यूपी निकाय चुनाव के लिए मिशन मोड में आए सीएम योगी, पश्चिमी यूपी से निकाय चुनाव की रैलियों का करेंगे आगाज

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यूपी निकाय चुनाव के लिए मिशन मोड में आए सीएम योगी, पश्चिमी यूपी से निकाय चुनाव की रैलियों का करेंगे आगाज

यूपी निकाय चुनाव के लिए मिशन मोड में आए सीएम योगी, पश्चिमी यूपी से निकाय चुनाव की रैलियों का करेंगे आगाज

लखनऊ:सीएम योगी आदित्यनाथ शहरी निकाय चुनाव में पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत वेस्ट यूपी से करेंगे। योगी की पहली रैली सहारनपुर में करवाने की तैयारी चल रही है। पार्टी योगी सहित बाकी नेताओं की जनसभाओं और कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने में लगी है। निकाय चुनाव के दौर में योगी प्रदेश के करीब दो-तिहाई जिलों तक पहुंचेंगे।2017 के नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने 16 में 14 नगर निगम जीते थे। इस बार शाहजहांपुर सहित 17 नगर निगमों में चुनाव होंगे। पार्टी ने नगर निगमों के साथ ही नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में भी बड़ी जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इसलिए, सीएम सभी नगर निगमों के साथ ही दूसरे बड़े जिलों में भी चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। सरकार-संगठन निकाय चुनाव की तैयारियों में छह महीने पहले से ही लगे हैं।

योगी ने नवंबर-दिसंबर में ही सभी 17 नगर निगमों में प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए चुनावी जमीन को उर्वरा बनाने की कवायद शुरू कर दी थी। हालांकि, आरक्षण को लेकर हाई कोर्ट के फैसले के बाद चुनाव टल गया था। भाजपा ने प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत भी सहारनपुर से की थी। 2017 के विधानसभा चुनावों के पहले पार्टी की परिवर्तन यात्राओं का आगाज भी सहारनपुर से हुआ था। पिछले निकाय चुनाव में भाजपा ने मेयर की सीट करीब 10 हजार वोटों के अंतर से जीती थी।

आज गोरखपुर में चुनावी बैठक का बनेंगे हिस्सा
योगी बुधवार को गोरखपुर में निकाय चुनाव की रणनीतिक बैठक का हिस्सा होंगे। इसमें गोरखपुर के अलावा महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। इन जिलों में मेयर की सीट केवल गोरखपुर में है लेकिन नगर पालिका और नगर पंचायत के लिहाज से बाकी जिले अहम हैं। बैठक में सीएम जमीनी अभियान, बूथ प्रबंधन, मतदाताओं तक सरकार-संगठन की नीति व उपलब्धियों को पहुंचाने का मंत्र देंगे। शहरी निकाय के चुनाव की घोषणा के बाद योगी की यह गोरखपुर क्षेत्र में पहली चुनावी बैठक होगी।

कर्नाटक में निकाय के बीच समन्वय की भी चुनौती
योगी के सामने जहां यूपी में निकाय चुनाव में पार्टी के जीत का सिलसिला जारी रखने की चुनौती है वहीं 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी स्टार प्रचारक के तौर पर उनकी काफी मांग है। असद के एनकाउंटर के बाद आए सियासी उबाल के बीच योगी की सभाओं के लिए प्रत्याशियों की अर्जियां और बढ़ गई हैं। 4 मई को उडपी में मोदी-योगी की संयुक्त रैलियों की भी कवायद चल रही है।

सूत्रों के अनुसार, भाजपा की कर्नाटक इकाई ने 5 से 7 दिनों के लिए योगी का कार्यक्रम मांगा है। हालांकि, यूपी की चुनावी व्यस्तताओं के बीच कर्नाटक के लिए इतना समय निकालना योगी के लिए आसान नहीं होगा। फिर भी तीन से चार दिन योगी कर्नाटक में प्रचार अभियान की कमान संभालेंगे।

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