रामचरितमानस और श्रीराम के अपमान में भी संस्कार दिखता है?
दूसरे ट्वीट में निखिल आनंद ने कहा कि बिहार का शिक्षा मंत्री सीएम का सम्मान से पैर छुए या चरण वंदना में दंडवत करें, किसी को क्या फर्क पड़ता है! भय, प्रीत, चालाकी, चापलूसी चेहरे से दिखती है! दबाव में सरेंडर करके संस्कार का ज्ञान मत दीजिए। रामचरितमानस और श्रीराम के अपमान में भी संस्कार दिखता है क्या?
एक अन्य में ट्वीट में निखिल आनंद ने कहा कि थोथी दलील मत दो भाई कि 61 साल के शिक्षामंत्री की 72 साल के सीएम के लिए सम्मान है! निखिल आनंद ने सवालिया लहजे में कहा कि जिस दिन मंत्री पद की शपथ ली थी उस दिन सीएम का पैर छूकर आशीर्वाद लिया था? कैबिनेट की पहली बैठक में गए थे, सीएम का पैर छूकर आशीर्वाद लिया था? कैबिनेट की बदतमीजी के लिए सीएम का पैर छूकर माफी मांगी थी?
शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस पर दिया था विवादित बयान
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सरकारी कार्यक्रम हो या निजी, बिहार के शिक्षा मंत्री हिन्दू धर्म और धर्म ग्रंथों को लगातार कोस रहे हैं। विवादित बयान दे रहे है। ऐसे में बुधवार को जब चंद्रशेखर सार्वजनिक तौर पर सीएम नीतीश का पैर छुए तो वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। इससे पहले कभी भी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को नीतीश कुमार को सार्वजनिक तौर पर पैर छूते नहीं देखा गया था। हालांकि ये खबर जरूर सामने आयी थी कि रामचरितमानस विवाद को लेकर कैबिनेट की बैठक नीतीश कुमार से बहस कर लिए थे।
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