‘ये हनुमान ऐसा कलयुगी है कि अपनी ही अयोध्या में आग लगा दी’, नीतीश सरकार की बर्खास्तगी की डिमांड से लाल-पीला JDU

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‘ये हनुमान ऐसा कलयुगी है कि अपनी ही अयोध्या में आग लगा दी’, नीतीश सरकार की बर्खास्तगी की डिमांड से लाल-पीला JDU

‘ये हनुमान ऐसा कलयुगी है कि अपनी ही अयोध्या में आग लगा दी’, नीतीश सरकार की बर्खास्तगी की डिमांड से लाल-पीला JDU

दिल्ली/पटना : ‘वो (चिराग) तो कह ही रहे थे कि वो उनके (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) के हनुमान हैं। लेकिन ये हनुमान ऐसा कलयुगी है कि उसने अपनी ही अयोध्या में आग लगा दी थी। बिहार सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग अलोकतांत्रिक है। अब किसी भी बहुमत वाली सरकार को कोई भी केंद्र की सरकार बर्खास्त नहीं कर सकती है।’ जेडीयू के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि चिराग पासवान राजनीति में अभी नए हैं और उन्हें राजनीति में अपने पिता (रामविलास पासवान) की तरह स्थापित होने के लिए अभी और प्रयास करने होंगे। दरअसल, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार की जनता दल (यूनाइटेड) सरकार को बर्खास्त करने की मांग केंद्र सरकार से की थी।

केंद्र की सरकार बर्खास्त नहीं कर सकती- केसी त्यागी

केसी त्यागी ने कहा कि अब किसी भी बहुमत वाली सरकार को केंद्र की सरकार बर्खास्त नहीं कर सकती है। चिराग पासवान को सरकारिया आयोग की सिफारिशें और एसआर बोम्मई मामले में उच्चतम न्यायालय की जो व्याख्या है, उसका अध्ययन करना चाहिए। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में जनता की चुनी हुई सरकार है। उसे भंग करने की मांग करना ना सिर्फ अलोकतांत्रिक है बल्कि जनता में उनका विश्वास भी कम है। लिहाजा राजनीति में अपने पिता की तरह स्थापित होने में उनको अभी और प्रयास करने होंगे।

जेडीयू के प्रधान महासचिव ने बताया कि उच्चतम न्यायालय की नौ सदस्यीय एक पीठ ने एसआर बोम्मई बनाम भारत सरकार मामले में मार्च 1994 में अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया और राज्यों में राष्ट्रपति शासन लागू करने के संदर्भ में सख्त दिशानिर्देश दिए थे। इस फैसले में न्यायालय ने कहा था कि किसी भी राज्य सरकार के बहुमत का फैसला राजभवन की जगह विधान मंडल में होना चाहिये। राष्ट्रपति शासन लगाने से पहले राज्य सरकार को शक्ति परीक्षण का मौका देना होगा।

अमित शाह से मुलाकात कर चिराग ने की बर्खास्तगी की मांग

बिहार के जमुई से लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बुधवार को मुलाकात की और बिहार सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। चिराग पासवान ने शाह को अपनी पार्टी का ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में सरकारी संरक्षण में शराब माफिया फल-फूल रहा है और राज्य में वैसे तो शराबबंदी है लेकिन बड़ी संख्या में लोग जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं।

केसी त्यागी ने कहा कि दोनों पहले से ही एक हैं। वो (चिराग) तो कह ही रहे थे कि वो उनके (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) के हनुमान हैं। लेकिन ये हनुमान ऐसा कलयुगी है कि उसने अपनी ही अयोध्या में आग लगा दी थी। बिहार के कानून-व्यवस्था के सवाल पर जद (यू) नेता ने सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश और दिल्ली में कानून-व्यवस्था अच्छी है? उन्होंने कहा कि मेरे जानते हुए उत्तर प्रदेश में पांच शराब कांड हो चुके हैं, जिनमें 40-40 लोग तक की मौत हुई है। फिर, तो वो सरकार एक साल पहले बर्खास्त हो जानी चाहिए थी। हम तो किसी सरकार की बर्खास्तगी की मांग के खिलाफ हैं। चाहे भाजपा की हो या ममता (तृणमूल कांग्रेस) की हो, या के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) की या फिर वामपंथियों की।

मौजूदा हालात में बीजेपी के करीब दिख रहे चिराग पासवान

चिराग पासवान, नीतीश कुमार के विरोध के कारण 2020 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर हो गए थे। नीतीश कुमार के राजग से बाहर निकलने के बाद, वो भाजपा के करीब आ गए हैं और राज्य में हाल के उपचुनावों में उनके उम्मीदवार के लिए उन्होंने प्रचार भी किया। इसके बाद से ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों दलों के बीच गठबंधन जल्द ही औपचारिक रूप ले सकता है।

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