मध्यप्रदेश : ‘माता में आस्था तो खुद करें गरबे का आयोजन’, मुस्लिम युवकों की पिटाई पर बोले नरोत्तम मिश्र

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मध्यप्रदेश : ‘माता में आस्था तो खुद करें गरबे का आयोजन’, मुस्लिम युवकों की पिटाई पर बोले नरोत्तम मिश्र

मध्यप्रदेश : ‘माता में आस्था तो खुद करें गरबे का आयोजन’, मुस्लिम युवकों की पिटाई पर बोले नरोत्तम मिश्र

भोपाल : मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में गरबा पंडाल में गैर हिंदुओं की एंट्री को बैन कर दिया गया है, इतना ही नहीं उज्जैन में तो परिचय पत्र देखने के साथ तिलक भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा गैर हिंदुओं की प्रवेश को प्रतिबंधित करने वाले पोस्टर भी लगे हैं। राज्य में नवरात्र पर्व शुरू होने से पहले ही गरबा स्थलों में प्रवेश को लेकर बहस का दौर शुरू हो गया था। राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने तो गरबा पंडाल में प्रवेश के लिए परिचय पत्र को अनिवार्य किए जाने पर जोर दिया था, साथ ही यहां तक कहा था कि गरबा पंडाल लव जिहाद का जरिया बन गए है। उसके बाद कई स्थानों पर परिचय पत्र देखे जा रहे हैं और हिंदूवादी संगठन सक्रिय भी हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा कि अगर किसी को माता में आस्था है को खुद गरबे का आयोजन करें।

‘गरबे का आयोजन करें और मिसाल पेश करें’
राज्य में नवरात्रि के दौरान हो रहे गरबा आयोजनों को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गरबे में मुस्लिम युवकों की एंट्री पर जब निर्देश जारी किए गए हैं तो इन लोगों को नहीं जाना चाहिए। सावधानी रखनी चाहिए। अगर माता में आस्था रखते हैं तो खुद गरबे का आयोजन करें और एक मिसाल पेश करें, व्यवधान न डाले। पहले ही कहा गया है बिना पहचान पत्र के गरबे में एंट्री नहीं दी जाएगी। इससे पहले प्रदेश की पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने भी गरबा आयोजनों में बिना आईडी प्रवेश न दिए जाने के निर्देश दिए हैं। सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी गरबे में मुस्लिम युवकों की एंट्री न दिए जाने पर बयान दिया था। इन सबके बीच इंदौर में बीते दिनों में दो स्थानों पर आठ गैर हिंदू युवक पकड़े गए जो गरबा स्थल पर पहुंचे थे। बाद में उन्हें पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। उन पर आरोप है कि वह लड़कियों और महिलाओं पर अश्लील फब्तियां कस रहे थे और तस्वीरें उतारने में लगे थे।

मध्य प्रदेश में गरबा को लेकर लगाए गए पोस्टर
उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र में गरबा महोत्सव चल रहा है, यहां आने वालों को परिचय पत्र दिखाने के बाद तिलक लगाया जाता है और उसके बाद ही प्रवेश दिया जाता है। आयोजन स्थल पर सेवा ही संकल्प संस्कृति समिति ने एक पोस्टर लगाया है जिसमें साफ तौर पर लिखा है गैर हिंदू पंडाल में प्रवेश नहीं करें। बात नर्मदापुरम की करें तो यहां परिचय पत्र दिखाना तो अनिवार्य है ही साथ में एक ड्रेस कोड भी तय कर दिया है, जिसमें महिलाएं सिर्फ साड़ी, सलवार-सूट पहनकर आ सकती हैं और पुरुष कुर्ता-पजामा में ही गरबा पंडाल में प्रवेश कर सकते हैं। राजधानी भोपाल में तो प्रशासन ने गरबा आयोजनों को निर्देश दिए हैं कि परिचय पत्र दिखाए जाने के बाद ही लोगों को गरबा पंडाल में प्रवेश दिया जाए। इसके अलावा खंडवा में तो गरबा पंडाल में जाने वाले हर व्यक्ति को परिचय पत्र दिखाना आवश्यक कर दिया गया है भले ही महिला हो या पूरा परिवार सभी को अपना कार्ड दिखाना होगा।

