रुपया 22 पैसे की गिरावट के साथ 79.81 प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर पर

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रुपया 22 पैसे की गिरावट के साथ 79.81 प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर पर

रुपया 22 पैसे की गिरावट के साथ 79.81 प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर पर

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| Updated: Jul 13, 2022, 9:07 PM

मुंबई, 13 जुलाई (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 22 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 79.81 प्रति डॉलर के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर बंद हुआ। स्थानीय शेयर बाजार से विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी और विदेशी बाजारों में डॉलर के 20 वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से रुपये में तेज गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक ढंग से ब्याज दर में वृद्धि किये जाने की आशंका से रुपये की धारणा प्रभावित हुई। लेकिन कच्चे तेल के दाम 100

 

मुंबई, 13 जुलाई (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 22 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 79.81 प्रति डॉलर के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर बंद हुआ। स्थानीय शेयर बाजार से विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी और विदेशी बाजारों में डॉलर के 20 वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से रुपये में तेज गिरावट आई।

बाजार सूत्रों ने कहा कि बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक ढंग से ब्याज दर में वृद्धि किये जाने की आशंका से रुपये की धारणा प्रभावित हुई। लेकिन कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर मंडराने से रुपये को समर्थन मिला।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मजबूत रुख के साथ 79.55 प्रति डॉलर पर खुला। शेयर बाजार में शुरुआती लाभ के बीच बाद में यह 79.53 प्रति डॉलर तक मजबूत हो गया। कारोबार के उत्तरार्द्ध में डॉलर के मजबूत होने की वजह से रुपया अंत में 22 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 79.81 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो इसका अबतक का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले रुपया मंगलवार को 79.59 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक बढ़कर 20 साल के उच्चतम स्तर 108.59 पर पहुंच गया।

अमेरिका में खुदरा मुद्रास्फीति जून में चार दशक के उच्चतम स्तर 9.1 प्रतिशत पर पहुंच गई, जिसके बारे में विश्लेषकों का कहना है कि इससे फेडरल रिजर्व पर ब्याज दरों में आक्रामक तरीके से वृद्धि का दबाव बढ़ेगा।

सूत्रों ने कहा कि उच्च अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल की वजह से उभरते बाजार की मुद्राओं का आकर्षण घट रहा है।

स्थानीय शेयर बाजार में भी बुधवार को गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 372.46 अंक लुढ़ककर 53,514.15 अंक पर बंद हुआ।

इसके अलावा वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा की कीमतें 1.21 प्रतिशत बढ़कर 100.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं।

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