बोले राज्यपाल, ब्राह्मण भ्रमित नहीं हो, सम्पूर्ण ज्ञान के साथ करें नेतृत्व | Gaur Brahmin Mahasabha Rajasthan National Conference Jaipur | Patrika News
राज्यपाल कलराज मिश्र ने यह बात रविवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में गौड़ ब्राह्मण महासभा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय ब्राहमण सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों की आलोचना के लिए विभिन्न शास्त्रों के श्लोकों और पुराणों की कथाओं का उदाहरण दिया गया है। इससे भ्रमित नहीं होना चाहिए। हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि हमारे संस्कार को जीवन में आचारित करते हुए सबको साथ लेकर अपने शब्दों की ताकत से मंत्रों के माध्यम से आगे बढ़ाते हुए प्रयास करेंगे। राज्यपाल ने आरम्भ में सभागार में मौजूद लोगों को संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन भी करवाया।
एक सूत्र में बंधने की जरूरत — शर्मा
यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि समाज को जोड़ने और संस्कृति का रक्षण करने के लिए सभी को संकल्पित होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज में एकता, सौहार्द्र व सम्बद्धता को लेकर एक नया सूरज उगे। साथ ही समाज की संकल्पना के लिए एक सूत्र में बंधने, समाज को दिशा देने की जरूरत भी जताई। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को लोग अलग—अलग दृष्टि से देखते हैं, भगवान ने जाति तो व्यवस्थाओं के हिसाब से बनाई है। ब्राह्मण सब समाज का मंगल चाहता है। समाज की विकृतियों व विसंगतियों को ब्राह्मण ही दूर करता है। उन्होंने सनातन संस्कृतियों को पुनर्जीवित करने की जरूरत जताई।
किस ने क्या कहा…
— शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला ने कहा कि परस्पर सहयोग की भावना और संस्कारों के निर्माण से ही समाज का व्यापक स्तर पर उत्थान संभव है। वैदिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश में वेद विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। वेदों की लुप्त हो रही ऋचाओं के संरक्षण के लिए भी सरकार के स्तर पर पहल की गई है।
— जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि राज्य में पहली बार विप्र कल्याण बोर्ड का गठन किया गया। साथ ही, पहल कर ईडब्ल्यूएस आरक्षण की व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर करने का सुझाव दिया।
विप्र बैंक और ब्राह्मण शिक्षा निधि कोष का होगा गठन
महासभा के प्रदेशाध्यक्ष विजय हरितवाल ने बताया कि ब्राहमण सम्मेलन में देशभर के 15 प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने ब्राह्मण समाज को एकजुट होकर काम करने की जरूरत जताई। सम्मेलन में समाज का विजन डाक्यूमेंट तैयार किया गया। इसमें समाज के जरूरतमंदों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विप्र बैंक और ब्राह्मण शिक्षा निधि कोष का गठन करने का एलान किया गया। साथ ही हर जिला व तहसील स्तर पर परशुराम लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया गया।
यह भी पढ़े: राजस्थान बीजेपी को लेकर यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम का बड़ा बयान, सीएम चेहरे को लेकर कही ये बात
ये हुए शामिल
महासभा के युवा प्रदेशाध्यक्ष पंकज पचलंगिया ने बताया कि कार्यक्रम में राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा, विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अभिनेष महर्षि सहित बड़ी संख्या में समाज बन्धु शामिल हुए।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने यह बात रविवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में गौड़ ब्राह्मण महासभा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय ब्राहमण सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों की आलोचना के लिए विभिन्न शास्त्रों के श्लोकों और पुराणों की कथाओं का उदाहरण दिया गया है। इससे भ्रमित नहीं होना चाहिए। हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि हमारे संस्कार को जीवन में आचारित करते हुए सबको साथ लेकर अपने शब्दों की ताकत से मंत्रों के माध्यम से आगे बढ़ाते हुए प्रयास करेंगे। राज्यपाल ने आरम्भ में सभागार में मौजूद लोगों को संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन भी करवाया।
एक सूत्र में बंधने की जरूरत — शर्मा
यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि समाज को जोड़ने और संस्कृति का रक्षण करने के लिए सभी को संकल्पित होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज में एकता, सौहार्द्र व सम्बद्धता को लेकर एक नया सूरज उगे। साथ ही समाज की संकल्पना के लिए एक सूत्र में बंधने, समाज को दिशा देने की जरूरत भी जताई। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को लोग अलग—अलग दृष्टि से देखते हैं, भगवान ने जाति तो व्यवस्थाओं के हिसाब से बनाई है। ब्राह्मण सब समाज का मंगल चाहता है। समाज की विकृतियों व विसंगतियों को ब्राह्मण ही दूर करता है। उन्होंने सनातन संस्कृतियों को पुनर्जीवित करने की जरूरत जताई।
किस ने क्या कहा…
— शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला ने कहा कि परस्पर सहयोग की भावना और संस्कारों के निर्माण से ही समाज का व्यापक स्तर पर उत्थान संभव है। वैदिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश में वेद विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। वेदों की लुप्त हो रही ऋचाओं के संरक्षण के लिए भी सरकार के स्तर पर पहल की गई है।
— जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि राज्य में पहली बार विप्र कल्याण बोर्ड का गठन किया गया। साथ ही, पहल कर ईडब्ल्यूएस आरक्षण की व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर करने का सुझाव दिया।
विप्र बैंक और ब्राह्मण शिक्षा निधि कोष का होगा गठन
महासभा के प्रदेशाध्यक्ष विजय हरितवाल ने बताया कि ब्राहमण सम्मेलन में देशभर के 15 प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने ब्राह्मण समाज को एकजुट होकर काम करने की जरूरत जताई। सम्मेलन में समाज का विजन डाक्यूमेंट तैयार किया गया। इसमें समाज के जरूरतमंदों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विप्र बैंक और ब्राह्मण शिक्षा निधि कोष का गठन करने का एलान किया गया। साथ ही हर जिला व तहसील स्तर पर परशुराम लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया गया।
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ये हुए शामिल
महासभा के युवा प्रदेशाध्यक्ष पंकज पचलंगिया ने बताया कि कार्यक्रम में राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा, विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अभिनेष महर्षि सहित बड़ी संख्या में समाज बन्धु शामिल हुए।