राजस्थान: कांग्रेस के आपसी द्वंद्व के बीच BJP करने लगी तैयारी, राजस्थान में CM कुर्सी की सियासत जानें कहां तक जाएगी

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राजस्थान:  कांग्रेस के आपसी द्वंद्व के बीच BJP करने लगी तैयारी, राजस्थान में CM कुर्सी की सियासत जानें कहां तक जाएगी

राजस्थान: कांग्रेस के आपसी द्वंद्व के बीच BJP करने लगी तैयारी, राजस्थान में CM कुर्सी की सियासत जानें कहां तक जाएगी

जयपुर: राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए महज सवा साल बचे हैं। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी आगामी चुनाव को लेकर पूरी तैयारियों में है। प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की रैलियां आयोजित की जा चुकी है। दूसरी ओर कांग्रेस के नेता आपसी लड़ाई में उलझे हुए हैं। कांग्रेस के नेता प्रदेश में कांग्रेस सरकार को रिपीट करने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन अंदरूनी कलह से उबर नहीं पा रहे। कांग्रेस में अभी तय यह संशय बना हुआ है कि प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा। आलाकमान भी नेतृत्व को लेकर मंथन कर रहा है। ऐसे में कांग्रेस सरकार को रिपीट कराने में कामयाब कैसे होगी, यह सोचने वाली बात है।

गृहमंत्री अमित शाह ने जोधपुर की रैली में कार्यकर्ताओं में फूंकी नई जान
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह 9 और 10 सितंबर को राजस्थान दौरे पर आ चुके हैं। जैसलमेर में तनोट माता के दर्शन करने के बाद उन्होंने सैनिकों के साथ रात बिताई। अगले दिन जोधपुर में विशाल रैली को संबोधित किया। जोधपुर में हुई रैली में प्रदेशभर से बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए। ब्लॉक स्तर तक के पदाधिकारियों को बुलाया गया और आगामी विधानसभा की चुनाव की तैयारियों के लिए गांव गांव गली गली में मुहीम चलाने का आह्वान किया गया। अमित शाह के आह्वान से भाजपा कार्यकर्ताओं ने नयो जोश भर गया।

30 सितंबर को नरेन्द्र मोदी ने जीता लोगों का दिल
30 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात दौरे पर थे। शाम को राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित आबूरोड़ में एक सभा रखी गई थी। नरेन्द्र मोदी आबूरोड़ में सभा में देरी से पहुंचे लेकिन सभा में उपस्थित हजारों को लोगों को नमन करके उन्होंने दिल जीत लिया। पीएम मोदी को रात साढे 8 बजे आबूरोड़ आना था लेकिन गुजरात से आते समय बीच रास्ते में स्वागत के कार्यक्रम थे। ऐसे में आबूरोड़ पहुंचते पहुंचते उन्हें रात के साढे दस बज गए। देरी से पहुंचने के कारण पीएम नरेन्द्र मोदी ने लोगों को संबोधित नहीं किया लेकिन उन्होंने मंच पर तीन बार घुटने और माथा टेक कर लोगों को नमन किया।

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उन्होंने कहा कि देरी से पहुंचा हूं, इसलिए मुझे माफ कर दें। अगली बार फिर आऊंगा और लोगों के प्यार की कीमत ब्याज सहित चुकाऊंगा। मोदी द्वारा माथा टेक कर नमन करने और ब्याज सहित प्यार की कीमत चुकाने का दावा करके उन्होंने प्रदेश के लाखों लोगों का दिल जीत लिया।

कांग्रेस नेता आपसी गुटबाजी की फुटबॉल खेल रहे
कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि वे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को रिपीट करवाएंगे लेकिन उन्हें आपसी झगड़े से ही फुरसत नहीं मिलती। पिछले दो साल से दो गुटों में बंटी कांग्रेस इन दिनों फुटबॉल बनी हुई है। गहलोत और पायलट गुट के नेता रोजाना किक मार कर आपसी फूट की फुटबॉल को उछाल रहे हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए हो रही यह लड़ाई सड़कों पर आ चुकी है। नेता एक दूसरे को गद्दार और दलाल कहने में व्यस्त हैं।

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प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी दुश्मनों की तरह खुलेआम लड़ रहे हैं और बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश की जनता का भरोसा जीतने में कामयाब कैसे होंगे। कांग्रेस का यह घमासान फिलहाल जारी रहने की संभावना है क्योंकि प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे पर आलाकमान मंथन कर रहा है। मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुर्सी पर रहे तो पायलट गुट के नेता रायता बिखेरेंगे। उधर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री के रूप में घोषित कर दिया तो गहलोत गुट के विधायक रायता बिखेरने को उतावले हो रहे हैं।
रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़

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