यूपी की मंडियों में गेहूं के दाम चढ़े, आटा हुआ महंगा… सूखा-बारिश से प्रभावित धान की कीमत में भी उछाल

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यूपी की मंडियों में गेहूं के दाम चढ़े, आटा हुआ महंगा… सूखा-बारिश से प्रभावित धान की कीमत में भी उछाल

यूपी की मंडियों में गेहूं के दाम चढ़े, आटा हुआ महंगा… सूखा-बारिश से प्रभावित धान की कीमत में भी उछाल

कानपुर: पिछले सीजन में जला देने वाली गर्मी से गेहूं का उत्पादन घटा। इसका असर यह हुआ कि साल खत्म होने के पहले गेहूं के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। सोमवार को कानपुर की मंडी में गेहूं के दाम 2700 रुपये/क्विंटल तक पहुंच गए। फतेहपुर में गेहूं 2800 रुपये, उन्नाव में 2300-2450 रुपये और हरदोई की मंडी में 2550 रुपये/क्विंटल तक पहुंच गए हैं। जानकारों के मुताबिक अगली फसल आने में 4-5 महीने हैं। गेहूं का स्टॉक भी कम हो रहा है। ऐसे में खुले बाजार में गेहूं के दाम 3000 रुपये/क्विंटल को पार कर सकते हैं। गेहूं के दाम बढ़ने की वजह से खुले बाजार में आटा 35 से 38 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है।

कानपुर के गल्ला कारोबारी ज्ञानेश मिश्रा ने बताया कि तेज गर्मी से गेहूं के दाने सूखकर छोटे हो गए थे। कम उत्पादन और निर्यात का असर यह हुआ कि सर्दियां आने के पहले ही मंडियों से लेकर खुले बाजार तक दाम चढ़ रहे हैं। बढ़त का ट्रेंड पिछले एक महीने से नोट किया जा रहा है। कानपुर मंडी में सोमवार को गेहूं के दाम 2700 रुपये क्विंटल तक पहुंच गए। साफ-सफाई और रिटेलर का मुनाफा जोड़ लिया जाए तो एक किलो गेहूं 29 रुपये का मिलेगा। सरकार बफर स्टॉक जारी करे तो आम लोगों को कुछ राहत मिल सकती है। हरदोई के गल्ला कारोबारी महेश महेश्वरी के अनुसार, सोमवार को गेहूं 2,550 के स्तर पर था। पाइपलाइन में माल न होने से दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि अगले एक महीने में दाम 2800-2900 रुपये तक पहुंच जाएंगे।

धान के भी दाम चढ़े
पहले सूखा और फिर देर तक हुई बारिश ने धान उत्पादक किसानों को राहत दी। हालांकि सूखे के चलते किसानों ने कम क्षेत्र में धान बोया था। सेंट्रल यूपी के कई जिलों में कम रकबे के बावजूद धान का उत्पादन बढ़ा है, लेकिन फसल कम होने की वजह से धान के दाम बढ़ रहे हैं। फतेहपुर के किसान मन्नीलाल ने बताया कि पहले जिस खेत में 7 क्विंटल धान होता था, इस बार वहां 12 क्विंटल फसल मिली है। इसकी वजह अक्टूबर में देर तक हुई बारिश है। हालांकि धान बोने के बाद बारिश और सिंचाई न होने से काफी धान सूख गया था।

फतेहपुर की मंडी में सोमवार को शरबती चावल 2550 रुपये/क्विंटल बिका, जबकि पिछले साल इसकी कीमत 1,600 रुपये थी। तारा धान 2,150 और मोटा धान 1,400 रुपये क्विंटल चल रहा है। पिछले सीजन में मोटा धान 1,200 रुपये/क्विंटल पर था। हरदोई के कारोबारी महेश ने बताया कि पहले सूखे फिर बेहिसाब बारिश के चलते धान का रकबा 50-60 प्रतिशत कमजोर रहा। इसकी वजह से धान के दाम चढ़ रहे हैं। महेश ने बताया कि हरदोई में हाइब्रिड चावल 1600-1725 के बीच और उन्नाव में हाइब्रिड चावल के दाम 1850-1950 के आसपास चल रहे हैं।

500 रुपये क्विंटल की तेजी
मैनपुरी के चावल निर्यातक अखिल कुमार ने बताया कि पूरे विश्व में खाद्य उत्पादों में तेजी चल रही है। चावल के दामों में पिछले एक महीने में 500 रुपये क्विंटल की बढ़त दर्ज की गई है। निर्यात की मांग भी अच्छी है। इन्हीं वजहों से चावल के दाम चढ़ रहे हैं।

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