राजनीति जारी रह सकती है, लेकिन योग कक्षाएं बंद करने से दिल्ली के लोग उदास थे: केजरीवाल

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राजनीति जारी रह सकती है, लेकिन योग कक्षाएं बंद करने से दिल्ली के लोग उदास थे: केजरीवाल

राजनीति जारी रह सकती है, लेकिन योग कक्षाएं बंद करने से दिल्ली के लोग उदास थे: केजरीवाल

नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि ‘दिल्ली की योगशाला’ योजना ‘‘बंद’’ किए जाने पर लोग उदास हैं।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि योजना के लिए धन उपलब्ध हो या न हो, शहर में नि:शुल्क योग कक्षाएं जारी रहेंगी।

आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने 31 अक्टूबर के बाद ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं दी। बहरहाल, उपराज्यपाल के कार्यालय ने इन आरोपों से इनकार किया और कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने योजना में विस्तार के संबंध में अभी तक कोई फाइल नहीं भेजी है।

केजरीवाल ने यहां एक कार्यक्रम में योग प्रशिक्षकों को सम्मानित करने के बाद कहा कि लोगों के लिए नि:शुल्क योग कक्षाएं ‘‘बंद करना पाप’’ है और ऐसा नहीं होना चाहिए, ‘‘बाकी राजनीति जारी रह सकती है।’’

इस बीच, उपराज्यपाल सचिवालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि ‘दिल्ली की योगशाला’ योजना को उसके ‘‘मौजूदा स्वरूप’’ में बंद करने का निर्णय पूरी तरह से स्वायत्त दिल्ली भेषज विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय (डीपीएसआरयू) के शासी मंडल (बीओजी) का था। उन्होंने कहा कि योगशाला के संबंध में आप के नेताओं के बयान ‘‘सरासर झूठे और जानबूझकर गुमराह करने वाले’’ हैं।

केजरीवाल ने समारोह में दावा किया कि उपराज्यपाल ने योजना को ‘‘रोक दिया’’ था लेकिन ‘‘दिल्ली के लोगों ने’’ सुनिश्चित किया कि उनकी उदारता से योजना जारी रहे।

उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में सत्ता का ढांचा ऐसा है कि ‘‘उपराज्यपाल कुछ भी कर सकता है।’’ उन्होंने ‘दिल्ली की योगशाला’ योजना से जुड़े मुद्दों की पृष्ठभूमि में यह कहा।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘जब उपराज्यपाल साहब ने योग (कक्षाएं) बंद कीं, तो हमें बहुत दुख हुआ था।’’

उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए निधि हो या नहीं हो, शहर में नि:शुल्क योग कक्षाएं जारी रहेंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि योजना जल्द ही उसी तरीके से ‘‘फिर से संचालित होगी’’ जैसा उन्होंने इसे शुरू किया था।

दिल्ली में कई लोग योग प्रशिक्षकों को मानदेय देने की पेशकश करके इस योजना को जारी रखने में मदद के लिए आगे आए हैं। कुछ दानदाताओं ने इस कार्यक्रम में प्रशिक्षकों को चेक (मानदेय) सौंपे।

केजरीवाल ने योग को प्रोत्साहित करने और इसकी पहुंच बढ़ाने की भी बात कही। इस योजना के तहत करीब 17,000 लोग योग कर रहे हैं, लेकिन इस संख्या को 20-25 लाख तक ले जाने का लक्ष्य है।

उन्होंने कहा, ‘‘महिलाओं के लिए शाम की कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं। धन की चिंता न करें, दान देने वाले लोग हैं तथा दान देने वाले और भी लोग आगे आएंगे।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने फैसला किया है कि निधि आए या नहीं आए, हम कक्षाएं बंद नहीं होने देंगे।’’

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक नवंबर को घोषणा की थी कि उनकी सरकार द्वारा आयोजित की जा रही मुफ्त योग कक्षाएं बंद नहीं होंगी। उन्होंने कहा था कि वह उपराज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी की ओर से पैदा की गई बाधा के कारण कोई काम नहीं रुकने देंगे।

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