राजस्थान: कन्हैया हत्याकांड के ‘गरमाए’ माहौल के बीच ‘अग्निपथ’ मुद्दे पर आई लेटेस्ट अपडेट! | Udaipur Murder Case amidst Agnipath scheme protest, latest news update | Patrika News
थमा विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला
अग्निपथ योजना को लेकर प्रदेश में पिछले दिनों धरने-प्रदर्शनों का सिलसिला चला। कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और आम आदमी पार्टी ने इस योजना का पुरज़ोर विरोध करने और केंद्र से योजना वापस लिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन भी शुरू किया था। कांग्रेस ने प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, तो आरएलपी ने जोधपुर में युवा आक्रोश रैली निकालकर ज़बरदस्त विरोध जताया था। लेकिन अब उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा गरमाने के बाद अग्निपथ योजना के विरोध में शुरू हुआ ये आंदोलन अब फीका पड़ने लगा है।
सांसद ने ‘पिक्चर’ दिखाने की दी थी चेतावनी
अग्निपथ योजना के विरोध में आरएलपी पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए तेवर दिखाना शुरू किया था। जोधपुर में सैंकड़ों युवाओं के साथ युवा हुंकार रैली निकालकर आक्रोश भी जताया था। उसी दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अभी तो सिर्फ ट्रेलर दिखाया है, पिक्चर तो बाक़ी है। सांसद ने अग्निपथ योजना वापसी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही थी। हालांकि हुंकार रैली के बाद से आरएलपी पार्टी और सांसद बेनीवाल के तेवरों में भी नरमी दिखाई देने लगी है।
कांग्रेस-आप भी बना रहे दूरी!
अग्निपथ योजना के विरोध में उतरे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का ‘आक्रामक’ मिज़ाज़ भी अब ढीला पड़ता दिख रहा है। दोनों ही पार्टियों ने आंदोलन के नाम पर एक प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन करके इतिश्री कर ली है, जबकि आंदोलन को लेकर आगामी कार्यक्रम अब तक जारी नहीं हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों राजनीतिक दल भी धीरे-धीरे इस मुद्दे पर विरोध से दूरी बना रहे हैं।
पंजाब में प्रस्ताव पारित, राजस्थान ‘मौन’
केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ उतरी आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने तो बाकायदा विधानसभा में इसके विरोध में एक प्रस्ताव ही पारित करवा लिया है। सीएम भगवंत मान सरकार का मानना है कि ये योजना देश के युवाओं के हित में नहीं है और सेना भर्ती की आस लगाए बैठे युवाओं के सपने कुचलने जैसा है। इधर, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है जो भी अग्निपथ योजना का पुरज़ोर विरोध कर रही है। लेकिन अभी तक गहलोत सरकार की तरफ से ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पंजाब की तर्ज़ पर राजस्थान विधानसभा में भी क्या सरकार अग्निपथ योजना के विरोध में कोई प्रस्ताव लाकर उसे पारित करवाएगी?
