भवानीपुर उपचुनाव: प्रचार के आखिरी दिन हिंसा, आपस में भिड़े BJP-TMC कार्यकर्ता
भवानीपुर उपचुनाव के लिए आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। आज कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की भी की गई। जादूबाबू बाजार में भगवा खेमे की रैली में हुई इस घटना के बाद बीजेपी ने बंगाल सरकार की तुलना तालिबान शासन से की है। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ‘दिलीप घोष वापस जाओ’ के नारे लगाए।
घोष के साथ गए सुरक्षाकर्मियों को उन्हें सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा। उनमें से दो को कैमरे में तब कैद किया गया जब उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं को डराने के लिए उन पर बंदूक तान दी। इस दौरान घोष भी उत्तेजित हो गए और भीड़ पर चिल्लाने लगे। उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।
कैमरे में कैद हुए घोष को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं तुम्हारा गला घोंट दूंगा। ऐसा मत सोचो कि मैं किन्नर हूं। अभिषेक बनर्जी पर चिल्लाओ।” घटना जादू बाबू बाजार में हुई जहां घोष पैदल प्रचार कर रहे थे।
आपको बता दें कि इस झड़प में कई बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए। इस हिंसा को लेकर भाजपा नेता अग्निमित्र पॉल ने कहा, “सीएम ममता बनर्जी सहित टीएमसी सरकार असहिष्णु है, हमें प्रचार करने की अनुमति नहीं दे रही है। टीएमसी के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया, उन्हें पीटा। 30 सितंबर को वोट देने से पहले फैसला करें।”
West Bengal | Several BJP workers injured in an alleged clash at a bypoll campaign in Kolkata. “TMC govt including CM Mamata Banerjee are intolerant, not allowing us to campaign. TMC hooligans tortured our workers,beat them. Decide before you vote on Sep 30..,” Agnimitra Paul,BJP pic.twitter.com/HkfrpSZfBE
— ANI (@ANI) September 27, 2021
पाटीर् सांसद अजुर्न सिंह को भी कुछ बाधाओं को सामना करना पड़ा जब वह भवानीपुर निवार्चन क्षेत्र में पाटीर् उम्मीदवार प्रियंका टिबेरवाल के चुनाव अभियान के लिए निवार्चन क्षेत्र को दौरा कर रहे थे।
भवानीपुर निवार्चन क्षेत्र में कुल 2,06,389 मतदाता हैं और आठ नगर निकाय वार्ड बनाए गए हैं। उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और माकपा के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं जबकि कांग्रेस इस सीट से चुनाव नहीं लड़ रही है।
गौरतलब है कि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय गत मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से चुनाव जीते थे लेकिन उन्होंने इस इस्तीफा दे दिया जो कि मुख्यमंत्री ममता बनजीर् यहां से चुनाव लड़ सकें। ममता पूर्वी मिदेनापुर जिले के नंदीग्राम सीट पर सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गयी थी। ममत बनर्जी को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए छह महीने के अंदर फिर से किसी भी सीट से चुनाव जीतना अनिवार्य है। ताकि वह मुख्यमंत्री बनी रहे। वह अपनी पुरानी सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हालिया झड़प पर बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ”स्थिति बहुत गंभीर है। चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है। हमारी पार्टी की एक टीम ने ईसी से दिल्ली में मुलाकात की और यहां (कोलकाता में) हमारे प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कई बार मुलाकात की, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।”
चुनाव आयोग ने आज भवानीपुर के हंगामे को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। चुनाव आयोग ने शाम चार बजे तक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
भवानीपुर उपचुनाव के लिए आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। आज कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की भी की गई। जादूबाबू बाजार में भगवा खेमे की रैली में हुई इस घटना के बाद बीजेपी ने बंगाल सरकार की तुलना तालिबान शासन से की है। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने ‘दिलीप घोष वापस जाओ’ के नारे लगाए।
घोष के साथ गए सुरक्षाकर्मियों को उन्हें सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा। उनमें से दो को कैमरे में तब कैद किया गया जब उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं को डराने के लिए उन पर बंदूक तान दी। इस दौरान घोष भी उत्तेजित हो गए और भीड़ पर चिल्लाने लगे। उन्होंने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए।
कैमरे में कैद हुए घोष को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं तुम्हारा गला घोंट दूंगा। ऐसा मत सोचो कि मैं किन्नर हूं। अभिषेक बनर्जी पर चिल्लाओ।” घटना जादू बाबू बाजार में हुई जहां घोष पैदल प्रचार कर रहे थे।
आपको बता दें कि इस झड़प में कई बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए। इस हिंसा को लेकर भाजपा नेता अग्निमित्र पॉल ने कहा, “सीएम ममता बनर्जी सहित टीएमसी सरकार असहिष्णु है, हमें प्रचार करने की अनुमति नहीं दे रही है। टीएमसी के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया, उन्हें पीटा। 30 सितंबर को वोट देने से पहले फैसला करें।”
West Bengal | Several BJP workers injured in an alleged clash at a bypoll campaign in Kolkata. “TMC govt including CM Mamata Banerjee are intolerant, not allowing us to campaign. TMC hooligans tortured our workers,beat them. Decide before you vote on Sep 30..,” Agnimitra Paul,BJP pic.twitter.com/HkfrpSZfBE
— ANI (@ANI) September 27, 2021
पाटीर् सांसद अजुर्न सिंह को भी कुछ बाधाओं को सामना करना पड़ा जब वह भवानीपुर निवार्चन क्षेत्र में पाटीर् उम्मीदवार प्रियंका टिबेरवाल के चुनाव अभियान के लिए निवार्चन क्षेत्र को दौरा कर रहे थे।
भवानीपुर निवार्चन क्षेत्र में कुल 2,06,389 मतदाता हैं और आठ नगर निकाय वार्ड बनाए गए हैं। उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और माकपा के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं जबकि कांग्रेस इस सीट से चुनाव नहीं लड़ रही है।
गौरतलब है कि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय गत मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से चुनाव जीते थे लेकिन उन्होंने इस इस्तीफा दे दिया जो कि मुख्यमंत्री ममता बनजीर् यहां से चुनाव लड़ सकें। ममता पूर्वी मिदेनापुर जिले के नंदीग्राम सीट पर सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गयी थी। ममत बनर्जी को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए छह महीने के अंदर फिर से किसी भी सीट से चुनाव जीतना अनिवार्य है। ताकि वह मुख्यमंत्री बनी रहे। वह अपनी पुरानी सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हालिया झड़प पर बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ”स्थिति बहुत गंभीर है। चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है। हमारी पार्टी की एक टीम ने ईसी से दिल्ली में मुलाकात की और यहां (कोलकाता में) हमारे प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कई बार मुलाकात की, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।”
चुनाव आयोग ने आज भवानीपुर के हंगामे को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। चुनाव आयोग ने शाम चार बजे तक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।