राजस्थान में झमाझम बारिश, कोटा बैराज के दो गेट खोले, तीन जिलों में भारी बरसात का अलर्ट | Rajasthan Monsoon Rain Update: chambal river news | Patrika News
सोमवार को कोटा, बारां और झालावाड़ जिलों में कहीं कहीं भारी बरसात का यलो अलर्ट मौसम विभाग ने दिया है। जबकि अन्य 15 जिलों में तीव्र मेघगर्जन के साथ बरसात हो सकती है।
हाड़ौती अंचल में रविवार को मानसून मेहरबान रहा। कोटा जिले में कुंदनपुर क्षेत्र में झमाझम बारिश से उजाड़ नदी में उफान आ गया। इससे रोलाना व कुंदनपुर की उजाड़ नदी की पुलिया पर डेढ़ से दो फीट पानी आ गया। कई गांव के लोगों का सम्पर्क कुंदनपुर से कट गया। बूंदी जिले के नैनवां में सवा पांच इंच बारिश से नदी-नाले उफन गए। तालेड़ा स्थित बरधा बांध पर पानी की लगातार आवक होने से करीब 2 फीट से अधिक की चादर चली। घोड़ा-पछाड़ नदी में उफान आने से नमाना-श्यामू मार्ग बंद रहा। नोताडा क्षेत्र में एक घंटे की तेज बारिश के बाद भाटी खाळ में उफान आ गया। नमाना नदी पार बरड़े पर चारा चरने गई तीन भैंसों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। देई कस्बे में स्कूल के खेल मैदान के सामने की गली में पानी भर गया। लोगों के घरों में पानी भरने से आक्रोशित लोगों ने स्टेट हाइवे 34 नैनवां बूंदी मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
चूरू में 71.0 मिमी बारिश
शेखावाटी में अनेक स्थानों पर हुई बारिश के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। चूरू में 71 मिमी बरसात सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रिकॉर्ड की गई। सीकर में शनिवार देर शाम शुरू हुआ बारिश का दौर रविवार तक जारी रहा। नवलगढ़ रोड इलाके में जलभराव की समस्या की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर
धौलपुर में सर्वाधिक 112 मिमी (4.40 इंच) बारिश हुई। वहीं, सरमथुरा में 71 और बसेड़ी में 57 मिमी वर्षा रेकॉर्ड की गई। धौलपुर में सुबह करीब साढ़े छह बजे से ढाई घंटे तक जोरदार बारिश हुई। सरमथुरा क्षेत्र में पार्वती की सहायक खुर्दिया और खरैर नदी में भी दो से चार फीट तक पानी आ गया। झमाझम बारिश के कारण चंबल नदी का जलस्तर बढ़ कर 121.50 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान से करीब नौ मीटर कम है। चंबल में जलस्तर अब लगातार बढऩे लगा है। आने वाले दिनों में इसके खतरे के निशान को पार करने की आशंका है। चंबल में 130.79 मीटर पर खतरे का निशान है।
रपट पार करते समय डंपर व बाइक बहे
टोंक जिले के पीपलू उपखंड क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के बाद सहोदरा नदी पर जवाली में पानी उफान पर आ गया। पानी का प्रवाह अधिक होने के बावजूद भी लोग जान जोखिम में डालकर रपट को पार करते रहे। इस दौरान एक डंपर अनियंत्रित होकर बह गया। डंपर में ड्राइवर समेत 3 व्यक्ति सवार थे। चालक तो डंपर से कूद गया तथा पानी से बाहर निकलने की मशक्कत करने लगा। वहीं अन्य दो लोग डंपर में फंसे रह गए। जिन्हें ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद डंपर के कांच तोड़कर बाहर निकाला। इ
स हादसे के 10 मिनट बाद ही एक बाइक सवार रपट को पार करने लगा। ग्रामीणों ने उसे मना भी किया, लेकिन नहीं माना। तेज बहाव में वह भी बाइक सहित बह गया। बहते समय पानी के बीच में एक खंभे से टकरा कर अटक गया। ग्रामीणों ने पानी में छलांग लगाकर उसे को बचाया। उसकी बाइक नदी में बह गई।