… इधर जारी है ‘अग्निवीर’ तलाशने की प्रक्रिया
विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों के विरोध-आंदोलन के बीच भारतीय सेना और नौसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया जारी है। रक्षा मंत्रालय ने भर्ती प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया है कि अग्निपथ योजना के तहत सबसे पहले 24 जून को भारतीय वायुसेना ने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। भारतीय वायुसेना को भर्ती के पहले सप्ताह, यानी बीते गुरुवार तक 2.72 लाख आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
ये है अग्निपथ योजना की ख़ास बातें- – तीनों सेनाओं के लिए है अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया
– साढ़े 17 से 23 साल तक के युवा कर सकते हैं आवेदन
– चार साल के लिए किया जाएगा सशस्त्र बलों में शामिल
– 25 प्रतिशत युवा बाद में नियमित सेवा में होंगे शामिल
– बाहर हुए ‘अग्निवीरों’ को केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों में मिलेगी भर्ती प्राथमिकता
– केंद्र सरकार ने 14 जून को की थी योजना की घोषणा
थमा विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला
अग्निपथ योजना को लेकर प्रदेश में पिछले दिनों धरने-प्रदर्शनों का सिलसिला चला। कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और आम आदमी पार्टी ने इस योजना का पुरज़ोर विरोध करने और केंद्र से योजना वापस लिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन भी शुरू किया था। कांग्रेस ने प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, तो आरएलपी ने जोधपुर में युवा आक्रोश रैली निकालकर ज़बरदस्त विरोध जताया था। लेकिन अब उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा गरमाने के बाद अग्निपथ योजना के विरोध में शुरू हुआ ये आंदोलन अब फीका पड़ने लगा है।
सांसद ने ‘पिक्चर’ दिखाने की दी थी चेतावनी
अग्निपथ योजना के विरोध में आरएलपी पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए तेवर दिखाना शुरू किया था। जोधपुर में सैंकड़ों युवाओं के साथ युवा हुंकार रैली निकालकर आक्रोश भी जताया था। उसी दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अभी तो सिर्फ ट्रेलर दिखाया है, पिक्चर तो बाक़ी है। सांसद ने अग्निपथ योजना वापसी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही थी। हालांकि हुंकार रैली के बाद से आरएलपी पार्टी और सांसद बेनीवाल के तेवरों में भी नरमी दिखाई देने लगी है।
कांग्रेस-आप भी बना रहे दूरी!
अग्निपथ योजना के विरोध में उतरे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का ‘आक्रामक’ मिज़ाज़ भी अब ढीला पड़ता दिख रहा है। दोनों ही पार्टियों ने आंदोलन के नाम पर एक प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन करके इतिश्री कर ली है, जबकि आंदोलन को लेकर आगामी कार्यक्रम अब तक जारी नहीं हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों राजनीतिक दल भी धीरे-धीरे इस मुद्दे पर विरोध से दूरी बना रहे हैं।
पंजाब में प्रस्ताव पारित, राजस्थान ‘मौन’
केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ उतरी आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने तो बाकायदा विधानसभा में इसके विरोध में एक प्रस्ताव ही पारित करवा लिया है। सीएम भगवंत मान सरकार का मानना है कि ये योजना देश के युवाओं के हित में नहीं है और सेना भर्ती की आस लगाए बैठे युवाओं के सपने कुचलने जैसा है। इधर, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है जो भी अग्निपथ योजना का पुरज़ोर विरोध कर रही है। लेकिन अभी तक गहलोत सरकार की तरफ से ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पंजाब की तर्ज़ पर राजस्थान विधानसभा में भी क्या सरकार अग्निपथ योजना के विरोध में कोई प्रस्ताव लाकर उसे पारित करवाएगी?
… इधर जारी है ‘अग्निवीर’ तलाशने की प्रक्रिया
विभिन्न राजनीतिक दलों और अन्य संगठनों के विरोध-आंदोलन के बीच भारतीय सेना और नौसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया जारी है। रक्षा मंत्रालय ने भर्ती प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया है कि अग्निपथ योजना के तहत सबसे पहले 24 जून को भारतीय वायुसेना ने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। भारतीय वायुसेना को भर्ती के पहले सप्ताह, यानी बीते गुरुवार तक 2.72 लाख आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
ये है अग्निपथ योजना की ख़ास बातें- – तीनों सेनाओं के लिए है अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया
– साढ़े 17 से 23 साल तक के युवा कर सकते हैं आवेदन
– चार साल के लिए किया जाएगा सशस्त्र बलों में शामिल
– 25 प्रतिशत युवा बाद में नियमित सेवा में होंगे शामिल
– बाहर हुए ‘अग्निवीरों’ को केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों में मिलेगी भर्ती प्राथमिकता
– केंद्र सरकार ने 14 जून को की थी योजना की घोषणा