भागते फिर रहे सपा विधायक इरफान सोलंकी… गैरजमानती वारंट जारी, अब कुर्की की राह हुई आसान, जानिए पूरा मामला

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भागते फिर रहे सपा विधायक इरफान सोलंकी… गैरजमानती वारंट जारी, अब कुर्की की राह हुई आसान, जानिए पूरा मामला

भागते फिर रहे सपा विधायक इरफान सोलंकी… गैरजमानती वारंट जारी, अब कुर्की की राह हुई आसान, जानिए पूरा मामला

कानपुर: यूपी के कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी (SP MLA Irfan Solanki) और उनके भाई रिजवान की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। गुरूवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी हो गया है। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने एसपी एमएलए और उनके भाई को भगोड़ा घोषित कर दिया है। यदि इरफान और रिजवान हाजिर नहीं हुए तो जल्द ही कुर्की की कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है। एसपी-एमएलए अपने भाई के साथ बीते 10 दिनों से फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में दबिशें दे रही है।

जाजमऊ थाना क्षेत्र स्थित डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली बेबी नाज का प्लाट है। यह प्लाट बेबी नाज के पिता का था। पिता के निधन के बाद इस प्लाट पर बेबी नाज अपना कब्जा बता रही हैं। बेबी का परिवार प्लाट में छप्पर डालकर रहता है। बेबी मूलरूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। बेबी नाज ने आरोप लगाया था कि सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी प्लाट पर कब्जा करना चाहते थे। बीते 7 नवंबर (सोमवार) को परिवार के साथ शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। इसी बीच विधायक और उनके भाई ने झोपड़ी में आग लगा दी गई।

पुलिस दे रही दबिश
एसपी एमएलए इरफान सोलंकी और भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ पुलिस गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। बीते 8 नवंबर की रात तीन बजे पुलिस विधायक के आवास पर दबिश देकर गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। लेकिन इससे पहले ही एसपी विधायक इरफान सोलंकी अपने भाई रिजवान के साथ फरार हो गए थे। पुलिस दोनों की गिरफ्तार के लिए लगातार दबिशें दे रही थी। इसके साथ ही उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ जा रहा है।

कुर्की की कार्रवाई की तैयारी
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस एसपी विधायक इरफान सोलंकी और रिजवान सोलंकी को हाजिर होने के लिए नोटिस जारी करेगी। यदि दोनों ही हाजिर नहीं हुए, तो पुलिस 82 की नोटिस चस्पा करेगी। इसके बाद भी एसपी एमएलए भाई के साथ नहीं हाजिर हुए तो 83 की कार्रवाई कर कुर्की की जाएगी।

फॉरेंसिक टीम ने लिए सैंपल
रविवार को फोरेंसिक टीम पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंची थी। जांच टीम ने झोपड़ी के अवशेषों से जली हुई लकड़ी, जली बैटरी की प्लास्टिक, जली लकड़ी और कपड़ों के सैंपल इकट्ठा किए हैं। इस दौरान पीड़ित परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। फोरेंसिक जांच से इस बात का पता चलेगा कि झोपड़ी में आग कैसे लगी। ज्वलनशील पदार्थ या फिर विस्फोटक से आग लगी है।

CCTV फुटेज पेश..पति को बताया था बेगुनाह
सपा विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी ने बीते गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया के सामने सीसीटीवी फुटेज रखे थे। नसीम सोलंकी ने सीसीटीवी दिखाकर बताया था कि जिस वक्त आग लगी थी, वहां पर आतिशबाजी की जा रही थी। आतिशबाजी की चिंगारी से झोपड़ी में आग लगी थी। घटना के वक्त इरफान और रिजवान दोनों ही घर पर नहीं थे। पुलिस ने बिना किसी जांच के पति और देवर पर मुकदमा लिख दिया। इसके साथ ही गिरफ्तारी के लिए दबिश देने आई पुलिस ने परिवार के साथ बदसलूकी की थी।

विधायकों के प्रतिनिधी मंडल सीपी से मिला था
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच के लिए सपा विधायकों के एक प्रतिनिधीमंडल को कानपुर भेजा था। प्रतिनिधीमंडल ने इरफान के परिवार और कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से मुलाकात की थी। प्रतिनिधी मंडल ने कानपुर पुलिस कमिश्नर से इस मामले की जांच कराने की अपील की थी। विधायकों ने सीपी से कहा था कि सीसीटीवी फटेज के आधार पर आगजनी की घटना की जांच कराई जाए। इसके अगले ही दिन रविवार को सीपी ने फोरेंसिक टीम को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा था।

गिरफ्तारी की लटकी तलवार
एसपी विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान की गुस्ताखियों पर पूर्व की सरकारों में नजरंदाज किया जाता रहा। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने इस बार कार्रवाई का मन बना लिया है। योगी की पुलिस एक्शन मोड पर है। पीड़िता की तहरीर पर कानपुर पुलिस ने एसपी एमएलए और उनके भाई पर आईपीसी की धारा 147, 327, 427, 386, 504, 436, 506 और 120 के तहत मुकदमा किया था। इसके साथ ही अब गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दे रही है। इरफान सोलंकी और उनके रिजवान फरार हैं।

जानिए क्या है विवाद की वजह
जाजमऊ स्थित डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली नजीर फातिमा (65) के पति कासिद हुसैन ट्रांसपोर्टर थे। कासिद हुसैन ने 1991 में केडीए से डिफेंस कॉलोनी में 533 वर्ग मीटर का प्लॉट आवंटित कराया था। कागजातों में खामियां होने की वजह से प्लॉट फ्री होल्ड नहीं हो पाया था। जिसकी वजह से केडीए ने इस प्लॉट का आवंटन किसी अन्य को कर दिया था। जिसका मुकदमा एसीजे सिविल थर्ड में चल रहा है।

नजीर फातिमा का कहना है कि मेरे प्लॉट के बगल में सपा विधायक और उनके भाई रिजवान सोलंकी का पुराना मकान है। उन्होने बताया कि मेरे प्लॉट पर उनकी नियत शुरू से खराब थी। प्लॉट पर कब्जा करने के लिए सोलंकी परिवार ने परेशान करना शुरू कर दिया। बाहुबल के दम सोलंकी परिवार प्लॉट पर कब्जा करना चाहता था। इस उद्देश्य से छप्पर पर आग लगाई गई है। इस आग में मेरी पूरी गृहस्थी जलकर कर बर्बाद हो गई।
इनपुट-सुमित शर्मा

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