यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इस महीने लाई जाएंगी 60,000 करोड़ रुपये की निवेश योजनाएं

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यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इस महीने लाई जाएंगी 60,000 करोड़ रुपये की निवेश योजनाएं

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इस महीने लाई जाएंगी 60,000 करोड़ रुपये की निवेश योजनाएं

नोएडा, छह दिसंबर (भाषा) यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में दिसंबर में 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक निवेश के लिए योजनाएं लाई जाएंगी। इनमें डेटा सेंटर, चिकित्सा उपकरण पार्क, संस्थागत और समूह हाउसिंग योजनाएं शामिल है। इससे एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस निवेश से न सिर्फ यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र बल्कि उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों को फायदा मिलेगा।

यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य को 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं। इसके लिए लखनऊ में अगले साल 10 फरवरी से तीन दिन के ‘वैश्विक निवेशक सम्मेलन’ का आयोजन किया जा रहा है। यमुना प्राधिकरण ने 10, 11 और 12 फरवरी को होने वाली सम्मेलन में 60 हजार करोड़ रुपये का देशी-विदेशी पूंजी निवेश लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने तैयारी शुरू कर दी हैं। निवेश हासिल करने के लिए प्राधिकरण क्षेत्र में एकसाथ 11 योजनाएं लाई जाएंगी।

सिंह ने बताया कि आगामी नौ दिसंबर से विदेशी पूंजी निवेश लाने के लिए वह अपनी टीम के साथ दक्षिण कोरिया और जापान के लिए रवाना होंगे। वह नौ दिसंबर से 18 दिसंबर तक दक्षिण कोरिया और जापान में वहां के उद्यमियों से मिलेंगे। उनके सामने निवेश का प्रस्ताव रखेंगे।

उन्होंने बताया कि लक्ष्य को पूरा करने के लिए यमुना प्राधिकरण ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नजदीक फिल्मसिटी, सबसे बड़ा डेटा सेंटर, चिकित्सा उपकरण पार्क, समूह हाउसिंग परियोजना, अपैरल पार्क, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, दुकान, कॉम्प्लेक्स और संस्थागत योजना नौ दिसंबर से शुरू करने का फैसला किया है।

सिंह ने बताया कि डेटा सेंटर पार्क में 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में 75 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। चिकित्सा उपकरण डिवाइस पार्क में 10 से 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। वहां 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सा उपकरण पार्क में 136 प्लॉट हैं। जिसमें 99 प्लॉट बचे हुए हैं। अभी 140 एकड़ जमीन बची हुई है। उद्यमियों की मांग के अनुसार प्लॉट आवंटित किए जाएंगे।

सीईओ ने बताया कि संस्थागत योजना के तहत सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नर्सिग होम, ट्रेनिंग इंस्टिटयूट और अस्पताल के लिए सेक्टर-20 में प्लॉट दिए जाएंगे। डेटा सेंटर पार्क में 10 प्लॉट शामिल किए गए हैं। इसके अलावा समूह हाउसिंग के चार प्लॉट सेक्टर-22 एक में हैं।

उन्होंने बताया कि सेक्टर 22ए और डी में बनी बनाई 15 दुकान और प्लॉट की योजना निकाली जा रही हैं। दुकान के प्लॉट का आरक्षित मूल्य 1,46,650 रुपये रखा गया है।

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