भारत के दिग्गजों को हम बच्चों ने हरा दिया… चैंपियंस ट्रॉफी 2017 की जीत पर इस तरह इतराए सरफराज
उन्होंने कहा, ‘अगर कोई नॉर्मल मैच होता तो इतनी बात नहीं की जाती। आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को हराना एक यादगार लम्हा था, जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता हूं।’
सरफराज ने कहा, ‘टीम इंडिया के लिए कोई भी स्कोर मुश्किल नहीं था। उनके पास विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी थे। वहीं उनकी तुलना में हमारी टीम में ऐसे खिलाड़ी थे जिनके दूध के दांत टूटने बाकी थे। हमारी बच्चों की टीम थी लेकिन वही आज पाकिस्तान क्रिकेट को ऊंचाइयों पर लेकर जा रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हमारी टीम को देखें तो बाबर आजम, हसन अली, शादाब खान और फहीम अशरफ। ये सभी युवा खिलाड़ी थे। टीम इंडिया से हमारी कोई तुलना नहीं थी। अनुभव के नाम पर हमारे पास सिर्फ मोहम्मद हफीज और शोएब मलिक जैसे खिलाड़ी थे। बाकी के लोग बच्चे और टीम में नए थे।’
टूर्नामेंट में पाकिस्तान की शुरुआत नहीं थी खास
पॉडकास्ट में सरफराज ने कहा, ‘मैं कप्तान के तौर पर जब खेलना शुरू किया था तो मुझ पर एक अलग तरह का दवाब। एक खिलाड़ी के तौर पर खेलना काफी अलग है। क्योंकि टूर्नामेंट में हमारी शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही थी।’
उन्होंने कहा, ‘हम फाइनल में पहुंच चुके थे। मैच से पहले मैंने सभी खिलाड़ियों से सिर्फ एक ही बात कही कि टूर्नामेंट में हमने जिस तरह का खेल दिखाया है वैसा ही खेलेंगे। हमने टूर्नामेंट में शानदार वापसी की है। ऐसे में हम जीत हासिल करते हैं तो यह हमारे लिए इतिहास रचने जैसा होगा।’
फकर जमां ने जड़ा था शतक
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था। मैच में बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तानी टीम के लिए फखर जमां ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली। जमां ने 106 में 114 रन बनाए, जिसके कारण पाकिस्तानी टीम ने भारत के सामने 339 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।
हालांकि इसके जवाब में भारतीय टीम बल्लेबाजी पूरी तरह से फ्लॉप रही। टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर बुरी तरह से लड़खड़ा गई थी और पूरी टीम 30.3 ओवर में 153 बनाकर ऑल आउट हो गई थी।