियों में महिला समेत 2 लोगों को कुत्तों ने काट लिया। पहला मामला शिप्रा रिवेरा का है, जबकि दूसरा वसुंधरा सेक्टर-4सी वार्तालोक सोसायटी का है। शिप्रा रिवेरा सोसायटी में बुधवार शाम बी ब्लॉक में रहने वाली एक महिला को स्ट्रे डॉग ने काट लिया। वह अपनी 3 साल की बेटी के साथ बेटे को ट्यूशन में छोड़कर गेट नंबर 6 की तरफ जा रही थीं, तभी अचानक एक डॉग भौंकने लगा। वह बेटी को न काट ले, यह सोचकर उन्होंने जैसे बच्ची को गोद में उठाया तभी गाड़ी के नीचे बैठे एक दूसरे स्ट्रे डॉग ने उन पर झपट्टा मारकर काट लिया। इस घटना की सूचना जब सोसायटी के ग्रुप्स में चली तो निवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने आरडब्ल्यूए से सोसायटी से सारे स्ट्रे डॉग्स को बाहर करने की गुहार लगाई है| उनका कहना है कि स्ट्रे डॉग्स को हटाने के लिए नगर आयुक्त और डीएम से भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई|

पीड़िता रिंकी शर्मा ने बताया कि उनकी डांस क्लासेज चलती हैं| शाम 6 बजे वह अपनी क्लास में आने वाले एक बच्चे को उसके घर छोड़ने गई थीं| वहीं, थोड़ा आगे उनके बेटे की ट्यूशन क्लास होती है| उस बच्चे को छोड़कर वह अपनी बेटे को उसकी ट्यूशन क्लास से लेने के लिए दो कदम चली ही थी कि स्ट्रे डॉग ने पीछे से झपट्टा मारकर घुटने के पास काट लिया| वह उस वक्त गेट नंबर 6 की छोटी सी पार्किंग के पास थीं| उन्होंने बताया कि उनके साथ 3 साल की बेटी थी। एक कुत्ता सामने से भौंक रहा था, उसे देखकर उन्होंने झट से अपनी बेटी को गोद में ले लिया। तभी पीछे से एक कुत्ते ने झपट्टा मार करकर काट लिया। अगर वह बेटी को गोद में न लेती तो वो उसे लहूलुहान कर देता| रिंकी ने बताया कि उन्होंने आरडब्ल्यूए बोर्ड टीम और कार्यालय में भी शिकायत की। उन्होंने हाथ जोड़ लिए कि हम कुछ नहीं कर सकते| जो भीतर स्ट्रे डॉग्स हैं, उन्हें बाहर नहीं निकला जा सकता।

पहले भी हो चुकी हैं कई घटनाएं, लोग कर रहे मांग

बता दें कि सोसायटी में लगातार स्ट्रे डॉग बाइट की घटनाएं हो रही हैं| इससे पहले सोसायटी में आने वाली एक मेड को डॉग ने काट कर लहूलुहान कर दिया था। दूसरी घटना एक 5 साल और बुजुर्ग को काटने की भी हुई| सोसायटी के लोगों का कहना है कि अब सोसायटी में चलना खतरे से खाली नहीं, क्योंकि स्ट्रे डॉग्स का आतंक दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि स्ट्रे डॉग्स को सोसायटी से बाहर निकालने के लिए एक हफ्ते तक एक अभियान चलाना चाहिए| तो वहीं ग्रुपों में गेट नंबर 8 खुला होने से बाहर के स्ट्रे डॉग भीतर आने की चर्चा भी हुई| लोगों ने आरडब्ल्यूए से यह शिकायत कि सिक्युरिटी गार्ड को स्ट्रे डॉग भीतर न आने के निर्देश दें। लेकिन उसने यह कहकर साफ इनकार कर दिया कि यह उसका काम नहीं|

गेट बदल रहे, ताकि अंदर न आएं कुत्ते

आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष शिशिर कानूनगो ने बताया कि सोसायटी के भीतर 15 स्ट्रे डॉग्स हैं| सभी स्ट्रेलाइज्ड हैं| लेकिन एक कुत्ता काफी आक्रामक है, वह अब तक एक माह के भीतर सोसायटी के 4 लोगों को काट चुका है। इन्हें हटाने के लिए नगर आयुक्त और डीएम को पर्सनली शिकायत पत्र भी दिया गया, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई| इस घटना के बाद एक एनजीओ और डॉग फीडर से बात की गई है, इसे बाहर हटाने के लिए। सोसायटी में डॉग फीडिंग सेंटर नहीं है| हम डॉग लवर्स से निवेदन ही कर सकते हैं| बाहर से कोई दूसरे स्ट्रे डॉग सोसायटी के भीतर न आएं इसके लिए सोसायटी के सभी गेट भी बदले जा रहे हैं| ताकि वे हर समय बंद रहें|

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News