राजस्थान के किसान नेताओं ने पीएम मोदी के ‘ऐलान’ पर क्या कहा? यहां देखें

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राजस्थान के किसान नेताओं ने पीएम मोदी के ‘ऐलान’ पर क्या कहा? यहां देखें

राजस्थान के किसान नेताओं ने पीएम मोदी के ‘ऐलान’ पर क्या कहा? यहां देखें

जयपुर।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद किसान आंदोलन में शामिल तमाम किसानों ने ख़ुशी जताई है। राजस्थान के विभिन्न किसान संगठनों से जुड़े नेताओं ने भी कृषि कानूनों की वापसी के मोदी सरकार के फैसले पर संतोष जताया है। किसान नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाओं में इसे आंदोलन की जीत करार देने के साथ ही केंद्र सरकार को आड़े हाथ भी लिया है।

 

 

किसानों का संघर्ष रंग लाया: राजाराम मील

भारतीय किसान यूनियन के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गए तीनों कृषि कानून किसानों और उनके भविष्य के लिए किसी भी लिहाज़ से अच्छे नहीं थे। इन असंवैधानिक कानूनों को कृषि विरासत की समृद्धि के लिए वापस लेना ज़रूरी था। अब सरकार द्वारा इन काले कानूनों को वापिस लिया गया है, जो किसानों की जीत है। किसानों का संघर्ष रंग लाया।

 

शहीद किसानों को मिली सच्ची श्रद्धांजलि: हिम्मत सिंह

किसान नेता हिम्मत सिंह ने केंद्रीय कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान पर ख़ुशी जताते हुए किसान आंदोलन में भूमिका अदा करने वाले हर किरदार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ये जीत इस आंदोलन के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके बलिदान ने इस आंदोलन में अनोखी ऊर्जा दी। हम लखीमपुर और टिकरी समेत सभी जगह कुर्बानी देने वाले किसानों-मजदूरों-नागरिकों को यह जीत समर्पित करते हैं।

 

किसान नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन फिलहाल जारी रहेगा। आंदोलन में पड़ाव डाले बैठा किसान अभी घर नहीं लौटेगा, हमारी ये लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी संबंधी क़ानून की मांग को लेकर संघर्ष जारी रहेगा।

 

किसानों के संघर्ष की हुई जीत: कॉमरेड अमराराम
पूर्व विधायक व किसान नेता कॉमरेड अमराराम ने कहा कि सरकार द्वारा काले कानून वापिस ले लिए गए है। ये किसानों की जीत हुई है। किसानों का संघर्ष रंग लाया। किसानों की एकता जिन्दाबाद।

 

माफ़ करने लायक नहीं मोदी सरकार: पवन दुग्गल

पूर्व एमएलए और किसान नेता पवन दुग्गल ने कहा कि किसान पहले भी जीते थे , आज भी जीते हैं और आगे भी जीतेंगे। हालाँकि उन्होंने कहा कि क़ानून वापसी से पहले 700 किसानों का बलिदान हुआ है, इसके लिए मोदी सरकार माफी के लायक नहीं है।

 

किसानी के साहस, जज़्बे की जीत: विक्रम मीणा

भारतीय किसान यूनियन की राजस्थान इकाई के युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम सिंह मीणा ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी सिर्फ किसानों की जीत नहीं, बल्कि संपूर्ण लोकतंत्र की जीत है। उन्होंने कहा कि ये पहले कह दिया गया था कि किसान हार कर, अपमानित होकर नहीं जायेगा, किसान अपना हक लेकर ही वापिस घर जाएगा। ये जीत किसानी के साहस और जज्बे की जीत है।

 



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