राजस्थान: Ashok Gehlot V/S Sachin Pilot गुट को लेकर अब Sonia-Rahul Gandhi के हवाले से आ गई ये बड़ी अपडेट | Sonia Rahul meet to discuss tussle between Ashok Gehlot Sachin Pilot | Patrika News
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया जारी रहने के दौरान पार्टी नेतृत्व ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बॉयकाट को लेकर तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस देने के अलावा कोई अन्य कदम नहीं उठाया है। लेकिन इस घटनाक्रम को लेकर राजस्थान में उपजा सियासी घमासान थमा नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उनके गुट के विधायकों ने सीधे तौर पर आलाकमान को चुनौती दे रखी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के माफी मांगने के बावजूद विधायक दल की बैठक के बहिष्कार की घटना से कांग्रेस अध्यक्ष खासी नाराज चल रही हैं।
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मैसूर में होगा सोनिया-राहुल’महामंथन’
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री को लेकर पार्टी को फैसला करना है, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के चलते संगठन महासचिव वेणुगोपाल तीन दिन से कर्नाटक में हैं। अब सोनिया भी कर्नाटक के मैसूर पहुंच गई हैं। मंगलवार व बुधवार को भारत जोड़ो यात्रा का ब्रेक है। बताया जा रहा है कि विदेश से लौटने के बाद सोनिया की अब तक राहुल से मुलाकात नहीं हुई है। इन दो दिनों में मां-बेटे की मुलाकात होने की संभावना है। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बात हो सकती है। पार्टी के लिए गहलोत के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से पीछे हटने और मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ने जैसा मुद्दा चिंताजनक बना हुआ है।
आलाकमान की प्रतिष्ठा का सवाल
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो कार्यकर्ताओं में संदेश ठीक नहीं जाएगा। राजस्थान का मसला सीधे तौर पर आलाकमान के प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है।
नेताओं की प्रियंका गांधी पर निगाह
राजस्थान के मसले को सुलझाने में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भूमिका अब तक अहम रही है। दो साल पहले सचिन पायलट से सुलह कराने में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई थी। अभी तक प्रियंका ने चुप्पी साध रखी है। वह सोनिया के साथ कर्नाटक नहीं गई हैं। फिलहाल वह दिल्ली में है। प्रियंका के अगले कदम पर सबकी निगाह जमी हुई है।
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… इधर मैसूर पहुंची सोनिया गांधी
चार दिवसीय यात्रा पर कर्नाटक के मैसूर पहुंचीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंड्या में 6 अक्टूबर को ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से जुड़ेंगी। लंबे समय बाद सोनिया गांधी पार्टी के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेंगी। स्वास्थ्य कारणों के चलते वह पिछले कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में प्रचार भी नहीं कर सकी हैं। अध्यक्ष के तौर पर सोनिया का यह आखिरी कार्यक्रम होने की संभावना है।
सोनिया मडिकेरी के एक रिसोर्ट में ठहरेंगी और राहुल गांधी भी उनके साथ ही रहेंगे। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 7 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई थी। 150 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में होगा। यात्रा के शुभारंभ में सोनिया शामिल नहीं हो सकी थी। दशहरा मनाने के लिए मंगलवार और बुधवार को भारत जोड़ो यात्रा दो दिन के लिए स्थगित रहेगी।
पहली बार परिवार का कोई सदस्य जुड़ेगा
यह पहला अवसर होगा जब भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ उनके परिवार को कोई सदस्य जुड़ेगा। प्रियंका गांधी के भी पदयात्रा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। प्रियंका मंड्या के नागमंगला से बेलूर क्रॉस तक पदयात्रा में शामिल हो सकती हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया जारी रहने के दौरान पार्टी नेतृत्व ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बॉयकाट को लेकर तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस देने के अलावा कोई अन्य कदम नहीं उठाया है। लेकिन इस घटनाक्रम को लेकर राजस्थान में उपजा सियासी घमासान थमा नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उनके गुट के विधायकों ने सीधे तौर पर आलाकमान को चुनौती दे रखी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के माफी मांगने के बावजूद विधायक दल की बैठक के बहिष्कार की घटना से कांग्रेस अध्यक्ष खासी नाराज चल रही हैं।
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मैसूर में होगा सोनिया-राहुल’महामंथन’
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री को लेकर पार्टी को फैसला करना है, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के चलते संगठन महासचिव वेणुगोपाल तीन दिन से कर्नाटक में हैं। अब सोनिया भी कर्नाटक के मैसूर पहुंच गई हैं। मंगलवार व बुधवार को भारत जोड़ो यात्रा का ब्रेक है। बताया जा रहा है कि विदेश से लौटने के बाद सोनिया की अब तक राहुल से मुलाकात नहीं हुई है। इन दो दिनों में मां-बेटे की मुलाकात होने की संभावना है। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बात हो सकती है। पार्टी के लिए गहलोत के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से पीछे हटने और मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ने जैसा मुद्दा चिंताजनक बना हुआ है।
आलाकमान की प्रतिष्ठा का सवाल
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो कार्यकर्ताओं में संदेश ठीक नहीं जाएगा। राजस्थान का मसला सीधे तौर पर आलाकमान के प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है।
नेताओं की प्रियंका गांधी पर निगाह
राजस्थान के मसले को सुलझाने में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भूमिका अब तक अहम रही है। दो साल पहले सचिन पायलट से सुलह कराने में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई थी। अभी तक प्रियंका ने चुप्पी साध रखी है। वह सोनिया के साथ कर्नाटक नहीं गई हैं। फिलहाल वह दिल्ली में है। प्रियंका के अगले कदम पर सबकी निगाह जमी हुई है।
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… इधर मैसूर पहुंची सोनिया गांधी
चार दिवसीय यात्रा पर कर्नाटक के मैसूर पहुंचीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंड्या में 6 अक्टूबर को ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से जुड़ेंगी। लंबे समय बाद सोनिया गांधी पार्टी के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेंगी। स्वास्थ्य कारणों के चलते वह पिछले कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में प्रचार भी नहीं कर सकी हैं। अध्यक्ष के तौर पर सोनिया का यह आखिरी कार्यक्रम होने की संभावना है।
सोनिया मडिकेरी के एक रिसोर्ट में ठहरेंगी और राहुल गांधी भी उनके साथ ही रहेंगे। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 7 सितंबर को भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई थी। 150 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में होगा। यात्रा के शुभारंभ में सोनिया शामिल नहीं हो सकी थी। दशहरा मनाने के लिए मंगलवार और बुधवार को भारत जोड़ो यात्रा दो दिन के लिए स्थगित रहेगी।
पहली बार परिवार का कोई सदस्य जुड़ेगा
यह पहला अवसर होगा जब भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ उनके परिवार को कोई सदस्य जुड़ेगा। प्रियंका गांधी के भी पदयात्रा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। प्रियंका मंड्या के नागमंगला से बेलूर क्रॉस तक पदयात्रा में शामिल हो सकती हैं।