इदौर के गरबाकांड में आखिर क्या हुआ था?
दरअसल, इंदौर में दो ऐसे मामले सामने आए, जिसमें युवक अपनी पहचान छुपा कर इन आयोजनों में पहुंचे थे। दोनों ही मामलों में कुल आठ युवकों को हिंदूवादी संगठनों ने पकड़ा और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। ये दोनों मामले इंदौर के पलसीकर स्थित गरबा पंडाल और पंढरीनाथ चौराहे के थे। बुधवार की रात को बजरंग दल के कार्यकताओं ने पलसीकर क्षेत्र स्थित गरबा पंडाल में मोती तबेला निवासी इमरान खान को पकड़ा। वह युवक युवतियों पर फब्तियां कस रहा था। इस पर लोगों ने जमकर पिटाई की। वहां युवक ने अपना नाम रोहित बताया, जिसे कुछ लोगों ने पहचान लिया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उस पर पहचान छुपाने के मामले में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के तहत मामला दर्ज किया गया है। बजरंग दल के पदाधिकारी ने आरोप लगाया है कि यह युवक पंडाल में काफी देर से था और लड़कियों पर उसकी नजर अच्छी नहीं थी। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तो उसने विवाद किया बाद में भीड़ ने पिटाई कर दी। इससे पहले मंगलवार को ही हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने पंढरीनाथ चौराहे के गरबा पंडाल में पहचान छुपाकर आए सात मुसलिम युवकों को पकड़ा था। यह युवक पहचान छुपाकर यहां पहुंचे थे और वीडियो बनाने के साथ फोटो भी खींच रहे थे, जब उनसे उनका नाम पूछा गया और परिचय पत्र मांगा गया तो सभी ने अपना नाम गलत बताया, जिस पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने उन्हें पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। गरबा महोत्सव के आयोजन को लेकर पुलिस और प्रशासन हाथ पर और सतर्क है, ड्रोन कैमरे से आयोजनों पर नजर रखी जा रही है। वहीं महिलाओं की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं।

इंदौर में बजरंग दल को दिखा लव जिहाद एंगल!
इस मामले पर बजरंग दल ने कहा कि उसने इंदौर में पिछले तीन दिनों के दौरान आठ मुस्लिम युवकों को पुलिस के हवाले किया है। संगठन का आरोप है कि युवक लव जिहाद के इरादे से गरबा पंडालों में दाखिल हुए थे। अपनी पहचान छिपाकर घुसने के बाद अनैतिक गतिविधियों में शामिल थे। बजरंग दल की इंदौर इकाई के संयोजक तन्नू शर्मा ने बताया कि हमने लव जिहाद रोकने के लिए अपने 400 कार्यकर्ताओं की शहर के अलग-अलग गरबा पंडालों में तैनाती की है। इनकी जिम्मेदारी निगरानी करना है कि अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कोई व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर इन पंडालों में तो दाखिल नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि अनैतिक गतिविधियों की सूचना मिलने पर पिछले तीन दिनों में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने शहर के अलग-अलग इलाकों के गरबा पंडालों से कुल आठ मुस्लिम युवकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है। इन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले ये युवक लव जिहाद के इरादे से अपनी पहचान छिपाकर गरबा पंडालों में घुसे थे और गरबा कर रही युवतियों की अनुमति के बिना उनके वीडियो बनाने और अनैतिक गतिविधियों में शामिल थे। इस बीच, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश हिंगणकर ने कहा कि गरबा पंडालों में सामने आए छिटपुट मसलों के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए संबंधित युवकों को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 151 (संज्ञेय अपराध घटित होने से रोकने के लिए की जाने एहतियातन गिरफ्तारी) के तहत गिरफ्तार किया गया है। शहर के सभी गरबा पंडालों में हालात एकदम शांतिपूर्ण हैं और इनमें लव जिहाद जैसी कोई गतिविधि नहीं चल रही है।

इनपुट- भाषा

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