सोमवार को कोटा, बारां और झालावाड़ जिलों में कहीं कहीं भारी बरसात का यलो अलर्ट मौसम विभाग ने दिया है। जबकि अन्य 15 जिलों में तीव्र मेघगर्जन के साथ बरसात हो सकती है।
हाड़ौती अंचल में रविवार को मानसून मेहरबान रहा। कोटा जिले में कुंदनपुर क्षेत्र में झमाझम बारिश से उजाड़ नदी में उफान आ गया। इससे रोलाना व कुंदनपुर की उजाड़ नदी की पुलिया पर डेढ़ से दो फीट पानी आ गया। कई गांव के लोगों का सम्पर्क कुंदनपुर से कट गया। बूंदी जिले के नैनवां में सवा पांच इंच बारिश से नदी-नाले उफन गए। तालेड़ा स्थित बरधा बांध पर पानी की लगातार आवक होने से करीब 2 फीट से अधिक की चादर चली। घोड़ा-पछाड़ नदी में उफान आने से नमाना-श्यामू मार्ग बंद रहा। नोताडा क्षेत्र में एक घंटे की तेज बारिश के बाद भाटी खाळ में उफान आ गया। नमाना नदी पार बरड़े पर चारा चरने गई तीन भैंसों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। देई कस्बे में स्कूल के खेल मैदान के सामने की गली में पानी भर गया। लोगों के घरों में पानी भरने से आक्रोशित लोगों ने स्टेट हाइवे 34 नैनवां बूंदी मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
चूरू में 71.0 मिमी बारिश
शेखावाटी में अनेक स्थानों पर हुई बारिश के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है। चूरू में 71 मिमी बरसात सुबह आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रिकॉर्ड की गई। सीकर में शनिवार देर शाम शुरू हुआ बारिश का दौर रविवार तक जारी रहा। नवलगढ़ रोड इलाके में जलभराव की समस्या की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर
धौलपुर में सर्वाधिक 112 मिमी (4.40 इंच) बारिश हुई। वहीं, सरमथुरा में 71 और बसेड़ी में 57 मिमी वर्षा रेकॉर्ड की गई। धौलपुर में सुबह करीब साढ़े छह बजे से ढाई घंटे तक जोरदार बारिश हुई। सरमथुरा क्षेत्र में पार्वती की सहायक खुर्दिया और खरैर नदी में भी दो से चार फीट तक पानी आ गया। झमाझम बारिश के कारण चंबल नदी का जलस्तर बढ़ कर 121.50 मीटर पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान से करीब नौ मीटर कम है। चंबल में जलस्तर अब लगातार बढऩे लगा है। आने वाले दिनों में इसके खतरे के निशान को पार करने की आशंका है। चंबल में 130.79 मीटर पर खतरे का निशान है।
रपट पार करते समय डंपर व बाइक बहे
टोंक जिले के पीपलू उपखंड क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के बाद सहोदरा नदी पर जवाली में पानी उफान पर आ गया। पानी का प्रवाह अधिक होने के बावजूद भी लोग जान जोखिम में डालकर रपट को पार करते रहे। इस दौरान एक डंपर अनियंत्रित होकर बह गया। डंपर में ड्राइवर समेत 3 व्यक्ति सवार थे। चालक तो डंपर से कूद गया तथा पानी से बाहर निकलने की मशक्कत करने लगा। वहीं अन्य दो लोग डंपर में फंसे रह गए। जिन्हें ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद डंपर के कांच तोड़कर बाहर निकाला। इ
स हादसे के 10 मिनट बाद ही एक बाइक सवार रपट को पार करने लगा। ग्रामीणों ने उसे मना भी किया, लेकिन नहीं माना। तेज बहाव में वह भी बाइक सहित बह गया। बहते समय पानी के बीच में एक खंभे से टकरा कर अटक गया। ग्रामीणों ने पानी में छलांग लगाकर उसे को बचाया। उसकी बाइक नदी में बह गई।