मोबाइल -लैपटॉप में पोर्न कंटेंट देखा, तो घर आकर पकड़ेगी पुलिस, जानिए कैसा होगा यह संभव

422

मोबाइल -लैपटॉप में पोर्न कंटेंट देखा, तो घर आकर पकड़ेगी पुलिस, जानिए कैसा होगा यह संभव

रामस्वरूप लामरोड़,जयपुर:अगर आप चोरी छिपे अकेले में अपने मोबाइल पर पोर्न मूवीज देखते हैं तो अब सावधान हो जाएं। आपकी यह चोरी पकड़ी जाएगी, राजस्थान पुलिस की नजर प्रदेश के सभी लोगों पर है। इंटरनेट के जरिए सर्च इंजन पर ,जो भी कंटेंट सर्च कर रहे हैं। उसके बारे में पुलिस को सब पता है। राजस्थान पुलिस ने एक खास सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके जरिए अश्लील फिल्में यानी पोर्न मूवीज देखने वाले पकड़े जाएंगे।

अपने मोबाइल, लेपटॉप या कम्प्यूटर पर पोर्न से जुड़े कोई भी कंटेंट सर्च करते ही पुलिस के पास मैसेज पहुंच जाएगा। उस आईपी एड्रेस का पता चल जाएगा। आईपी एड्रेस के अनुसार पुलिस उसके घर तक जाएगी। पहले तो पुलिस ऐसे लोगों को समझाने का प्रयास करेगी, लेकिन दूसरी बार पकड़े गए, तो मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया जाएगा।

चाइल्ड पोर्न को रोकने के लिए की जा रही कवायद
जब से सोशल मीडिया का प्रचलन बढ़ा है, तब से पोर्न साइट देखने वालों की तादात लाखों में बढ गई है। पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर के मुताबिक प्रदेश में एन्ड्रॉयड मोबाइल होल्डर प्रतिदिन साढे 6 घंटे से ज्यादा वक्त इंटरनेट पर बिताता है। अधिकतर लोग इंटरनेट पर अश्लील कंटेट सर्च करते हैं। ऐसे में इस पर निगरानी रखना जरूरी हो गया है।

Rajasthan Weather:40 के पार तापमान , तीन दिन तक चलेगी लू, जानिए कौन से जिले होंगे प्रभावित

चाइल्ड पोर्न को रोकने की पहल
राजस्थान पुलिस ने चाइल्ड पोर्न को रोकने के लिए एक विशेष पहल की है। इसके लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर सायबर डोम तैयार किया गया है, जिसके जरिए चाइल्ड पोर्न सर्च करने वालों, देखने वालों और डाउनलोड करने वालों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। चाइल्ड पोर्न का इस्तेमाल काफी बढ गया है, अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया ,तो आने वाले समय में परिवारों के सामने विकट परिस्थितियां बनने की आशंकाएं हैं।

समय रहते कंट्रोल नहीं किया तो गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे
मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. सविता पाईवाल का कहना है कि सभी परिवार वालों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने बच्चों का ध्यान रखे। किशोर अवस्था के लड़के या लड़की को मोबाइल देना भी जरूरी हो गया है क्योंकि आज के डिजिटल युग में मोबाइल और इंटरनेट अध्ययन का महत्वपूर्ण साधन बन गया है। लेकिन अभिभावकों की यह जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को अच्छे और बूरे के बारे बताते रहें।

चाइल्ड पोर्न देखने पर 7 साल तक की सजा का प्रावधान
मोबाइल में पोर्न वीडियो, फोटो देखना, रखना और वायरल करना सायबर क्राइम के अंतर्गत आता है। सायबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी के मुताबिक आईटी एक्ट की धारा 67, 67ए और 67बी के तहत पुलिस को कार्रवाई करने का अधिकार है। धारा 67 ए के तहत मोबाइल या लेपटॉप में अश्लील वीडियो रखने, देखने और वायरल करने के दोषी पाए जाने पर पहली बार पकड़ जाने के दौरान 5 साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। अगर दूसरी बार पकड़े गए तो 7 साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माना भरना पड़ेगा।

navbharat times -Petrol- Diesel Price:दूसरे दिन भी बढ़े पेट्रोल- डीजल के भाव, राजस्थान में हुआ सबसे महंगा, पढ़ें डिटेल्स

आईटी एक्ट की धारा 67बी चाइल्ड पोर्न से जुड़ी है। किसी भी मोबाइल धारक के पास चाइल्ड पोर्न पाया जाता है तो पहली बार पकड़े जाने पर 5 साल की सजा और 10 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा। दूसरी बार पकड़े जाने पर 7 साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माना भरना होगा।

गधों और कांग्रेस का गठजोड़ है… जहां कांग्रेस सिकुड़ी वहां गंधे कम हुए

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News