‘मम्मी आप मत घबराओ, मैं कप लेकर आऊंगी’… विनिंग पारी खेलने वाली Soumya Tiwari मां को देती थी यह जवाब

24
‘मम्मी आप मत घबराओ, मैं कप लेकर आऊंगी’… विनिंग पारी खेलने वाली Soumya Tiwari मां को देती थी यह जवाब

‘मम्मी आप मत घबराओ, मैं कप लेकर आऊंगी’… विनिंग पारी खेलने वाली Soumya Tiwari मां को देती थी यह जवाब


विमेंस अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम जीत गई है। दक्षिण अफ्रीका में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत की छोरियों ने इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया है। फाइल मुकाबले में भोपाल की सौम्या तिवारी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। सौम्या तिवारी ने मैच में विनिंग पारी खेली है। सौम्या ने 37 गेंदों पर 24 रन की नाबाद पारी खेली है। वहीं, सौम्या के भोपाल स्थित घर पर खुशी की लहर है। सौम्या तिवारी की मां के दौरान पूजा-पाठ में लीन थी। पिता और बहनों की निगाहें टीवी पर टिकी हुई थी। इंडिया की जीत के बाद मां ने मीडिया से बात की है। उन्होंने कहा कि मैं मैच नहीं देखी हूं। बेटी के सपना के साथ-साथ मेरा सपना भी पूरा हो गया है।

मेरा सपना पूरा हो गया

क्रिकेटर सौम्या तिवारी की मां भारती ने कहा कि आज उसका सपना नहीं, साथ में मेरा सपना भी पूरा हो गया है। आज मेरे पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है। मां ने कहा कि मैं उसका मैच कभी नहीं देखती हूं। बाद में रिकॉर्डिंग देख लूंगी। मैच के दौरान मां पूजा पर बैठी थीं। उन्होंने कहा कि भगवान ने मेरी सुन ली है। बेटी की सफलता पर परिवार में खुशी की लहर है। मां ने कहा कि मैं भगवान से यह विनती कर रही थी कि बेटी जीतकर आए।

‘मम्मी आप मत घबराओ, मैं कप लेकर आऊंगी’

 मम्मी आप मत घबराओ, मैं कप लेकर आऊंगी

वहीं, मां सौम्या तिवारी से वर्ल्ड कप को लेकर कुछ सवाल पूछती थी कि क्या होगा। इस पर सौम्या तिवारी अपनी मां को यही जवाब देती थी कि मम्मी आप घबराओ मत, मैं कप लेकर आऊंगी। मां भारती ने कहा कि हर मैच में उसका यही जवाब होता था। मैंने मैच आज भी नहीं देखा, उसकी सफलता पर परिवार के लोग खुश हैं।

मां की आंखों में आंसू

मां की आंखों में आंसू

बेटी की सफलता पर मां की आंखों से आंसू बह रहा था। मां भारती ने कहा कि यह खुशी के आंसू हैं। वह मैच से पहले ही पूजा पर बैठ गई थीं। पूरा परिवार टीवी सेट से चिपका हुआ था। परिवार के लोगों ने बेटी की पारी और मैच के बारे में मां भारती को जैसे ही जानकारी दी। उनके आंसू रुक नहीं रहे थे। हर आने वाले लोगों को मिठाई खिला रही थीं लेकिन आंसू नहीं रुक रहे थे।

लड़कों के साथ शुरू की थी प्रैक्टिस

लड़कों के साथ शुरू की थी प्रैक्टिस

टीम इंडिया में चयन के बाद सौम्या तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि छठी क्लास में मैंने क्रिकेट की ट्रेनिंग लेनी शुरू की थी। सौम्या की बहन कोच सुरेश चेनानी के पास भोपाल स्थित अरेरा क्रिकेट अकादमी में ले गई थी। उस अकादमी में लड़कियां नहीं खेलती थी। सौम्या तिवारी में खेलने का जुनून था। उसने कोच से अनुमति मांगी थी कि मुझे लड़कों के साथ खेलने दें। कोच की अनुमति के बाद सौम्या ने प्रैक्टिस शुरू कर दी।

सौम्या के पिता भी खेलते थे क्रिकेट

सौम्या के पिता भी खेलते थे क्रिकेट

सौम्या तिवारी ने बताया था कि मुझे पिता को क्रिकेट खेलते देखकर ही प्रेरणा मिली थी। पिता ने आगे चलकर मदद भी की। उन्हीं की वजह से मैं यहां हू। वहीं, पिता ने मीडिया को बताया था कि मोहल्ले में वह बच्चों को क्रिकेट खेलते देखती थी। उसी समय से उसे यह शौक लगा था। शुरुआत में वह कपड़ा धोने वाली मोगरी से खेलती थी। वहीं, शुरु से ही वह बॉयकट हेयर स्टाइल रखती थी। 10 साल की उम्र में वह लेदर बॉल से खेलने लगी थी।

उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News