भीषण हादसा : अनियंत्रित होकर पलटा तेज रफ्तार वाहन, 1 की मौत, एक दर्जन गंभीर | speeding vehicle overturned uncontrollably 1 died a dozen serious | Patrika News
हादसे की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को बड़ी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां लंबी जद्दोजहद के बाद अब कहीं जाकर सभी का उपचार शुरु कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि, घायलों में एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई है। वहीं, हादसे का शिकार अन्य तीन यात्रियों की हालत नाजुक बनी हुई है। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि, हादसे का शिकार हुए सभी जीप सवार गमी में शामिल होने उमरिया जिले के अमरपुर जा रहे थे। लेकिन, बीच में सतना जिले के बड़छड़ मोड़ पर दुर्घटना के शिकार हो गए।
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हादसे में घायल हुए यो लोग
घायलों में 50 वर्षीय सकुतला पाल पति रामगोपाल पाल, 65 वर्षीय फूल बाई पति चंदा पाल, 65 वर्षीय तिकिया बाई पति द्वारका प्रासाद पाल, 45 वर्षीय रामकिशोर पिता चंदा पाल, 45 वर्षीय गिरजा पाल पिता संपत पाल, 35 वर्षीय रानी पति बैजनाथ पाल, 70 चंदा पिता कदू पाल, 35 वर्षीय बीरा पति रामकिशोर पाल घायल हुए हैं। इनमें, 60 वर्षीय चिडडा पाल पिता रामदास पाल, 60 वर्षीय गुईया राम पति प्रसाद, 60 वर्षीय सिया बाई पति राम कुमार पाल की हालत गंभीर बनी हुई है, ताजा जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुई 60 वर्षीय महिला जुलनिया पति जवाहर पाल की उपचार के दौरान मौत हो गई है।
समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार का अभाव
जानकारी ये भी सामने आई है कि, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक साथ दर्जन भर से अधिक यात्री घायल होकर पहुंचे, जिन्हें समय पर उपचार नहीं मिल सका। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 4 से 5 डॉक्टर पदस्थ हैं, जिनमें 2 एमबीपीएस, 4 आयुष डॉक्टर पदस्थ हैं। दुर्घटना के दौरान डॉ. भारती सिंह और नर्स के द्वारा घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। लेकिन, इस दौरान अस्पताल में पदस्थ अन्य डॉक्टर लापता थे। ये कोई पहला मामला नहीं है। जानकारी ये भी सामने आई है कि, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऐसा हमेशा देखने को मिलता है कि, डॉक्टर अस्पताल से लापता रहते हैं और यहां आने वाले मरीजो को प्राथमिक उपचार तक नहीं मिल पाता। कई बार इलाज के अबाव में मरीजों की जान तक जा चुकी है। अब सवाल ये है कि, प्रशासन भी इसपर किसी तरह का ध्यान नहीं दे रहा है।
हादसे की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को बड़ी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां लंबी जद्दोजहद के बाद अब कहीं जाकर सभी का उपचार शुरु कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि, घायलों में एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई है। वहीं, हादसे का शिकार अन्य तीन यात्रियों की हालत नाजुक बनी हुई है। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि, हादसे का शिकार हुए सभी जीप सवार गमी में शामिल होने उमरिया जिले के अमरपुर जा रहे थे। लेकिन, बीच में सतना जिले के बड़छड़ मोड़ पर दुर्घटना के शिकार हो गए।
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हादसे में घायल हुए यो लोग
घायलों में 50 वर्षीय सकुतला पाल पति रामगोपाल पाल, 65 वर्षीय फूल बाई पति चंदा पाल, 65 वर्षीय तिकिया बाई पति द्वारका प्रासाद पाल, 45 वर्षीय रामकिशोर पिता चंदा पाल, 45 वर्षीय गिरजा पाल पिता संपत पाल, 35 वर्षीय रानी पति बैजनाथ पाल, 70 चंदा पिता कदू पाल, 35 वर्षीय बीरा पति रामकिशोर पाल घायल हुए हैं। इनमें, 60 वर्षीय चिडडा पाल पिता रामदास पाल, 60 वर्षीय गुईया राम पति प्रसाद, 60 वर्षीय सिया बाई पति राम कुमार पाल की हालत गंभीर बनी हुई है, ताजा जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुई 60 वर्षीय महिला जुलनिया पति जवाहर पाल की उपचार के दौरान मौत हो गई है।
समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार का अभाव
जानकारी ये भी सामने आई है कि, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक साथ दर्जन भर से अधिक यात्री घायल होकर पहुंचे, जिन्हें समय पर उपचार नहीं मिल सका। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 4 से 5 डॉक्टर पदस्थ हैं, जिनमें 2 एमबीपीएस, 4 आयुष डॉक्टर पदस्थ हैं। दुर्घटना के दौरान डॉ. भारती सिंह और नर्स के द्वारा घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया। लेकिन, इस दौरान अस्पताल में पदस्थ अन्य डॉक्टर लापता थे। ये कोई पहला मामला नहीं है। जानकारी ये भी सामने आई है कि, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऐसा हमेशा देखने को मिलता है कि, डॉक्टर अस्पताल से लापता रहते हैं और यहां आने वाले मरीजो को प्राथमिक उपचार तक नहीं मिल पाता। कई बार इलाज के अबाव में मरीजों की जान तक जा चुकी है। अब सवाल ये है कि, प्रशासन भी इसपर किसी तरह का ध्यान नहीं दे रहा है।