भाजपा की आक्रोश रैली का थीम सॉन्ग रिलीज, पूनिया ने गिनाई गहलोत सरकार की नाकामी | Rajasthan BJP Aakrosh rally theme song release | News 4 Social
पूनिया ने कहा कि 17 दिसंबर को गहलोत सरकार अपने 4 साल का जश्न मनाएगी लेकिन यह जश्न होगा भी यह नहीं किसी को नहीं पता। 4 साल से आपस में ही उलझ रहे हैं, 4 साल से निक्कमी, नकारा सरकार सत्ता में है। ऐसी सरकार आज तक किसी ने नहीं देखी है। सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत बदतर है घर से लेकर सड़क और मंदिर में भगवान की पूजा करने वाले पुजारी भी सुरक्षित नहीं है। पुजारियों को या तो जला दिया जाता है या फिर उन्हें मरने के लिए मजबूर कर दिया जाता है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े भी गहलोत सरकार की पोल खोलने के लिए काफी हैं। सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में सड़कों और स्कूलों की हालत भी बदतर है खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले में सड़कों की हालत खराब है।
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गहलोत सरकार के खिलाफ मुखर भाजपा, 200 विधानसभा क्षेत्रों में 1 दिसंबर से आक्रोश रैली
गहलोत सरकार के खिलाफ जनता में जन आक्रोश
सतीश पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार के खिलाफ इस बार एंटी इनकम्बेंसी तो है ही साथ ही जनता में आक्रोश भी है। भाजपा कार्यकर्ताओं के दम पर 2023 में भाजपा की सरकार बनेगी। राजस्थान की जनता कुशासन, जंगलराज और भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहती है।
इंटेलिजेंस फेलियर से हुआ कन्हैया हत्याकांड
पूनिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार में खुफिया एजेंसियों का फेल होने का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा। सरकार ने अपने पूरे खुफिया तंत्र को विधायकों की जासूसी में लगा रखा था और इसी बीच अराजक तत्व राजस्थान में प्रवेश कर गए जिसकी भनक खुफिया तंत्र को भी नहीं लगी और कन्हैया लाल जैसा जघन्य हत्याकांड राजस्थान में हो गया।
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गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली की तैयारियों को अंतिम रूप
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे पर जल्द फैसला करें स्पीकर
वहीं कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा स्पीकर मिला था जिस पर सीपी जोशी ने कहा था कि मैं एक ऐसा फैसला दूंगा जो नजीर साबित होगा। अब इस बात को लंबा वक्त बीत चुका है। स्पीकर को इस्तीफे स्वीकार करें या नहीं करें इस पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए। वैसे भी गहलोत सरकार केवल विधानसभा स्पीकर की दया पर टिकी हुई है।
आरोप पत्र के ये हैं प्रमुख बिंदु
-प्रदेश में व्यापक जंगलराज और कुशासन
-खोखले वादे कर कांग्रेस ने किसानों को ठगा
– महिलाओं के साथ हो रहा अत्याचार
-युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़
-कांग्रेस राज में अनुसूचित जातियों जनजातियों और बुजुर्गों का शोषण बढ़ा
-कांग्रेस राज में स्वास्थ्य सेवाएं ही बीमार
-कांग्रेस काल में ध्वस्त कानून व्यवस्था
पूनिया ने कहा कि 17 दिसंबर को गहलोत सरकार अपने 4 साल का जश्न मनाएगी लेकिन यह जश्न होगा भी यह नहीं किसी को नहीं पता। 4 साल से आपस में ही उलझ रहे हैं, 4 साल से निक्कमी, नकारा सरकार सत्ता में है। ऐसी सरकार आज तक किसी ने नहीं देखी है। सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत बदतर है घर से लेकर सड़क और मंदिर में भगवान की पूजा करने वाले पुजारी भी सुरक्षित नहीं है। पुजारियों को या तो जला दिया जाता है या फिर उन्हें मरने के लिए मजबूर कर दिया जाता है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े भी गहलोत सरकार की पोल खोलने के लिए काफी हैं। सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में सड़कों और स्कूलों की हालत भी बदतर है खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले में सड़कों की हालत खराब है।
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गहलोत सरकार के खिलाफ जनता में जन आक्रोश
सतीश पूनिया ने कहा कि गहलोत सरकार के खिलाफ इस बार एंटी इनकम्बेंसी तो है ही साथ ही जनता में आक्रोश भी है। भाजपा कार्यकर्ताओं के दम पर 2023 में भाजपा की सरकार बनेगी। राजस्थान की जनता कुशासन, जंगलराज और भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहती है।
इंटेलिजेंस फेलियर से हुआ कन्हैया हत्याकांड
पूनिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार में खुफिया एजेंसियों का फेल होने का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा। सरकार ने अपने पूरे खुफिया तंत्र को विधायकों की जासूसी में लगा रखा था और इसी बीच अराजक तत्व राजस्थान में प्रवेश कर गए जिसकी भनक खुफिया तंत्र को भी नहीं लगी और कन्हैया लाल जैसा जघन्य हत्याकांड राजस्थान में हो गया।
गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली की तैयारियों को अंतिम रूप
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे पर जल्द फैसला करें स्पीकर
वहीं कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा स्पीकर मिला था जिस पर सीपी जोशी ने कहा था कि मैं एक ऐसा फैसला दूंगा जो नजीर साबित होगा। अब इस बात को लंबा वक्त बीत चुका है। स्पीकर को इस्तीफे स्वीकार करें या नहीं करें इस पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए। वैसे भी गहलोत सरकार केवल विधानसभा स्पीकर की दया पर टिकी हुई है।
आरोप पत्र के ये हैं प्रमुख बिंदु
-प्रदेश में व्यापक जंगलराज और कुशासन
-खोखले वादे कर कांग्रेस ने किसानों को ठगा
– महिलाओं के साथ हो रहा अत्याचार
-युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़
-कांग्रेस राज में अनुसूचित जातियों जनजातियों और बुजुर्गों का शोषण बढ़ा
-कांग्रेस राज में स्वास्थ्य सेवाएं ही बीमार
-कांग्रेस काल में ध्वस्त कानून व्यवस्था