राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग से MP कांग्रेस को तगड़ा झटका, 17 MLA ने किया खेला तो बीजेपी का पलटवार
भोपाल : राष्ट्रपति चुनाव के ताजा नतीजों (President Election Results) से साफ है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी हुई। राज्य में उसके 17 विधायकों ने 18 जुलाई के चुनाव में एनडीए राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupdi Murmu) के पक्ष में वोट किया था। राज्य में कांग्रेस के 96 विधायक हैं, वहीं यूपीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को सिर्फ 79 वोट मिले। वहीं चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बनने वाली द्रौपदी मुर्मू को 146 मत मिले हैं। ये बीजेपी खेमे की ताकत से 16 वोट ज्यादा है। पांच वोट रद्द कर दिए गए। उधर, क्रॉस वोटिंग से कांग्रेस में मायूसी है, तो वहीं बीजेपी में उत्साह है क्योंकि उम्मीद से ज्यादा द्रौपदी मुर्मू को ज्यादा वोट मिले हैं।
द्रौपदी मुर्मू को MP में 146 वोट, यशवंत को 79 मत मिले
राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को मध्य प्रदेश से 146 वोट मिले, वहीं विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खाते में 79 वोट आए। इस तरह कांग्रेस को 19 वोट कम आए क्योंकि 96 विधायक कांग्रेस के हैं और दो निर्दलीय विधायकों ने सिन्हा को वोट देने की बात कही थी। इस तरह कांग्रेस को उम्मीद थी कि सिन्हा को मध्य प्रदेश से 98 वोट मिलेंगे। बीजेपी के 127 विधायक हैं और इसके अलावा सपा, बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों, जिनकी संख्या सात है। उन्होंने खुलकर मुर्मू को वोट देने की बात कही थी। इस तरह अधिकतम बीजेपी को 133 वोट मिलने की उम्मीद थी।
क्रॉस वोटिंग पर कांग्रेस में चुप्पी
वहीं पूरे मामले पर पीसीसी प्रमुख कमलनाथ के निर्देश का इंतजार करते हुए पार्टी ऑफिस में चुप्पी रही। कांग्रेस दुविधा में है क्योंकि यह पता लगाने का कोई तरीका नहीं है कि पार्टी के निर्देश के खिलाफ कौन गया। राज्य कांग्रेस इस दावे से सहमत नहीं है कि पार्टी के कुछ आदिवासी विधायकों ने पहले आदिवासी राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए एकजुटता दिखाई होगी।
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग ने बीजेपी को नए उत्साह से भर दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि, मध्य प्रदेश में 19 विधायकों ने अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के फैसले पर भरोसा जताया है। कमलनाथ अगर जनजातीय विरोधी नहीं हैं तो जनता को बताएं, क्या वे भी क्रॉस वोटिंग करने वाले 19 विधायकों में शामिल हैं?
शिवराज ने वोट देने वालों को किया दिल से धन्यवाद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में वैसे भी दलों की सीमाओं से उठकर भारतीय जनता पार्टी के अलावा भी कई विधायक मित्रों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। मैं सारे विधायक साथियों को जो बीजेपी के नहीं हैं लेकिन मुर्मू को वोट किया है, उनका भी आभार व्यक्त करता हूं। हृदय से धन्यवाद देता हूं।
Draupadi Murmu: पति और बेटों की याद में बनवाया स्कूल… द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनते ही मना जश्न, देखें वीडियो
नरोत्तम मिश्रा का कमलनाथ पर वार
राज्य के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में कमलनाथ ने कांग्रेस विधायकों के ईमान पर सवाल उठाकर उनको बिकाऊ बता दिया था। इसलिए अंतरात्मा की आवाज पर कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी। जर्जर होती कांग्रेस में यह आखिरी कील थी। कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। राज्य की सियासत में यह दो साल में दूसरा ऐसा मौका है जब कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इससे पहले कांग्रेस के 22 विधायकों ने एक साथ पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था और कांग्रेस की कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी।
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राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को मध्य प्रदेश से 146 वोट मिले, वहीं विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खाते में 79 वोट आए। इस तरह कांग्रेस को 19 वोट कम आए क्योंकि 96 विधायक कांग्रेस के हैं और दो निर्दलीय विधायकों ने सिन्हा को वोट देने की बात कही थी। इस तरह कांग्रेस को उम्मीद थी कि सिन्हा को मध्य प्रदेश से 98 वोट मिलेंगे। बीजेपी के 127 विधायक हैं और इसके अलावा सपा, बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों, जिनकी संख्या सात है। उन्होंने खुलकर मुर्मू को वोट देने की बात कही थी। इस तरह अधिकतम बीजेपी को 133 वोट मिलने की उम्मीद थी।
क्रॉस वोटिंग पर कांग्रेस में चुप्पी
वहीं पूरे मामले पर पीसीसी प्रमुख कमलनाथ के निर्देश का इंतजार करते हुए पार्टी ऑफिस में चुप्पी रही। कांग्रेस दुविधा में है क्योंकि यह पता लगाने का कोई तरीका नहीं है कि पार्टी के निर्देश के खिलाफ कौन गया। राज्य कांग्रेस इस दावे से सहमत नहीं है कि पार्टी के कुछ आदिवासी विधायकों ने पहले आदिवासी राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए एकजुटता दिखाई होगी।
बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा
कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग ने बीजेपी को नए उत्साह से भर दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि, मध्य प्रदेश में 19 विधायकों ने अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के फैसले पर भरोसा जताया है। कमलनाथ अगर जनजातीय विरोधी नहीं हैं तो जनता को बताएं, क्या वे भी क्रॉस वोटिंग करने वाले 19 विधायकों में शामिल हैं?
शिवराज ने वोट देने वालों को किया दिल से धन्यवाद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में वैसे भी दलों की सीमाओं से उठकर भारतीय जनता पार्टी के अलावा भी कई विधायक मित्रों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। मैं सारे विधायक साथियों को जो बीजेपी के नहीं हैं लेकिन मुर्मू को वोट किया है, उनका भी आभार व्यक्त करता हूं। हृदय से धन्यवाद देता हूं।
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राज्य के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में कमलनाथ ने कांग्रेस विधायकों के ईमान पर सवाल उठाकर उनको बिकाऊ बता दिया था। इसलिए अंतरात्मा की आवाज पर कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी। जर्जर होती कांग्रेस में यह आखिरी कील थी। कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। राज्य की सियासत में यह दो साल में दूसरा ऐसा मौका है जब कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इससे पहले कांग्रेस के 22 विधायकों ने एक साथ पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था और कांग्रेस की कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी।